मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र का राष्ट्रीयकरण करने के लिए सरकार को निर्देश देने से सुप्रीम कोर्ट ने किया इनकार

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को COVID-19 के खतरे से निपटने के लिए भारत के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र का राष्ट्रीयकरण करने के लिए सरकार को किसी भी प्रकार का निर्देश देने से इनकार कर दिया। न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति रवींद्र भट की खंडपीठ ने याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा, "यह ऐसा फैसला नहीं है कि अदालत सरकार को लेने के लिए कहे। हम अस्पतालों के राष्ट्रीयकरण का आदेश नहीं दे सकते। सरकार ने पहले ही कुछ अस्पतालों को अपने कब्जे में ले लिया है।" न्यायमूर्ति भूषण ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के राष्ट्रीयकरण की इस प्रार्थना को 'गलत' बताया, जबकि सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने एडवोकेट अमित द्विवेदी द्वारा दायर इस याचिका को खारिज करने का आग्रह किया। द्विवेदी की वैकल्पिक प्रार्थना के संबंध में, हेल्थकेयर संस्थाओं को COVID-19 से संबंधित सभी परीक्षण, प्रक्रियाएं और उपचार मुफ्त में करने के निर्देश देने के लिए, बेंच ने उन्हें सूचित किया कि इस मुद्दे को एक अन्य याचिका के साथ टैग किया गया है। सरकार के प्रयासों से संतुष्ट, कोर्ट ने कहा कि "हर कोई अपना काम कर रहा है। सरकार COVID -19 से संक्रमित व्यक्तियों के इलाज के लिए सभी प्रकार के प्रभावी कदम उठा रही है।" याचिका में की गई थीं ये मांगे COVID-19 महामारी के नियंत्रित होने तक स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र और संबंधित सेवाओं के राष्ट्रीयकरण की मांग के लिए सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका में कहा गया था कि नोवेल कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में स्वास्थ्य सुविधाओं पर बहुत अधिक निर्भरता की आवश्यकता होगी और सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र अकेले इस आवश्यकता को संभालने के लिए पर्याप्त रूप से उपकरणों से लैस नहीं है, इसलिए याचिकाकर्ता का तर्क है, निजी क्षेत्र को भी "सभी स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं, सभी 36 संस्थानों, सभी कंपनियों और स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र से संबंधित सभी संस्थाओं" में शामिल होना चाहिए। सार्वजनिक स्वास्थ्य पर किया जाता है कम खर्च अपनी बात रखने के लिए, याचिकाकर्ता भारत की सार्वजनिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की खराब स्थिति पर प्रकाश डाला है और इसके लिए इस पर होने वाले कम खर्च को मुख्य रूप से जिम्मेदार बताया है। याचिकाकर्ता ने कहा, "2020 के बजट में भारत ने सार्वजनिक स्वास्थ्य पर अपने कुल अनुमानित बजट खर्च का केवल 1.6% आवंटित करने का फैसला किया ... वर्षों से सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं पर खर्च कम रहा है और इसके परिणामस्वरूप भारत का सार्वजनिक स्वास्थ्य ढांचा COVID-19 जैसी महामारियों के समय ज़्यादातर देशों की तुलना में घटिया और अपर्याप्त है। दुर्भाग्य से हम इस मोर्चे में ज्यादा विकास नहीं देख पाए।" भारत में निजी स्वास्थ्य सुविधाएं विश्व स्तर की दूसरी ओर, याचिकाकर्ता ने कहा कि भारत में निजी स्वास्थ्य सुविधाएं विश्व स्तर की हैं जिनका प्रमाण हमारे चिकित्सा पर्यटन की निरंतर वृद्धि के माध्यम से मिलता है। उन्होंने कहा कि ये सुविधाएं छोटे शहरों तक भी पहुंच गई हैं और केवल महानगरों तक सीमित नहीं हैं। याचिका में कहा गया कि "यह तथ्यात्मक रूप से गलत और भ्रामक है कि भारत में सुसज्जित अस्पताल और स्वास्थ्य देखभाल संबंधी सुविधाएं नहीं हैं। हालाँकि, यह चिंता का विषय है कि "निजी स्वास्थ्य सुविधाएं पाना अधिकतर भारतीयों के लिए मुश्किल है क्योंकि इसकी संभावित कीमत बाधा होती है। " याचिकाकर्ता का कहना है कि केंद्र सरकार भारत की समग्र भलाई के लिए उत्तरदायी है और कोरोना वायरस के वैश्विक प्रकोप द्वारा प्रस्तुत इस संकट के दौरान भारतीयों की रक्षा करना उसका कर्तव्य है। संघ के साथ-साथ, राज्य और केंद्र शासित प्रदेश भी अपनी आबादी के स्वास्थ्य के लिए जिम्मेदार हैं और यह इन सरकारों का सामूहिक दायित्व है कि वे महामारी के दुष्प्रभावों को कम करें। इस प्रकार, संविधान के अनुच्छेद 21 और 47 को लागू करते हुए, यह तर्क दिया गया है कि उपचार पाने का अधिकार जीवन के मौलिक अधिकार का हिस्सा है और सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार राज्य के प्राथमिक कर्तव्यों में से है। याचिकाकर्ता संविधान के अनुच्छेद 38 को भी संदर्भित करता है, जिससे राज्य को स्थिति, सुविधाओं और अवसरों से संबंधित असमानताओं को समाप्त करने की आवश्यकता होती है। इस बात पर जोर दिया है कि "कोई अन्य बात किसी व्यक्ति की स्थिति और उसकी गरिमा को इतना कमजोर नहीं करती, जितनी कि यह कि यदि उसे स्वयं की / अपने परिवार में से किसी सदस्य की जांच या इलाज करवाने की आवश्यकता पड़े और वह वित्तीय रूप से असमर्थ हो।" वर्तमान में भारत द्वारा उठाए गए उपायों के संदर्भ में, देशव्यापी लॉकडाउन और सामाजिक दूरी की तरह याचिकाकर्ता का दावा है कि हम अन्य देशों के अनुभव से सीख रहे हैं जो महामारी के सबसे बुरे चरण से निपटते रहे हैं। इसी तर्क को आगे बढ़ाते हुए, यह प्रस्तुत किया जाता है कि कई देशों ने अपनी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली का राष्ट्रीयकरण करने का विकल्प चुना है। इस प्रकार, भारतीय संदर्भ में, यह आग्रह किया जाता है कि "यदि एक बार स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं और संबंधित संस्थानों का राष्ट्रीयकरण हो जाता है, तो COVID-19 के खिलाफ संघर्ष प्रभावी हो जाएगा। हेल्थकेयर क्षेत्र के राष्ट्रीयकरण के विकल्प के रूप में, याचिकाकर्ता ने COVID-19 बीमारी के संबंध में परीक्षण, बाद में होने वाले सभी टेस्ट, प्रक्रिया और इलाज का संचालन करने के लिए सभी स्वास्थ्य देखभाल संबंधित संस्थाओं को निर्देश देने की प्रार्थना की है, जो भारत के सभी नागरिकों के लिए COVID 19 महामारी के नियंत्रित होने तक नि: शुल्क हों। "


