शनिवार, 11 अप्रैल 2020

किसी को घबराने की जरूरत नहीं जिलाधिकारी

जौनपुर 11 अप्रैल 2020  जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि आज 06 सैंपल की जांच रिपोर्ट आई है सभी सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव है तथा 18 अन्य संदिग्धों के सैंपल बीएचयू में जांच के लिए भेजा गया। अब तक जनपद जौनपुर में ऐसे 267 लोगों को चिन्हित किया गया जो संदिग्ध थे जिनमे कोरोना जैसे लक्षण थे।    आज तक 210 सैंपल के रिजल्ट आ चुके हैं। अब 57 लोगों के नमूनों की जांच हो कर के आना शेष है। एक व्यक्ति मोहम्मद असहद का 23 मार्च को सैंपल पॉजिटिव आया था जिनका इलाज चल रहा है जो ठीक हो गये हैं और अब इनका सैमपिल नेगेटिव आ गया है इन्हें अस्पताल से 06 अप्रैल 2020 को छुट्टी दे दी गई है ये  घर चल गये है तथा 02 अप्रैल को दो लोग का सैंपल पॉजिटिव आया था जिसमें एक बांग्लादेश का स्माइल था और दूसरा रांची का यासीन अंसारी था दोनों अस्पताल में भर्ती है और उनका इलाज चल रहा है एक व्यक्ति हाफिज गुफरान का नमूना 08 अप्रैल को पॉजिटिव आया था। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी को घबराने की जरूरत नहीं है केवल सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। कोई भी व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को स्पर्श न करें। दूरी बनाकर रखें। लाकडाऊन के नियमों का पालन करें। सोशल डिस्टेंसिंग और आइसोलेशन के सिद्धांतों का पालन करें। यही एक रास्ता इस बीमारी से बचाव का है। हम सब इसका पालन करके ही कोरोना वायरस के संक्रमण को जनपद में रोक सकते हैं। अनावश्यक रूप से घरों से बाहर ना निकले। मास्क का प्रयोग करें। समय-समय पर अपने हाथों को सैनिटाइज करते रहें या साबुन से धोते रहें।
                      
गॉववार स्वास्थ विभाग की टीम द्वारा क्रोना के लक्षण वाले लोगों का चिन्हीकरण

         जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि जनपद में विदेश से आए और अन्य राज्यों से आए सभी लोगों की स्क्रीनिंग का एक बृहद अभियान पुनः प्रारंभ कर दिया गया है। यह दूसरा राउंड स्क्रीनिंग का है। इसमें खंड विकास अधिकारी और उस विकासखंड के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, उप निरीक्षक व अन्य डॉक्टरों की अध्यक्षता में बनाई गयी संयुक्त टीम जा रहे हैं। 66 टीम पूरे जनपद में बनाई गई है जिन्होंने आज तक गांव में जाकर 1376 गावो की जांच का कार्य पूरा कर लिया है और इसमें 14533 लोग जो विदेश से आए थे या अन्य राज्यों  से जनपद में आए थे उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया है। और इनमें किसी में कोरोना लक्षण नहीं पाए गये है। यह कार्य सभी गांव में अगले 03 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। जिलाधिकारी ने जनता से अपील किया है कि जब यह टीम गांव में पहुंचे तो वह उस टीम के समक्ष उपस्थित होकर अपना स्वास्थ्य परीक्षण करा ले।
                                                            


15 अप्रैल से 26 अप्रैल 2020 तक निःशुल्क वितरण किया जायेगा निःशुल्क चावल


  • जौनपुर 11 अप्रैल जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अन्तर्गत माह अप्रैल, मई व जून, 2020 में सभी अन्त्योदय एवं पात्र गृहस्थी राशनकार्डों पर प्रति यूनिट 05 कि0ग्रा0 चावल का निःशुल्क वितरण कराया जायेगा। माह अप्रैल, 2020 में सभी उचित दर दुकानो पर 15 अप्रैल 2020 से 26 अप्रैल 2020 तक निःशुल्क चावल का दुकानवार नामित पर्यवेक्षणीय अधिकारियों/नोडल अधिकारियों की उपस्थिति में वितरण कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि 15 अप्रैल से 26 अप्रैल 2020 तक जनपद के सभी उचित दर विक्रेताओं द्वारा सभी अन्त्योदय एवं पात्र गृहस्थी राशनकार्डों पर 01 अप्रैल 2020 को प्रचलित यूनिट के अनुसार प्रति यूनिट 05 कि0ग्रा0 की दर से चावल का निःशुल्क वितरण किया जायेगा। यदि कोई दुकानदार किसी राशनकार्डधारक को निःशुल्क चावल वितरित करने से मना करता है अथवा चावल का मूल्य मांगता है अथवा चावल वितरण में घटतौली करता है तो उसकी सूचना खाद्य विभाग के टोल फ्री नम्बर 1800-1800-150 एवं जनपद स्तरीय कन्ट्रोल रूम के दूरभाष संख्या-7839564816 पर करें, ताकि शिकायत का तत्काल समाधान कराया जा सके।


