सोमवार, 27 अप्रैल 2020

दूसरे राज्यों में 14 दिन की क्वारंटीन अवधि पूरी कर चुके उत्तर प्रदेश के श्रमिकों, कामगारों और मजदूरों को चरणबद्ध तरीके से वापस लाया जाएगा,मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ :- यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक फैसले से प्रदेश के 10 लाख से भी ज्यादा परिवारों को राहत मिली है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को फैसला लिया था कि दूसरे राज्यों में 14 दिन की क्वारंटीन अवधि पूरी कर चुके उत्तर प्रदेश के श्रमिकों, कामगारों और मजदूरों को चरणबद्ध तरीके से वापस लाया जाएगा। । प्रदेश के सबसे ज्यादा श्रमिक महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात और हरियाणा समेत अन्य प्रदेशों में काम करते हैं। इनकी संख्या एक मोटे अनुमान के मुताबिक 10 लाख के आसपास है।


हरियाणा में फंसे मजदूर लाए जा सकते हैं सबसे पहले


श्रमिकों को वापस लाने की कवायद के तहत पहले चरण में शनिवार से हरियाणा से लगभग 11 हजार श्रमिक लाए जाएंगे। हरियाणा से आने वाले मजदूरों को 14 दिन के क्वारंटीन में रखने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 14 दिन बाद जब इन्हें घर भेजा जाए तो इनके साथ खाद्यान्न का पैकेट भी भेजा जाए। अगले 2 माह के अंदर प्रदेश में 5 से 10 लाख श्रमिकों के लौटने की सम्भावना है। ऐसे में इनके लिए शेल्टर होम्स स्थापित कर वहां क्वारंटीन की व्यवस्था की जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि लोग क्वारंटीन से भागने न पाएं।



लॉकडाउन को लेकर क्या है योगी सरकार का प्लान, इन जिलों में मिल सकती है राहत

लखनऊ :- यूपी में कोरोना वायरस के मामले धीरे-धीरे बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में सरकार लॉकडाउन में किसी भी तरह से ढील देने के मूड में नहीं है। हालांकि शासन स्तर पर इस मामले में मंथन चल रहा है कि उन जिलों पर पहले फोकस किया जाए जहां कोरोना के मामले कम है। अधिकारियों की बैठक में तय हुआ है कि जिन जिले में एक भी केस नहीं मिले या जहां दस से कम कोरोना के मामले आए हैं वहां ध्यान दिया जाए और वहां औद्योगिक गतिविधियां जल्द शुरू हो सकती हैं। इस तरह करीब 45 जिलों में छोटी बड़ी औद्योगिक गतिविधियां शुरू की जा सकती हैं।



शनिवार तक इन जिलों में एक भी केस नहीं


अमेठी, फर्रुखाबाद, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट , सिद्धार्थनगर ,कानपुर देहात, फतेहपुर, , कुशीनगर, देवरिया, बलिया, चंदौली व सोनभद्र। शनिवार तक आए केस के मुताबिक यह जिले चिन्हित हुए हैं।


10 या उससे कम केस वाले जिलों में उद्योगों पर खास फोकस


हाथरस, मथुरा, एटा, कासगंज, मैनपुरी, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, खीरी, उन्नाव, कन्नौज, इटावा, बांदा, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, महराजगंज, आजमगढ़, मऊ जौनपुर, गाजीपुर , गोरखपुर, संतरविदास नगर व मिर्जापुर।


10 से ज्यादा केस वाले जिलों में लाकडाउन का कराया जा रहा सख्ती से पालन


शासन में उच्चस्तरीय बैठक में कहा गया कि 10 से ज्यादा केस वाले जिलों में लाकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। ऐसे में वहां औद्योगिक गतिविधियां शुरू करने में खासी मुश्किलें आएंगी। असल में विडम्बना यह है कि सर्वाधिक उद्योग वाले पश्चिमी यूपी के लगभग सभी जिले कोरोना संक्रमण से ग्रस्त हैं जबकि इस मामले में बुंदेलखंड बहुत बेहतर स्थिति में हैं। पश्चिमी यूपी जैसा हाल मध्य यूपी का है। बेहतर स्थिति में अपेक्षाकृत पूर्वांचल है। 


जहां ज्यादा केस वहां जारी रहेगा लॉकडाउन, पीएम मोदी का सन्देश

कोरोना वायरस महामारी संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की। इस बैठक में पीएम मोदी ने लॉकडाउन खोलने को लेकर चर्चा की और कहा कि इसपर एक नीति तैयार करनी होगी, जिसपर राज्य सरकार को विस्तार से काम करना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बैठक में कहा कि राज्य सरकार अपनी नीति तैयार करें और किस तरह लॉकडाउन को खोला जाए। इसमें रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन में राज्य अपने इलाकों में लॉकडाउन को खोला जा सकता है।



जिन राज्यों में अधिक केस है, वहां लॉकडाउन जारी रहेगा, जिन राज्यों में केस कम है वहां जिलेवार राहत दी जाएगी।पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अर्थव्यवस्था को लेकर टेंशन न लें, हमारी अर्थव्यवस्था अच्छी है। बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के अलग-अलग जिलों को जोन के हिसाब से बांटा है, अभी करीब 170 से अधिक जिले रेड जोन में शामिल हैं। 