स्माल अमाऊंट ट्रांजेक्शन ओर पैंनशनरों की वजह से बैंकों के बाहर बढ़ रही लोगों की भीड़

गिद्दड़बाहा (शक्ति जिंदल) पंजाब अंदर जारी क3र्यू दौरान लोगों को राहत देने के मकसद से खोले गए बैंकों के बाहर ग्रामीण इलाकों से भारी तादार में लोग शहर के बैंकों में आने लगे है। जिसमें ज्यादातर पैंनशन सबंधी जानकारी हासिल करने वाले ओर छोटी राशि जमा करवाने वाले लोग ज्यादा है। जिसके चलते बैंकों के बाहर सोशल डिस्टैंसिंग का नियम लागु नही हो पा रहा है। बैंक अधिकारियों व पुलिस प्रशासन की ओर से लोगो को बार बार समझाने के बावजुद लोग समझने को तैयार नही है। दुसरी ओर गिद्दड़बाहा के गली मुहल्लों में खुली बैंक की कुछ ब्रांचो के कारण वहा रहते लोगो को भी कोरोना वायरस का भय सताता दिखाई दे रहा है। गली के वसनीकों की माने तो बैंक आने वाले ज्यादातर ग्रामीण खांसी व नजला जमीन पर ही फैंकते रहते है। उनकी ओर से नगर कोंसिल गिद्दड़बाहा से भी बैंक खुलने के दिनों में सैनीटाईज करवाने सबंधी कहा गया, मगर कोंसिल की ओर से इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया।    


बाशिंदों ने की नगर कोंसिल से बैंक खुलने के दिनों में सैनीटाईज करवाने की अपील 


कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर बेशक गिद्दड़बाहा अंदर भी कफ्र्यू लगाया गया है, मगर इस दौरान कुछ दिनों के अंतराल के दौरान सभी सरकारी व प्राईवेट बैंक खोलने व लोगो को बैंक सबंधी कामकाज के लिए बाहर निकलने की मंजूरी होने की वजह से भारी तादाद में पैंनशनर व आम लोगों ने बैंकों की तरफ रूख कर लिया गया है। जिस कारण बैंकों के बाहर लोगो का तांता लगा रहता है। खास बात यह है कि बैंक पहुंचने वाले ज्यादतर लोग बजुर्ग पैंनशनर,महिलाएं भी शामिल है। सोमवार को भी जब गिद्दड़बाहा अंदर बैंक खुले तो बैंकों के बाहर लोगो की लंबी लंबी कतारे लग गई। बैंक अधिकारियों की ओर से बार बार लोगो को समझाया गया कि उनकी पैंनशन उनके खातों में आ रही है व उस पैंनशन को उनके घरों तक पहुंचाया जा रहा है।