बुधवार, 8 अप्रैल 2020

अपने पाठकों सहित जनता की आवाज है

HAKIKAT EXPRESS Hindi daily


अपने पाठकों सहित जनता की आवाज है


HAKIKAT EXPRESS Hindi daily अपने पाठकों सहित उन तमाम जनता की आवाज है जो लक्ष्य तक अपनी आवाज को नहीं पहुंचा पाते हैं ऐसे लोगों की सच्चाई से भरपूर आवाज  बुलंद करने में भ्रष्टाचार अत्याचार और शोषण के विरुद्ध पोल खोल अभियान आरंभ करने के लिए हम कटिबद्ध हैं भ्रष्टाचारी अत्याचारी और शोषण करने वाला कितना भी वैभवशाली ताकतवर एवं बाहुबली हो उसके गुनाहों की परत खोलने के लिए हम तैयार हैं बस आवश्यकता है आपके सहयोग की इस अभियान में सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाएगा किसी भी समस्या के लिए निम्न नंबरों पर संपर्क करें


                                                                      संपादक


                                                  HAKIKAT EXPRESS Hindi daily


                                                                मियांपुर जौनपुर


                                                                                                Mo 9455855353


जौनपुर में पॉजिटिव पाया गया एक कोरोना का केस

जौनपुर 08 अप्रैल जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि जनपद जौनपुर में एक कोरोना का केस और पॉजिटिव पाया गया है। मोहम्मद गुलफाम इरशाद अहमद उम्र 20 साल देवबंद में पढ़ाई करते थे नवंबर में देवबंद गए थे 27 मार्च को एक बस से देवबंद के काफी बच्चे चले उसमें 25 लोग जौनपुर के थे। मोहम्मद गुलफाम के द्वारा बताया गया कि बनारस के भी कुछ लोग थे और बस इन लोगों को जौनपुर में छोड़कर के 28 मार्च को बनारस चली गई। इन सभी 25 लोगों को चिन्हीकरण कर जांच कराया गयाए जिसमें मोहम्मद गुलफाम का रिपोर्ट पॉजिटिव पाया गया है इनका कहना है कि अपने घर में क्वॉरेंटाइन में रह रहे थे और ये कहीं गए नहीं और एक कमरे में अलग रहे हैं। उनके परिवार में इनके अलावा पांच अन्य सदस्य भी हैं। तहसील बदलापुर के गांव देवरिया के रहने वाले हैं। प्रोटोकॉल के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। 05 अप्रैल को इन्हें चिन्हीकरण के बाद जिला अस्पताल में क्वॉरेंटाइन में रखा गया था। आज शैंपिल पॉजिटिव आने के बाद इन्हें अलग आइसोलेशन वार्ड में रखकर के इनकी चिकित्सा शुरू कर दी गई है। जानकारियां भी इकट्ठा की जा रही है और गांव को सील कर दिया गया है तथा सैनिटाइजेशन का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। परिवार के अन्य सदस्यों का सैंपल लेकर के बीएचयू भेजे जाने के निर्देश दे दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने यह भी अवगत कराया कि जौनपुर में 23 मार्च को मोहम्मद अशहद का एक मामला आया था यह सऊदी से आए थे। 02 अप्रैल को 02 मामले आए थे जो दिल्ली की निजामुद्दीन की जमात में शामिल हुए थे। आज यह चौथा मामला देवबंद के छात्र का है