मगर लोग इसको समझ नही पा रहे थे। वही दुसरी ओर भारतीय स्टेट बैंक की एस.एम.ई. ब्रांच वाली गली के रहने वाले रजनीश गर्ग नीटा और मुकेश गोयल ने बताया कि उनकी गली में सुबह ७ बजे से ही लोगों की भारी भीड़ जमा होने लग जाती है। उन्होंने बताया कि आज उनकी गली में करीब ३०० लोगों का इक्कठ था जो विभिन्न कामों के लिए बैंक के आस पास जमा हुए थे। उन्होंने बताया कि इनमें से ज्यादातर लोग बुजुर्ग थे और कोई खांसी कर रहा था तो कोई नजला जमीन पर ही फैंक रहा था। उन्होंने कहा कि प्रशासन हो चाहिये उक्त ब्रांच के पिछली और स्थित बैंक के दूसरे गेट को भी आम जनता के लिए खोला जाये 1योंकि यह गेट बाजार में व खुली सडक पर खुलता है। गिद्दड़बाहा के सर्कूलर रोड़ पर स्थित भारतीय स्टेट बैंक की मु2य ब्रांच के मैनेजर सुखपाल सिंह ने बताया कि लोग बिना किसी जरूरी काम के लिए बैंकों के चक्कर लगा रहे हैं जबकि सरकार द्वारा दी जाने वाली पैनशन की राशि को सरकार की हिदायतों के अनुसार उपभोक्ताओं को घर घर पहुंचाया जा रहा है जबकि लोग फिर भी बैंकों के समक्ष लंबी लंबी कतारें बना कर इस विकट स्थिति में भी सोशल डिस्टैंसिंग के नियम का पालन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बैंक पहुंचने वालों में ज्यादातर सं2या केवल खाते में पैसा पता करने वालों की है जबकि कोई अपने खाते से आधार कार्ड को लिंक करवाने के लिए पहुंच रहा है। उन्होंने बताया कि बैंक द्वारा एक समय में दो महिलाओं और तीन पुरूषों को ही अन्दर आने की ईजाजत दी जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की वह आम कारणों से बैंक में न पहुंचे और यदि बेहद जरूरी हो तो ही बैंक में आए और सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करें।
दूसरी ओर शहर में चल रहे सरकारी व प्राईवेट बैंकों के ए.टी.एम के बाहर भी सोमवार को लंबी लंबी लोगों की कतारे देखने को मिली। लोग अपने अपने खातों से जरूरत के अनुसार पैसा निकालते दिखाई दे रहे थे।


व्हाट्सएप ग्रुप एडमिन पर पुलिस कार्रवाई को लेकर हाईकोर्ट की प्रतिक्रिया करे कोई और भरे कोई : ऐसा नहीं हो सकता,

चंडीगढ़, संजय कुमार मिश्रा


एक कहावत है, करे कोई और भरे कोई, पर अब ऐसा नहीं होगा...व्हाट्सएप ग्रुप के अन्य मेम्बर्स की गलतियों की सजा ग्रुप एडमिन को नहीं दी जा सकती, ऐसा कहना है पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का।


हाईकोर्ट ने यह प्रक्रिया कोविद 19 की महामारी के दौर में सोशल मीडिया पर किसी भी गलत एवं भ्रामक खबर पर व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के एक मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी। कोर्ट ने कहा संबंधित ड्यूटी मजिस्ट्रेट को अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते वक्त अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि सिर्फ पुलिस की रिपोर्ट पर किसी के भी खिलाफ वारंट जारी नहीं किया जाए। वारंट किसी कानूनी बाधा को दूर करने के लिए ही किया जाना चाहिए।


सुप्रीम कोर्ट के एक निर्णय का हवाला देते हुए हाईकोर्ट ने कहा कि, पुलिस को अपने रिपोर्ट में उन सभी कारकों का उल्लेख करना चाहिए जिसके बिना पर वो आरोपी के खिलाफ वारंट जारी किए जाने को लेकर पूर्ण रूप से संतुष्ट है।


भारतीय दंडावली  (आईपीसी) की धारा 505 पर कोर्ट ने कहा कि पब्लिक में भ्रांति फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी, लेकिन व्हाट्सएप ग्रुप जिसे एडमिन ने बनाया और अन्य मेंबर को इस प्लेटफॉर्म पर जोड़ा, वो उस अन्य मेंबर के पोस्ट के लिए जिम्मेवार कैसे हो सकता है ? खासकर तब जबकि सभी मेंबर्स के पोस्ट एडमिन की इजाजत के मोहताज नहीं होते, हां अगर ग्रुप का स्टेटस - सिर्फ एडमिन है तो ऐसे सूरत में किसी भी मेंबर्स का पोस्ट एडमिन की अनुमति के बगैर पोस्ट नहीं होता और ऐसी कोई पोस्ट अगर गलत और भ्रामक है, तो एडमिन को जिम्मेवार माना जा सकता है। लेकिन अन्य मेंबर के गलत पोस्ट पर एडमिन पर कार्रवाई से एडमिन की व्यक्तिगत आजादी जो कि उसका एक संवैधानिक अधिकार है, कुंठित होती है ।कोर्ट ने कहा, कथनी, करनी एवं भाव सभी को हमेशा सामने रखकर फैसला लेना चाहिए कि क्या वास्तव में ग्रुप एडमिन किसी आपराधिक मामला दर्ज करने योग्य है ? क्योंकि न्याय व्यवस्था में उचित अनुचित को देखने के सिद्धांत की परंपरा है जिसे खारिज नहीं किया जा सकता।