लॉकडाउन के समय पैसे न होने पर भी आपके घर में पहुँचे रसोई.गैस का सिलेण्डर

जौनपुर 08 अप्रैल एरिया विक्रय प्रबन्धक ;आई0ओ0सी0एल0 एल0पी0जी0 उज्ज्वला नोडल नीरज कुमार के निर्देशानुसार जिला पूर्ति अधिकारी ने अवगत कराया कि पूरे देश में इस समय लॉकडाउन के समय पैसे न होने पर भी आपके घर में रसोई.गैस का सिलेण्डर पहुँचे इसके लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत आपके खाते में निर्धारित धनराशि सरकार द्वारा भेजी जा चुकी है और इसकी सूचना हमें लगातार आपके बैंक द्वारा भी प्राप्त हो रही है आपको सरकार द्वारा यह धनराशि इसीलिए भेजी गई है ताकि आप उज्ज्वला योजना के तहत अपने रसोई.गैस का सिलेण्डर ले सकें। कृपया ध्यान दें कि यदि आप अप्रैल महीने के ऐडवांस की धनराशि का प्रयोग करके अपना पहला सिलेण्डर ;रीफिलद्ध ले लेते हैंए तो ही आपके खाते में मई महीने का ऐडवांस भेजा जा सकेगाए जिससे आप इसके अगले महीने का भी सिलेण्डर ले सकें यही क्रम इसके अगले महीने अर्थात जून तक चलेगाए जिससे जून महीने में आपके खाते में आयी धनराशि से आप तीसरा सिलेण्डर भी ले सकेंगेण् यह योजना फिलहाल 01 अप्रैल से बारी.बारी से 30 जून 2020 तक चलेगीए जिसके अन्तर्गत कुल तीन सिलेण्डर प्राप्त किए जा सकते हैं इस योजना का लाभ लेने के लिए ध्यान दें कि सिलेण्डर प्राप्त होने ;रिफिल डिलीवरीद्ध के दिन से 15 दिन की बाद ही बुकिंग की जा सकेगी एवं एक कलेंडर माह में एक ही सिलिंडर उपलब्ध होगा। उन्होंने सभी उपभोक्ताओं से अनुरोध किया है कि बैंक में धनराशि आने के बाद तुरंत सिलिंडर बुक करें। बैंक में सिलिंडर खरीदने हेतु आई धनराशि एवं खाली सिलिंडर अपने घर पर तैयार रखें। इण्डेन वितरक द्वारा आपको सिलिंडर आपके घर पर पंहुचाया जाएगा। लॉकडाउन के बावजूदए बहुत से ग्राहक वितरक के शोरूम एवं गोदाम पर आ जा रहे है जिससे एक साथ आने से भीड़ लग जा रही है और लॉकडाउन का उल्लंघन हो रहा है। उन्होंने कहा कि गैस की बुकिंग करने के लिए या रिफिल लेने के लिए एजेंसी पर जाने की जरूरत नहीं है आप सभी ग्राहक घर बैठ कर मोबाइल से हाव्टस्प से पेटीएम से कंपनी के वेबसाइट या एप्लीकेशन से बुकिंग करेए आपके घर पर गैस जाएगी। बुकिंग करने में कोई समस्या आती है तो बगल के किसी पढ़े.लिखे युवा वर्ग से बोले वो बुकिंग कर देंगे। कोई समस्या आती है तो अपने वितरकों को संपर्क करें। सभी ग्रामप्रधान आँगनबाड़ी बहनों कोटेदारो से अनुरोध है कि सभी ग्राहकों को फ्री पीएमयूवाई रिफिल के बारे में बुकिंग कैसे करना है बताये।
                    


अंडा एवं चिकन की बिक्री की जाएगी केवल डोर टू डोर


  • जौनपुर 08 अप्रैल  मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा0 विरेन्द्र सिंह ने बताया है कि वर्तमान में कोविड.19 के संक्रमण को देखते हुए जनता मे यह भ्रम फैल गया है कि चिकन एवं अण्डा खाने से  कोविड.19 का संक्रमण होता है जबकि यह मात्र भ्रांति है जिसे शासन एवं सरकार द्वारा तथा  डब्ल्यूएचओ द्वारा बताया गया है कि कोविड.19 संक्रमण का चिकन एवं अण्डा खाने से कोई संबंध नहीं है अपितु इनका उपयोग से समस्त आयु वर्ग के लोगों में रोग प्रतिरोधक शक्ति  इम्युनिटी बढ़ती है अर्थात इनको खाने से इस रोग से लड़ने की क्षमता में वृद्धि होती है इस प्रकार  पोल्ट्री एवं अंडा सहित अन्य पोल्ट्री उत्पादों का उपयोग पूरा तरह से सुरक्षित है। जनपद में अण्डा एवं चिकन की उपलब्धता जनसामान्य को सुनिश्चित कराने के लिए शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि अण्डा एवं चिकन की आपूर्ति डोर टू डोर आपूर्तिकर्ताओं द्वारा की जाएगीए जिसके लिए आपूर्तिकर्ताओं के मोबाइल नंबर दिए जा रहे हैं जिन से संपर्क कर आप अपने घरों में अंडा एवं चिकन की आपूर्ति उचित दर पर प्राप्त कर सकते हैं जिसके लिए अंडा एवं चिकन आपूर्तिकर्ताओं को पास भी जारी किए गए हैं और उनको निर्देश दिया गया है कि वह अंडा एवं चिकन की बिक्री केवल डोर टू डोर करेंगे न कि कहीं पर दुकान खोल कर बैठेंगे और साथ ही अंडा और चिकन की ताजी सप्लाई करेंगे तथा किसी प्रकार से कालाबाजारी नहीं करेंगे यदि ऐसा पाया जाएगा तो उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
              जनपद में अण्डा आपूर्तिकर्ताओं की सूची निम्नवत है मुन्नीलाल पुत्र सुक्खू ग्राम बमोरी विकासखंड सिकरारा मोबाइल नंबर 9506900123ए दूसरा प्रदीप कुमार गुप्ता पुत्र कमला प्रसाद गुप्ता भंडारी जौनपुर मोबाइल नंबर 9889605056ए मोहम्मद आलम पुत्र अब्दुल कलाम दीपकपुर बेलवा रोड मछलीशहर मोबाइल नंबर 8881035919ए फखरे आलम पुत्र अब्दुल खालिद उर्फ नंदू नसही गोला बाजार जफराबाद मोबाइल नंबर 7860823991 तथा 8090309231ए आलोक सिंह बक्शा जौनपुर मोबाइल नंबर 9140741457ए करणए भारतए आफताब निवासी सिपाह मोबाइल नंबर 9795274187 व 9839160123 तथा 8858376007 पर फोन द्वारा बुकिंग कर घर पर मंगवाया जा सकता है। 
         इसी प्रकार चिकन व्यवसायियों की सूची निम्न है शकील अहमद पुत्र मोहम्मद मोबीन सादिक गंज मछलीशहर मोबाइल नंबर 9839304801 व 7518758406ए राहुल सोनकर पुत्र स्वर्गीय सुरेश सोनकर बीरीबारी चंदवक मोबाइल नंबर 9919709718 तथा 9161633076ए मोहम्मद मोहसिन खान पुत्र सोहराब खान कबूलपुर जफराबाद जौनपुर मोबाइल नंबर 8081454850 व 7034641404ए सलीम अहमद पुत्र गुलाम रसूल बदलापुर बाजार मोबाइल नंबर 8112818355ए आबिद अली अंसारी पुत्र अब्दुल खालिद अंसारी केराकत मोबाइल नंबर 9918672200 व 8299685312ए दीपू सुल्तान पुत्र हसीन खेतासराय मोबाइल नंबर 9984842626ए मोहम्मद कलाम पुत्र अब्दुल कलाम दीपक पुर बेलवा रोड मछलीशहर मोबाइल नंबर 9044428099 तथा 8881035919ए मेराज अहमद पुत्र मोहम्मद नईम पकड़ी गोदाम मुंगराबादशाहपुर मोबाइल नंबर 7081064105ए मनोज तथा आयुष एवं पीयूष सिंह गद्दोपुर मोबाइल नंबर 9670861511ए मोहम्मद अलाउद्दीन पुत्र मोहम्मद नसरुल्लाह चुरारी मडियाहूं मोबाइल नंबर 78 60601318ए मोहम्मद आरिफ बंजारेपुर मोबाइल नंबर 9889248283 व 94513336558ए मोहम्मद तबरेज पुत्र मोहम्मद मुस्तफा सीएम स्टोर ख्वाजगी टोला जौनपुर 8382010647ए दाऊद भाई चिकन सेंटर पडरी चौराहा 8601174081 पर फोन द्वारा बुकिंग कराकर मंगवाया जा सकता है।
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मंगलवार, 7 अप्रैल 2020

ग्राम प्रधान है भ्रष्टाचार के पायदान की प्रथम सीढ़ी।

उत्तर प्रदेश सरकार जितना पैसा गॉव को सुधारने मे विकास हेतु आवंटित कर रही है उस धन को ग्राम प्रधान ,खण्ड विकास अधिकारी ,ग्राम विकास अधिकारी व अन्य सहयोगी कर्मचारियो को मिला कर ग्राम विकास के धन से अपनी तिजोरी भरने मे लगे है,निम्न लिखित बातो से आकड़ा लगाया जा सकता है,कि सरकार द्वारा ग्राम विकास के लिए आवंटित किया गया वह धन किस तरह बंदरबाट किया जा रहा है।


स्कूलो की बनवाई-


उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राजकिय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय के भवनो को बनवाने के लिए बड़े पैमाने पर धनरासी को ग्राम पंचायत के संयुक्त खाते मे भेजा जाता है, सरकार कि मंशा थी कि धनरासी सीधे ग्राम विकास के संयुक्त खाते मे देने से ग्राम प्रधान व प्रधानाध्यापक व अन्य द्वारा सहूलियत के हिसाब से अच्छे ढंग से निर्माण कराएगे शायद इसीलिए सरकार ने किसी ठेकेदार को कोई ठेका नही दिया और धनराशि सीधे गॉव के संयक्त खाते मे भेज दिया।इतना ही नही इन विद्यालयो हेतु  शौचालय , समरसेबुल ,पानी की टंकी की व्यवस्था के साथ-साथ ऑगनवाड़ी भवन के लिए भी मोटी रकम इस खाते मे आवंटित कि जाती है,जिसका ग्राम प्रधान भरपूर फायदा उठाता है,और ब्लाक कर्मचारियो को मिलाकर ज्यादा से ज्यादा धन अपनी तिजोरी भरने मे लगाते है।