आशीष भल्ला बनाम सुरेश चौधरी एवं अन्य में दिल्ली हाई कोर्ट के निर्णय का हवाला देते हुए हुए हाईकोर्ट ने कहा कि इसमें कोर्ट ने व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन की जिम्मेवारियां तय कर दी गई है, उससे परे जाकर ग्रुप एडमिन के खिलाफ पुलिस की ओर से वारंट का आवेदन देना सही नहीं होगा। जब एडमिन किसी मेंबर को ग्रुप के प्लेटफॉर्म से जोड़ता है तो वह उस मेंबर से उम्मीद करता है की वो कोई भी गलत खबर या भ्रांति फैलाने वाला पोस्ट नहीं डालेगा, मतलब एडमिन का भाव बिल्कुल साफ होता है जो कि आईपीसी की धारा 505 में कवर नहीं होता। आईपीसी 505 में साफ कहा गया है कि "व्यक्ति जो किसी गलत भाववश के वशीभूत होकर कोई गलत या भ्रांतिपूर्ण पोस्ट जानबूझकर करता है तो"आशीष भल्ला बनाम सुरेश चौधरी एवं अन्य में दिल्ली हाई कोर्ट के निर्णय का हवाला देते हुए हुए हाईकोर्ट ने कहा कि इसमें कोर्ट ने व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन की जिम्मेवारियां तय कर दी गई है, उससे परे जाकर ग्रुप एडमिन के खिलाफ पुलिस की ओर से वारंट का आवेदन देना सही नहीं होगा। जब एडमिन किसी मेंबर को ग्रुप के प्लेटफॉर्म से जोड़ता है तो वह उस मेंबर से उम्मीद करता है की वो कोई भी गलत खबर या भ्रांति फैलाने वाला पोस्ट नहीं डालेगा, मतलब एडमिन का भाव बिल्कुल साफ होता है जो कि आईपीसी की धारा 505 में कवर नहीं होता। आईपीसी 505 में साफ कहा गया है कि "व्यक्ति जो किसी गलत भाववश के वशीभूत होकर कोई गलत या भ्रांतिपूर्ण पोस्ट जानबूझकर करता है तो"


शनिवार, 11 अप्रैल 2020

करोना के चलते घाटकोपर मुम्बई हुआ सील

करोना के चलते घाटकोपर मुम्बई हुआ सील 


मुम्बई समाचार

सध्या करोना व्हायरस अनेक झोपडपट्टीमध्ये पसरला आहे आणि कामराज नगर रमाबाई आंबेडकर नगर मधील गल्ल्यांमधील अनेक तरुण मुलं विनाकारण रस्त्यावर घोळका करून उभी रहाताना दिसत आहेत. ही मुले पोलीस आले की गल्लीमध्ये  पळून जातात व पोलीस गेले की पुन्हा रस्त्यावर येतात यावर आळा बसण्यासाठी   आपल्या  प्रभागातील प्रत्येक गल्ली, चाळीमध्ये कमिटी आहे .चाळीतील कमिटीने  चाळीमधुन कोणीही घराबाहेर  येणार नाही याची काळजी घ्यावी व जी मुले किंवा माणसे ऐकत नाहीत सतत विनाकारण बाहेर येतात त्यांची पुर्ण  नावं आणि पुर्ण पत्ता  मला पाठवा जमल्यास त्या मुलांचा फोटोही पाठवा  आपण त्यांची पोलिस कंम्प्लेन्ट करू,पोलिसांनी अशा काही बाहेर पडणार्या मुलांना  घरून उचलून नेले आणि चोपले तर  रस्त्यावरील गर्दी कमी होईल किंवा काही घरकाम करणार्या महीला घरकाम करण्यांस बाहेर जातात त्यांनाही मनाई करावी सर्वांनी आपापल्या गल्लीची जबाबदारी घेतली तर आपण करोना व्हायरस वर 100% विजय मिळवु कृपया प्रत्येक व्यक्तीपासून कमीतकमी पाच फुट अंतर लांब रहा. बाहेर पडताना चेहर्यावर मास्क लावा
                                                                                                              पत्रकार विकास बसंत गायकर 


गोमांश तस्करी करने वाला एक अभियुक्त 25 किलो गोमांश के साथ गिरफ्तार,

थाना शाहगंजजनपद जौनपुर


गोमांश तस्करी करने वाला एक अभियुक्त 25 किलो गोमांश के साथ गिरफ्तारव गोमांश तस्करी में प्रयुक्त मोटर साइकिल बरामद-


श्रीमान् पुलिस अधीक्षक महोदय, जौनपुर द्वारा अपराध एवं अपराधियों की गिरफ्तार हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में श्रीमान अपर पुलिस अधीक्षक नगर महोदय जौनपुर के निर्देशन व श्रीमान् क्षेत्राधिकारी महोदय शाहगंज के कुशल मार्गदर्शन में उ0नि0 श्री शितलू राम मय हमराह के द्वारा अभियुक्त फैजान पुत्र रियाजुद्दीन नि0 असरफपुर उसरहटा थाना शाहगंज जनपद जौनपुर को दिनांक 10/04/2020 को समय 11.15 बजे थाना शाहगंज जौनपुर स्थित बारादरी ग्रेण्ड लॉन एराकियाना के पास से गिरफ्तार किया गया, तथा इसके कब्जे से 15 किलो प्रतिबंधित गोमांश बरामद हुआ, पूछताछ के दौरान गोवंशीय पशुओं को काट कर उनका गोमांश बेचने वाले झिनक पुत्र मोबीन कुरैशी नि0 बडागांव थाना शाहगंज जनपद जौनपुर के घर से 10 कि0ग्रा0 गोमांश बरामद किया गया है जो मौके से भाग गया है,जिसकी गिरफ्तारी हेतु संभावित स्थानों पर दबीश दी जा रही है, अभियुक्त फैजान उपरोक्त की गिरफ्तारी से इस प्रकार के अपराधों पर अंकुश लगेगा।


अभियुक्त का नाम व पताः-


फैजान पुत्र रियाजुद्दीन निवासी असरफपुर उसरहटा थाना शाहगंज जनपद जौनपुर।


पंजीकृत अभियोग-


1.मु0अ0सं0 208/2018 धारा 3/5ए/8 गो0नि0 अधि0 11 पशु क्रुरता अधि0 7 C.L.A ACT


2.मु0अ0सं0 349/2019 धारा 3(1) उ0प्र0 गिरोहबंद अधिनियम थाना शाहगंज जनपद जौनपुर।


3.मु0अ0सं0 88/2020 धारा 5/8 गो0नि0 अधिनियम शाहगंज थाना शाहगंज जनपद जौनपुर।


बरामदगी का विवरणः-


 कुल 25 कि0ग्रा0 प्रतिबंधित गोमांस व गोमांश तस्करी में प्रयुक्त मो0सा0 संख्या H.F. डिलक्स नं0 UP62BM 0071। 


गिरफ्तारी/ बरामदगी करने वाली टीमः-


1.उ0नि0 श्री शीतलू राम   थाना शाहगंज जौनपुर।


2.हे0का0 मो0 अतीक थाना शाहगंज जौनपुर।


3.का0 सूरज सोनकर थाना शाहगंज जौनपुर।


फरार अभियुक्त आखिर हुआ गिरफ्तार

थाना-मुंगराबादशाहपुर जौनपुर


पुलिस अधीक्षक जौनपुर द्वारा अपराध व अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत आज दिनांक 10.04.2020 को थानाध्यक्ष मय हमराह देख रेख शान्ति /कानून व्यवस्था थाना क्षेत्र में मामूर थे कि जरिये मुखबिर खास द्वारा सूचना मिली की थाना स्थानीय पर पंजीकृत अभियोग 0047/2020 धारा 323/504/506/304 भादवि से सम्बन्धित अभियुक्त रवि पटेल पुत्र इन्द्र बहादुर पटेल उम्र-28 वर्ष निवासी कमालपुर थाना मुंगरा बादशाहपुर जौनपुर गाव में अपने घर पर मौजूद है जल्दी की जाये तो पकडा जा सकता है सूचना पर विश्वास कर ग्राम कमालपुर स्थित रवि पटेल को उसके घर से गिरफ्तार किया गया।गिरफ्तार अभियुक्त का नाम व पता1.रवि पटेल पुत्र इन्द्र बहादुर पटेल उम्र-28 वर्ष निवासी कमालपुर थाना मुंगरा बादशाहपुर जौनपुर।गिरफ्तारी करने वाली टीम का विवरण- श्री अरविन्द कुमार यादव,थानाध्यक्ष थाना मुंगराबादशाहपुर जनपद जौनपुर का0विमल द्विवेदी, का0 पवन दूबे, का0 सुनिल कुमार थाना मुंगराबादशाहपुर जनपद जौनपुर।


किसी को घबराने की जरूरत नहीं जिलाधिकारी

जौनपुर 11 अप्रैल 2020  जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि आज 06 सैंपल की जांच रिपोर्ट आई है सभी सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव है तथा 18 अन्य संदिग्धों के सैंपल बीएचयू में जांच के लिए भेजा गया। अब तक जनपद जौनपुर में ऐसे 267 लोगों को चिन्हित किया गया जो संदिग्ध थे जिनमे कोरोना जैसे लक्षण थे।    आज तक 210 सैंपल के रिजल्ट आ चुके हैं। अब 57 लोगों के नमूनों की जांच हो कर के आना शेष है। एक व्यक्ति मोहम्मद असहद का 23 मार्च को सैंपल पॉजिटिव आया था जिनका इलाज चल रहा है जो ठीक हो गये हैं और अब इनका सैमपिल नेगेटिव आ गया है इन्हें अस्पताल से 06 अप्रैल 2020 को छुट्टी दे दी गई है ये  घर चल गये है तथा 02 अप्रैल को दो लोग का सैंपल पॉजिटिव आया था जिसमें एक बांग्लादेश का स्माइल था और दूसरा रांची का यासीन अंसारी था दोनों अस्पताल में भर्ती है और उनका इलाज चल रहा है एक व्यक्ति हाफिज गुफरान का नमूना 08 अप्रैल को पॉजिटिव आया था। जिलाधिकारी ने कहा कि किसी को घबराने की जरूरत नहीं है केवल सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। कोई भी व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को स्पर्श न करें। दूरी बनाकर रखें। लाकडाऊन के नियमों का पालन करें। सोशल डिस्टेंसिंग और आइसोलेशन के सिद्धांतों का पालन करें। यही एक रास्ता इस बीमारी से बचाव का है। हम सब इसका पालन करके ही कोरोना वायरस के संक्रमण को जनपद में रोक सकते हैं। अनावश्यक रूप से घरों से बाहर ना निकले। मास्क का प्रयोग करें। समय-समय पर अपने हाथों को सैनिटाइज करते रहें या साबुन से धोते रहें।
                      