स्टेशनरी एवं फर्नीचर-


सरकार हर ग्राम सभा के लिए फर्नीचर एवं स्टेशनरी के लिए कुछ धनरासी आवंटित करती है जिसमे प्रधानो द्वारा सिर्फ स्टेशनरी के नाम पर 8से 10 हजार रूपये प्रतिवर्ष  का व्यय दिखाया गया है।बड़े ताज्जूब कि बात यह है कि यदि कोई सूचना कार्यकर्ता इन प्रधानो से वही कार्यवाही हेतु लिया गया रजिस्टर निरिक्षण हेतु मॉग ले तो इन प्रधानो पास कोई रजिस्टर नही मिलता खासकर वह सारी स्टेशनरी जिन सबको मिलाकर जिनकी किमत 8 से 10 हजार रूपये बताई जाती है।


हैण्डपाइप रिबोर एवं मरम्मत - 


सरकार ग्राम सभा मे लगी सारी हैण्डपाइप मे मरम्मत एवं निष्कृय हैण्डपाइप को रिबोर करने का जिम्मा ग्राम प्रधान को दे दिया है,यह योजना ग्राम प्रधान एवं ब्लाक कर्मचारियो के लिए मानो मुह मॉगी मुराद मिल गयी है,शायद यही कारण है कि ग्राम प्रधानो द्वारा गॉव के उन हैण्डपाइपो को भी कागज पर  रिबोर एवं मरम्मत कर दिया जाता है जिसका कोई अता-पता नही, इतना ही नही रिबोर के नाम पर उतनी धनराशि निकाली जाती है जितने मे एक प्राइवेट हैण्डपाइप लगने के बाद भी पैसा बचेगा ,और सौ-दो सौ ,रूपये कि मरम्मत करके हजारो रूपये का बिल बनता है। यह आकड़े से अनुमान लगाया जा सकता है कि ग्राम सभा के ग्राम प्रधानो द्वारा ग्राम विकास हेतु आवंटित धन को किस तरह लूट कर तिजोरियॉ भरी जाती है।
प्रस्तुत कर्ता- दीपचंद यादव  



कोरोना कहर: "मीडिया" समाज के सजग सिपाही

कोरोना विषाणु से जंग में प्रशासन, अनिवार्य सेवाएँ देने वाले समस्त विभाग अपने कर्तव्य का पूर्णतः निर्वहन कर रहे है, वही जनमानस भी घरों में रहकर अपना योगदान दे रहे है। परंतु हमारे देश का एक स्तंभ ऐसा भी है जो दिन-रात प्रशासन की योजनाओ, उनके क्रियान्वयन एवं उससे संबन्धित सम्पूर्ण जानकारी को जनता के समक्ष प्रस्तुत कर रहा है। जी हाँ ये है मीडिया जो निरंतर कोरोना संक्रमण से बचाव की लड़ाई में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है।


कोरोना कहर: "मीडिया" समाज के सजग सिपाही


कोरोना कहर में मीडिया तूने, जनमानस को जागरूक बनाया है।
स्थितियों से समय-समय पर अवगत कराया, सही गलत का मंथन कर सहज बनाया। 
सामाजिक संगठनों को जरूरतमंदो तक पहुंचाया, असत्य होने पर प्रश्नचिन्ह भी लगाया। 
रात-दिन को तूने एक बनाया, अपने सुख-दुःख को स्वतः भुलाया। 
कोरोना संक्रमण की जागरूकता को फैलाया, सावधानी के नियमों को भी सबको समझाया। 
मीडिया समाज की सृजनात्मकता को बढ़ाया, पर खुद के श्रम को निरंतर अविराम बनाया। 
कोरोना विषाणु के अभिमान को नष्ट करने का रास्ता सुझाया, प्रशंसनीय कार्यों में लगे लोगों का हौसला भी बढ़ाया।
मीडिया तूने सोशल डिस्टेन्सिंग के महत्व को समझाया, अपने अथक प्रयासों से कोरोना विस्तार को सतत घटाया। 
सेनीटाइजर, मास्क बनाना भी समय-समय पर सिखाया, दैनिक खाद्य सामाग्री का टाइम टेबल भी जनमानस को बताया। 
कोरोना कहर के दुष्परिणामों को जनमानस को समझाया, अपनी जान को देशभक्ति के आगे तुच्छ जताया। 
मीडिया तूने सरकार और जनमानस के बीच संवाहक का रोल निभाया, सरकार के सकारात्मक कदमों की गति को बढ़ाया। 
कोरोना कहर की एक-एक कड़ी को सुलझाया, समय-समय पर विशेषज्ञों के विचारो को जनमानस तक पहुंचाया। 
देश के सच्चे भक्तों को सम्मान दिलाया, इंसानियत की राह में समाजसेवकों को आगे बढ़ाया। 
तूने सनातन धर्म के महत्व को सर्वत्र फैलाया, कोरोना कहर की विपत्ति पर प्रबंधन के साथ सहयोग बढ़ाया। 
तेरी सक्रिय भागीदारी ने लॉकडाउन को सफल बनाया, देशभक्ति की दिशा में निर्णायक कदम बढ़ाया। 
तूने देश सेवा में अपनी निर्णायक भूमिका को निभाया, जनमानस को अपनी निरंतर सेवा से कृतज्ञ बनाया। 
संकट के क्षणों में निर्भीकता से सत्य से साक्षात्कार कराया, कोरोना कहर है कितना विकराल तब सबकी समझ में आया। 
कोरोना संक्रमण के बावजूद अपनी सेवा को पूरे जज्बे से निभाया, जनता को घर रहना सिखाकर कोरोना विषाणु के विरुद्ध अभियान चलाया। 
घर बैठे रचनात्मक उदाहरण से जनमानस का मनोबल बढ़ाया, लॉकडाउन के कठिन समय को भी आशावादी ऊर्जा से भरपूर बनाया। 
समाचार कवरेज के लिए अपना आराम भुलाया, कोरोना कहर से बचाव की रणनीति में अपने सुझावों से अहम कदम उठाया। 
मीडिया तूने समाज के सजग सिपाही का किरदार निभाया, कोरोना वाइरस के विरुद्ध लड़ाई को सशक्त बनाया। 
मीडिया तूने हमे देश के प्रति कर्तव्य को याद दिलाया, तेरी कर्तव्यनिष्ठा ने ही तुझे लोकतन्त्र का चौथा स्तम्भ बनाया।