गॉववार स्वास्थ विभाग की टीम द्वारा क्रोना के लक्षण वाले लोगों का चिन्हीकरण

         जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि जनपद में विदेश से आए और अन्य राज्यों से आए सभी लोगों की स्क्रीनिंग का एक बृहद अभियान पुनः प्रारंभ कर दिया गया है। यह दूसरा राउंड स्क्रीनिंग का है। इसमें खंड विकास अधिकारी और उस विकासखंड के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, उप निरीक्षक व अन्य डॉक्टरों की अध्यक्षता में बनाई गयी संयुक्त टीम जा रहे हैं। 66 टीम पूरे जनपद में बनाई गई है जिन्होंने आज तक गांव में जाकर 1376 गावो की जांच का कार्य पूरा कर लिया है और इसमें 14533 लोग जो विदेश से आए थे या अन्य राज्यों  से जनपद में आए थे उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया है। और इनमें किसी में कोरोना लक्षण नहीं पाए गये है। यह कार्य सभी गांव में अगले 03 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। जिलाधिकारी ने जनता से अपील किया है कि जब यह टीम गांव में पहुंचे तो वह उस टीम के समक्ष उपस्थित होकर अपना स्वास्थ्य परीक्षण करा ले।
                                                            


15 अप्रैल से 26 अप्रैल 2020 तक निःशुल्क वितरण किया जायेगा निःशुल्क चावल


  • जौनपुर 11 अप्रैल जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अन्तर्गत माह अप्रैल, मई व जून, 2020 में सभी अन्त्योदय एवं पात्र गृहस्थी राशनकार्डों पर प्रति यूनिट 05 कि0ग्रा0 चावल का निःशुल्क वितरण कराया जायेगा। माह अप्रैल, 2020 में सभी उचित दर दुकानो पर 15 अप्रैल 2020 से 26 अप्रैल 2020 तक निःशुल्क चावल का दुकानवार नामित पर्यवेक्षणीय अधिकारियों/नोडल अधिकारियों की उपस्थिति में वितरण कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि 15 अप्रैल से 26 अप्रैल 2020 तक जनपद के सभी उचित दर विक्रेताओं द्वारा सभी अन्त्योदय एवं पात्र गृहस्थी राशनकार्डों पर 01 अप्रैल 2020 को प्रचलित यूनिट के अनुसार प्रति यूनिट 05 कि0ग्रा0 की दर से चावल का निःशुल्क वितरण किया जायेगा। यदि कोई दुकानदार किसी राशनकार्डधारक को निःशुल्क चावल वितरित करने से मना करता है अथवा चावल का मूल्य मांगता है अथवा चावल वितरण में घटतौली करता है तो उसकी सूचना खाद्य विभाग के टोल फ्री नम्बर 1800-1800-150 एवं जनपद स्तरीय कन्ट्रोल रूम के दूरभाष संख्या-7839564816 पर करें, ताकि शिकायत का तत्काल समाधान कराया जा सके।


बुधवार, 8 अप्रैल 2020

अपने पाठकों सहित जनता की आवाज है

HAKIKAT EXPRESS Hindi daily


अपने पाठकों सहित जनता की आवाज है


HAKIKAT EXPRESS Hindi daily अपने पाठकों सहित उन तमाम जनता की आवाज है जो लक्ष्य तक अपनी आवाज को नहीं पहुंचा पाते हैं ऐसे लोगों की सच्चाई से भरपूर आवाज  बुलंद करने में भ्रष्टाचार अत्याचार और शोषण के विरुद्ध पोल खोल अभियान आरंभ करने के लिए हम कटिबद्ध हैं भ्रष्टाचारी अत्याचारी और शोषण करने वाला कितना भी वैभवशाली ताकतवर एवं बाहुबली हो उसके गुनाहों की परत खोलने के लिए हम तैयार हैं बस आवश्यकता है आपके सहयोग की इस अभियान में सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाएगा किसी भी समस्या के लिए निम्न नंबरों पर संपर्क करें