 




आजमगढ़ में पत्नी की चाकू से हत्या कर पहुंचा थाने, अवैध संबंधों के शक में वारदात

आजमगढ़ में पत्नी की चाकू से हत्या कर पहुंचा थाने, अवैध संबंधों के शक में वारदात


आजमगढ़ में सरायमीर थाना क्षेत्र के खंडवारी गांव में सोमवार की भोर में अवैध संबंधों के शक में पति ने पत्नी की चाकू मारकर हत्या कर दी। वारदात के बाद गिरफ्तारी देने खुद थाने पहुंच गया।


पुलिस के अनुसार सरायमीर थाना क्षेत्र के खण्डवरी गांव निवासी 45 वर्षीया अमीना का पति इरसाद से अक्सर विवाद होता था। अवैध संबंधों के शक में कई बार मारपीट भी हो चुकी थी।रविवार की रात दोनों में फिर विवाद हो गया। शोरगुल सुनकर दूसरे कमरे में सोए बच्चे भी जाग गए और बाहर आ गए। इसी बीच गुस्से में पति ने पत्नी पर चाकू से कई वार कर दिया। पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई। 


घटना की जानकारी हुई तो पास-पड़ोस के लोग भी पहुंच गए। इससे पहले कि पुलिस को मामले की जानकारी दी जाती, पति खुद घर से 8 किलोमीटर दूर थाने पहुंच गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।


आजमगढ़ मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल समेत 12 मेडिकल स्टाफ क्वारंटाइन, कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आए थे

आजमगढ़ मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल समेत 12 मेडिकल स्टाफ क्वारंटाइन, कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आए थे


आजमगढ़ राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं सुपर फैसिलिटी हॉस्पिटल के प्रिंसिपल डॉ आरपी शर्मा समेत 12 मेडिकल स्टाफ को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया गया है। कोरोना पॉजिटिव तीन लोगों के संपर्क में आने के कारण यह फैसला लिया गया है। जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह के अनुसार फिलहाल प्रिंसिपल की कोरोना जांच निगेटिव आई है। पांच दिनों बाद फिर उनका सैंपल जांच के लिए भेजा जायेगा। 


चक्रपानपुर संवाददाता के अनुसार राजकीय मेडिकल कालेज एवं सुपर फैसिलिटी हास्पिटल में चार अप्रैल को तीन मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। शनिवार को प्रिसिंपल का सैंपल जांच के लिए गोरखपुर भेजा गया। रविवार को रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद भी उन्हें अगले 14 दिनों तक क्वारंटीन रहने को कहा गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एके मिश्रा के अनुसार अगली जांच के बाद ही उनके काम पर लौटने पर फैसला होगा। एहतियातन प्रिंसिपल समेत 12 डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों को क्वारंटीन करने का फैसला लिया गया। 


वहीं, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा के आदेश पर प्रिंसिपल डॉ आरपी शर्मा के सभी अधिकार कार्यवाहक प्रधानाचार्य डॉ राजेश को दे दिये गए हैं। प्रधानाचार्य को अपना कार्यभार डॉ राजेश को देने का निर्देश दे दिया गया है। रविवार को डीजीएमई कार्यालय से लिखित आदेश भी इस बाबत आ गया। 


25 स्वास्थ्यकर्मियों के कार्य बहिष्कार से भी जोड़ा जा रहा मामला
प्रिंसिपल समेत स्वास्थ्यकर्मियों को क्वारंटीन करने का मामला अघोषित कार्य बहिष्कार से भी जोड़ा जा रहा है। राजकीय मेडिकल कालेज के प्राचार्य के कार्यालय के लगभग 25 कर्मचारियों ने अघोषित रूप से कार्य बहिष्कार कर दिया था। प्राचार्य ने दो बार निर्देश भी दिया लेकिन कोई भी कर्मचारी अपने पटल पर काम करने के लिए तैयार नहीं हुआ।


उसी दिन प्राचार्य को भी क्वारंटाइन होने की सलाह दी गई। शनिवार को जब कार्यालय का सेनेटाइज किया गया। लेकिन प्रिंसिपल ने सलाह नहीं मानी और कार्यालय पहुंच गए। इसके बाद भी 25 कर्मचारी अपने-अपने पटल पर उपस्थित नहीं हुए। सभी कर्मचारी प्रशासनिक भवन के सामने स्थित पार्क में इकट्ठा हुए और अघोषित रूप से कार्य बहिष्कार कर दिया। प्रिंसिपल ने कर्मचारियों को बाहर आकर काम करने का दो बार निर्देश भी दिया। लेकिन कोई भी कर्मचारी अपने पटल पर उपस्थित नहीं हुआ।


लॉकडाउनः परिवार का खर्चा नहीं चला पाने से लाचार ट्राली चालक ने दी जान

लॉकडाउनः परिवार का खर्चा नहीं चला पाने से लाचार ट्राली चालक ने दी जान


लॉकडाउन में रोज कमाने खाने वालों की मुसीबत बढ़ती जा रही है। वाराणसी में जैतपुरा के ढेलवरिया में 30 वर्षीय ट्राली चालक नितिन कुमार ने फांसी लगाकर जान दे दी। मकान मालिक संदीप सेठ के अनुसार कमाई नहीं होने के कारण घर के खर्चे को लेकर नितिन परेशान था। 


मूलरूप से बिहार का निवासी नितिन ढेलवरिया में किराए के मकान में रहता था। उसकी पिछले ही साल दशाश्वमेध की रिंकी के साथ शादी हुई थी। ट्राली चलाकर ही नितिन के परिवार का खर्च चलता था। लॉकडाउन के कारण कमाई बंद होने से खर्च चलाने में दिक्कतें आने लगीं। परेशानी के कारण ही चार दिन पहले पत्नी अपने मायके दशाश्वमेध चली गई थी। 


सोमवार को दोपहर तक उसके कमरे का दरवाजा नहीं खुला। आवाज लगाने पर भी अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो मकान मालिक को कुछ शक हुआ। उसने सीढ़ी लगाकर रोशनदान से झांका तो सन्न रह गया। अंदर रस्सी के सहारे ट्राली चालक का शव फांसी के फंदे पर लटक रहा था। उसने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को उतारा और कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। 


मकान मालिक ने पुलिस को बताया नितिन की शादी नवंबर 2019 में दशाश्वमेध की रिंकी रानी से हुआ था। ट्राली  चलाकर ही अपना और  पत्नी का भरण पोषण करता  था। लॉकडाउन के कारण ट्राली नहीं चलाने से घर का खर्चा नहीं चल रहा था। इससे नाराज होकर पत्नी चार दिन पहले मायके चली गई। इसके कारण भी परेशान था।


जनधन खाता निष्क्रिय होने से कई लोग लौटे

जनधन खाता निष्क्रिय होने से कई लोग लौटे


जनधान खातों में पांच सौ रुपये आने के बावजूद अधिकतर लोग इसका लाभ नहीं ले पा रहे हैं। ऐसा खातों के निष्क्रिय होने से हुआ है। सोमवार को विभिन्न ग्राहक सेवा केंद्रों और बैंक शाखाओं के बाहर यह नजारा देखने को मिला। पैसा लेने के लिए गांवों और शहर में बुनकर बहुल क्षेत्रों में भीड़ दिखी।


बैंक शाखा और ग्राहक सेवा केंद्र पर लंबी कतार जब नंबर आया तो पता चला कि खाता निष्क्रिय है। इस कारण कई लोग निराश होकर लौट गए। उधर जिन खाताधारकों के पास आधार कार्ड था या उनके खाते से आधार कार्ड जुड़ा हुआ था। उन्हें थोड़ी देर इंतजार करने के बाद धनराशि मिल गई। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में मनरेगा मजदूरों, बुनकरों सहित अन्य जनधन खाता धारकों को 500 रुपए प्रति माह 3 महीने तक दिए जाने हैं। छह साल पहले जनधन खाते खुलने शुरू हुए थे। लेकिन इनमें से ज्यादातर खाताधारकों ने 3 से 4 वर्ष में एक भी लेन-देन नहीं किया है। जिससे यह खाते निष्क्रिय हो गए हैं। बनारस में साढे 15 लाख जनधन खाते हैं। इनमें करीब 70 फ़ीसदी निष्क्रिय हैं। पीएम गरीब कल्याण योजना में करीब 6 लाख खातों में यह राशि आई है। लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर मिथिलेश कुमार ने बताया कि जो खाते निष्क्रिय हैं। उन्हें एक्टिव करने के लिए आधार कार्ड या अन्य फोटो प्रमाण पत्र साथ लाना होगा। सभी बैंकों को जल्द से जल्द खाते को सक्रिय करके राशि उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।