                                                                      संपादक


                                                  HAKIKAT EXPRESS Hindi daily


                                                                मियांपुर जौनपुर


                                                                                                Mo 9455855353


जौनपुर में पॉजिटिव पाया गया एक कोरोना का केस

जौनपुर 08 अप्रैल जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि जनपद जौनपुर में एक कोरोना का केस और पॉजिटिव पाया गया है। मोहम्मद गुलफाम इरशाद अहमद उम्र 20 साल देवबंद में पढ़ाई करते थे नवंबर में देवबंद गए थे 27 मार्च को एक बस से देवबंद के काफी बच्चे चले उसमें 25 लोग जौनपुर के थे। मोहम्मद गुलफाम के द्वारा बताया गया कि बनारस के भी कुछ लोग थे और बस इन लोगों को जौनपुर में छोड़कर के 28 मार्च को बनारस चली गई। इन सभी 25 लोगों को चिन्हीकरण कर जांच कराया गयाए जिसमें मोहम्मद गुलफाम का रिपोर्ट पॉजिटिव पाया गया है इनका कहना है कि अपने घर में क्वॉरेंटाइन में रह रहे थे और ये कहीं गए नहीं और एक कमरे में अलग रहे हैं। उनके परिवार में इनके अलावा पांच अन्य सदस्य भी हैं। तहसील बदलापुर के गांव देवरिया के रहने वाले हैं। प्रोटोकॉल के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। 05 अप्रैल को इन्हें चिन्हीकरण के बाद जिला अस्पताल में क्वॉरेंटाइन में रखा गया था। आज शैंपिल पॉजिटिव आने के बाद इन्हें अलग आइसोलेशन वार्ड में रखकर के इनकी चिकित्सा शुरू कर दी गई है। जानकारियां भी इकट्ठा की जा रही है और गांव को सील कर दिया गया है तथा सैनिटाइजेशन का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। परिवार के अन्य सदस्यों का सैंपल लेकर के बीएचयू भेजे जाने के निर्देश दे दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने यह भी अवगत कराया कि जौनपुर में 23 मार्च को मोहम्मद अशहद का एक मामला आया था यह सऊदी से आए थे। 02 अप्रैल को 02 मामले आए थे जो दिल्ली की निजामुद्दीन की जमात में शामिल हुए थे। आज यह चौथा मामला देवबंद के छात्र का है


लॉकडाउन के समय पैसे न होने पर भी आपके घर में पहुँचे रसोई.गैस का सिलेण्डर

जौनपुर 08 अप्रैल एरिया विक्रय प्रबन्धक ;आई0ओ0सी0एल0 एल0पी0जी0 उज्ज्वला नोडल नीरज कुमार के निर्देशानुसार जिला पूर्ति अधिकारी ने अवगत कराया कि पूरे देश में इस समय लॉकडाउन के समय पैसे न होने पर भी आपके घर में रसोई.गैस का सिलेण्डर पहुँचे इसके लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत आपके खाते में निर्धारित धनराशि सरकार द्वारा भेजी जा चुकी है और इसकी सूचना हमें लगातार आपके बैंक द्वारा भी प्राप्त हो रही है आपको सरकार द्वारा यह धनराशि इसीलिए भेजी गई है ताकि आप उज्ज्वला योजना के तहत अपने रसोई.गैस का सिलेण्डर ले सकें। कृपया ध्यान दें कि यदि आप अप्रैल महीने के ऐडवांस की धनराशि का प्रयोग करके अपना पहला सिलेण्डर ;रीफिलद्ध ले लेते हैंए तो ही आपके खाते में मई महीने का ऐडवांस भेजा जा सकेगाए जिससे आप इसके अगले महीने का भी सिलेण्डर ले सकें यही क्रम इसके अगले महीने अर्थात जून तक चलेगाए जिससे जून महीने में आपके खाते में आयी धनराशि से आप तीसरा सिलेण्डर भी ले सकेंगेण् यह योजना फिलहाल 01 अप्रैल से बारी.बारी से 30 जून 2020 तक चलेगीए जिसके अन्तर्गत कुल तीन सिलेण्डर प्राप्त किए जा सकते हैं इस योजना का लाभ लेने के लिए ध्यान दें कि सिलेण्डर प्राप्त होने ;रिफिल डिलीवरीद्ध के दिन से 15 दिन की बाद ही बुकिंग की जा सकेगी एवं एक कलेंडर माह में एक ही सिलिंडर उपलब्ध होगा। उन्होंने सभी उपभोक्ताओं से अनुरोध किया है कि बैंक में धनराशि आने के बाद तुरंत सिलिंडर बुक करें। बैंक में सिलिंडर खरीदने हेतु आई धनराशि एवं खाली सिलिंडर अपने घर पर तैयार रखें। इण्डेन वितरक द्वारा आपको सिलिंडर आपके घर पर पंहुचाया जाएगा। लॉकडाउन के बावजूदए बहुत से ग्राहक वितरक के शोरूम एवं गोदाम पर आ जा रहे है जिससे एक साथ आने से भीड़ लग जा रही है और लॉकडाउन का उल्लंघन हो रहा है। उन्होंने कहा कि गैस की बुकिंग करने के लिए या रिफिल लेने के लिए एजेंसी पर जाने की जरूरत नहीं है आप सभी ग्राहक घर बैठ कर मोबाइल से हाव्टस्प से पेटीएम से कंपनी के वेबसाइट या एप्लीकेशन से बुकिंग करेए आपके घर पर गैस जाएगी। बुकिंग करने में कोई समस्या आती है तो बगल के किसी पढ़े.लिखे युवा वर्ग से बोले वो बुकिंग कर देंगे। कोई समस्या आती है तो अपने वितरकों को संपर्क करें। सभी ग्रामप्रधान आँगनबाड़ी बहनों कोटेदारो से अनुरोध है कि सभी ग्राहकों को फ्री पीएमयूवाई रिफिल के बारे में बुकिंग कैसे करना है बताये।
                    


अंडा एवं चिकन की बिक्री की जाएगी केवल डोर टू डोर


  • जौनपुर 08 अप्रैल  मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा0 विरेन्द्र सिंह ने बताया है कि वर्तमान में कोविड.19 के संक्रमण को देखते हुए जनता मे यह भ्रम फैल गया है कि चिकन एवं अण्डा खाने से  कोविड.19 का संक्रमण होता है जबकि यह मात्र भ्रांति है जिसे शासन एवं सरकार द्वारा तथा  डब्ल्यूएचओ द्वारा बताया गया है कि कोविड.19 संक्रमण का चिकन एवं अण्डा खाने से कोई संबंध नहीं है अपितु इनका उपयोग से समस्त आयु वर्ग के लोगों में रोग प्रतिरोधक शक्ति  इम्युनिटी बढ़ती है अर्थात इनको खाने से इस रोग से लड़ने की क्षमता में वृद्धि होती है इस प्रकार  पोल्ट्री एवं अंडा सहित अन्य पोल्ट्री उत्पादों का उपयोग पूरा तरह से सुरक्षित है। जनपद में अण्डा एवं चिकन की उपलब्धता जनसामान्य को सुनिश्चित कराने के लिए शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि अण्डा एवं चिकन की आपूर्ति डोर टू डोर आपूर्तिकर्ताओं द्वारा की जाएगीए जिसके लिए आपूर्तिकर्ताओं के मोबाइल नंबर दिए जा रहे हैं जिन से संपर्क कर आप अपने घरों में अंडा एवं चिकन की आपूर्ति उचित दर पर प्राप्त कर सकते हैं जिसके लिए अंडा एवं चिकन आपूर्तिकर्ताओं को पास भी जारी किए गए हैं और उनको निर्देश दिया गया है कि वह अंडा एवं चिकन की बिक्री केवल डोर टू डोर करेंगे न कि कहीं पर दुकान खोल कर बैठेंगे और साथ ही अंडा और चिकन की ताजी सप्लाई करेंगे तथा किसी प्रकार से कालाबाजारी नहीं करेंगे यदि ऐसा पाया जाएगा तो उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
              जनपद में अण्डा आपूर्तिकर्ताओं की सूची निम्नवत है मुन्नीलाल पुत्र सुक्खू ग्राम बमोरी विकासखंड सिकरारा मोबाइल नंबर 9506900123ए दूसरा प्रदीप कुमार गुप्ता पुत्र कमला प्रसाद गुप्ता भंडारी जौनपुर मोबाइल नंबर 9889605056ए मोहम्मद आलम पुत्र अब्दुल कलाम दीपकपुर बेलवा रोड मछलीशहर मोबाइल नंबर 8881035919ए फखरे आलम पुत्र अब्दुल खालिद उर्फ नंदू नसही गोला बाजार जफराबाद मोबाइल नंबर 7860823991 तथा 8090309231ए आलोक सिंह बक्शा जौनपुर मोबाइल नंबर 9140741457ए करणए भारतए आफताब निवासी सिपाह मोबाइल नंबर 9795274187 व 9839160123 तथा 8858376007 पर फोन द्वारा बुकिंग कर घर पर मंगवाया जा सकता है। 
         इसी प्रकार चिकन व्यवसायियों की सूची निम्न है शकील अहमद पुत्र मोहम्मद मोबीन सादिक गंज मछलीशहर मोबाइल नंबर 9839304801 व 7518758406ए राहुल सोनकर पुत्र स्वर्गीय सुरेश सोनकर बीरीबारी चंदवक मोबाइल नंबर 9919709718 तथा 9161633076ए मोहम्मद मोहसिन खान पुत्र सोहराब खान कबूलपुर जफराबाद जौनपुर मोबाइल नंबर 8081454850 व 7034641404ए सलीम अहमद पुत्र गुलाम रसूल बदलापुर बाजार मोबाइल नंबर 8112818355ए आबिद अली अंसारी पुत्र अब्दुल खालिद अंसारी केराकत मोबाइल नंबर 9918672200 व 8299685312ए दीपू सुल्तान पुत्र हसीन खेतासराय मोबाइल नंबर 9984842626ए मोहम्मद कलाम पुत्र अब्दुल कलाम दीपक पुर बेलवा रोड मछलीशहर मोबाइल नंबर 9044428099 तथा 8881035919ए मेराज अहमद पुत्र मोहम्मद नईम पकड़ी गोदाम मुंगराबादशाहपुर मोबाइल नंबर 7081064105ए मनोज तथा आयुष एवं पीयूष सिंह गद्दोपुर मोबाइल नंबर 9670861511ए मोहम्मद अलाउद्दीन पुत्र मोहम्मद नसरुल्लाह चुरारी मडियाहूं मोबाइल नंबर 78 60601318ए मोहम्मद आरिफ बंजारेपुर मोबाइल नंबर 9889248283 व 94513336558ए मोहम्मद तबरेज पुत्र मोहम्मद मुस्तफा सीएम स्टोर ख्वाजगी टोला जौनपुर 8382010647ए दाऊद भाई चिकन सेंटर पडरी चौराहा 8601174081 पर फोन द्वारा बुकिंग कराकर मंगवाया जा सकता है।
                                     .....