रामेश्वर में बड़ौदा यूपी बैंक (काशी गोमती संयुक्त ग्रामीण बैंक) शाखा में सोमवार को ग्राहकों की लम्बी कतारलग गई। 80 खाताधारकों को पैसा दिया गया। खाता निष्क्रिय होने से दस खाताधारक पैसा नहीं पा सके। दो-तीन घंटे लाइन में खड़े होने के बाद जब ये काउंटर पर पहुंचे तो पता चला कि उनका खाता बन्द पड़ा है। हीरमपुर की कलावती, कुसुम, खेवली की चमेली, रीता, मनोरमा और रामेश्वर की उर्मिला सहित अन्य गांवों से अन्य खाताधारक निराश लौट गए। रोहनिया में बैंक ऑफ बड़ौदा ग्राहक सेवा केंद्र अखरी पर जनधन खाता धारक 500 रुपए निकालने पहुंचे। इनमें से कुछ खाता धारकों ने एटीएम से रुपए निकालने की कोशिश की थी लेकिन सफलता नहीं मिली। पूछताछ करने पर मालूम हुआ कि उनका खाता निष्क्रिय है। इसी तरह बैंक ऑफ इंडिया चुनार रोड की खाताधारक गुरुवा निवासी चंदा देवी, रोहनिया निवासी कलावती देवी जो बैंक ऑफ बड़ौदा की खाता धारक हैं। उन्हें पहले तो कतार में लंबा इंतजार करना पड़ा। फिर खाता निष्क्रिय होने और कुछ दस्तावेज न होने पर वापस लौटना पड़ा। कछवांरोड में काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक में सोमवार को जनधन खाते से रुपया निकालने को लोगों की भीड़ उमड़ी। सोशल डिस्टेंसिंग के कारण 2 से 3 खाताधारकों को बैंक में बुलाया गया जिससे बाहर कड़ी धूप में खाताधारकों को लंबा इंतजार करना पड़ा।‌ लेकिन धूप से बचने के लिए बाहर मौजूद महिलाएं और पुरुष खाताधारक एक पुलिया के किनारे इकट्ठे होकर बैठे रहे जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो सका।


कोरोना संदिग्ध की जांच में हीलाहवाली के दौरान ही मौत, बीएचयू से जिला और मंडलीय अस्पताल दौड़ते रहे परिजन

कोरोना संदिग्ध की जांच में हीलाहवाली के दौरान ही मौत, बीएचयू से जिला और मंडलीय अस्पताल दौड़ते रहे परिजन


 


वाराणसी में कोरोना संदिग्ध मानकर रेफर कर देने और जांच में हीलाहवाली की प्रक्रिया के बीच एक व्यक्ति की मौत हो गयी। इससे प्रशासनिक अमले में खलबली मची है। शिवपुर निवासी 45 साल के व्यक्ति को तेज बुखार के साथ सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। उसके 75 साल के वृद्ध पिता शनिवार को बीएचयू लेकर पहुंचे। वहां उसे कोरोना संदिग्ध मानकर पांडेयपुर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल भेज दिया गया। वहां से डॉक्टरों ने बिना जांच किये मंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया। रात में हालत बिगड़ने पर परिजन निजी अस्पताल पहुंचे। वहां देर रात उसने दम तोड़ दिया। घटना के दो दिन बीत जाने के बाद भी परिजनों की जांच नहीं कराई गई है।
 
जांच नहीं होने से मरीज को देखने वाले चिकित्सक और कर्मचारी 48 घंटे से दहशत में जी रहे हैं। उनका कहना है कि बीएचयू ने जिला अस्पताल को जांच करने को कहा था तो उन्होंने उसका सैम्पल क्योँ नहीं लिया। कर्मचारियों ने कहा कि अगर मरीज की जान कोविड-19 से हुई होगी तो हम सब कितने बड़े खतरे में हैं। जांच हो गई होती तो संदेह मिट जाता।


वहीं सीएमओ डॉक्टर बीबी सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान में है। मृतक के परिजनों की जांच जल्द से जल्द कराई जाएगी। जिला अस्पताल की लापरवाही की जांच कराकर कठोर कार्रवाई करेंगे।


बूढ़े माता-पिता के साथ बच्चों पर आफत
सबसे बड़ी चिंता मृतक के 75 वर्षीय पिता, 70 वर्षीय माता, 15 साल की बेटी और 12 साल के बेटे की है। परिजन भी खतरे में आ सकते हैं। जांच कराने से विभाग ने क्योँ परहेज किया समझ से परे है।