 


जनार्द इंडियन गैस एजेंसी सेमरी जंघई की तरफ से 21000 का सहायता राशि

 जनार्द इंडियन गैस एजेंसी सेमरी, जंघई, जौनपुर के संतोष कुमार सिंह द्वारा कोविड-19 के दृष्टिगत गरीबों, असहायों एवं निराश्रितों के सहायतार्थ इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के नाम से 21000 रूपये का चेक जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह को दिया गया गया।


मलिन बस्ती में बांटे गए उद्भव संस्था के राशन किट

संस्थापक, उद्भव संस्था/प्रोजेक्ट साइंटिस्ट आईआईटी दिल्ली मानवी अजीत सिंह व राहुल चौधरी ने कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत जनपद जौनपुर के गरीब, असहाय एवं निराश्रितों के सहायतार्थ संस्था के वालेंटियर उषा सिंह स्टाफ टीडी कालेज, स्वाति श्रीवास्तव, संस्था के जनपद प्रभारी आशीष श्रीवस्तव के माध्यम से 25 पैकेट राशन किट दिनेश कुमार सिंह को कलेक्ट्रेट में दी



गई। राशन किट में 05 किलो आटा, 03 किलो चावल, 01 किलो दाल, 05 पैकेट मशाला, आधा किलो गुड़, 250 मिली. सरसों का तेल, 01 किलो नमक, नहाने व कपड़े धोने के साबुन, बिस्किट्स के पैकेट दिए गए। उद्भव संस्था द्वारा दिए गए राशन पैकेट्स को मतापुर मलीन बस्ती में गरीब परिवारों को जिलापूर्ति अधिकारी अजय सिंह की देख रेख में बांटा गया, बच्चों को चॉकलेट बिस्किट भी बाटे गए।


अग्रणी बैंक यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया ने आपदा रहत कोष में एक लाख इक्कीस हजार रुपये का दी आर्थिक सहयोग

वैश्विक महामारी कोरोना के समूल उन्मूलन के लिए जनपद के अग्रणी बैंक यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया ने जनपद के सभी शाखाओं के कर्मचारियों के सहयोग से आपदा रहत कोष में एक लाख इक्कीस हजार रुपये का आर्थिक सहयोग किया है।सोमवार को यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया के क्षेत्र प्रमुख नवनीत गुप्ता, एलडीएम  उदय नारायण, विकास भवन शाखा प्रबंधक श्याम शर्मा ने जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह को आपदा रहत कोष जौनपुर के नाम एक लाख इक्कीस हजार रुपये का डिमांड ड्राफ्ट सौंपा साथ ही 500 प्रोटेक्टिव केयर मास्क और सेनेटैजेर भी सौंपे गए। इस अवसर पर यूबीआई क्षेत्र प्रमुख नवनीत गुप्ता ने बताया कि जिले का अग्रणी बैंक होने के नाते, जनपद के सभी 102 शाखाओं के कर्मचारी हर प्रकार से सरकार द्वारा दी जाने वाली योजनाओं का लाभ लाभार्थियों तक पहुँचाने में तत्पर हैं. क्षेत्र प्रमुख ने यह भी स्पष्ट किया की खातों में आया पैसा ग्राहकों के खाते में ही रहेगा, वापस नहीं जायेगा अतः किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें और शाखाओं में सामाजिक दूरी का पालन करते हुए पैसों की निकासी करें.  बैंक अपने 100 से ज्यादा एटीएम और 400 बैंक मित्रों के माध्यम से सुदूर क्षेत्रों में भी अपनी सेवाएँ दे रहा है, सभी



सम्मानित ग्राहकों से यह आग्रह किया है कि शाखा में आते समय अपना मुहँ-ढँक कर रखे, किसी भी अनावश्यक स्थान को ना छुवे, स्थानीय शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करें और अपना सहयोग दें. राष्ट्रीय स्तर पर भी बैंक ने स्टाफ सदस्यों के सहयोग से प्रधानमंत्री केयर फंड में लगभग 14 करोड़ रुपये जमा कराये हैं। भविष्य में भी बैंक अपने सामजिक कर्तव्यों के निर्वहन एवं सहयोग हेतु प्रतिबद्ध है।


रविवार, 26 अप्रैल 2020

गरीबो को अन्न व भोजन देते समय जरूरी है लेना? विडियो एवं फोटो

जौनपुर, आज पूरे देश मे वायल हो रही विडियो एवं तस्वीरो मे सबसे ज्यादा फोटो और विडियो वायल हो रहा है उसमे देखने से पता चलता है कि कोई प्रतिदिन 10 हजार लोगो को खाना खिला रहा है तो कोई 50 हजार लोगो को, कोई गरीब बस्तीयो मे जाकर 10 किलो रासन सामान बांट रहा है तो कोई घर घर जाकर 1किलो आटा का पैकट ही वितरण कर रहा है सबसे अहम और सोचने वाली बात यह है कि हम शोशल मीडिया पर वायरल हर बात पर नजर रखते है मगर उसी शोशल मीडिया पर वायरल एक विडियो को अनदेखा कर दिया गया है जिस देख कर गरीबो को दान करते हुए कि जारही विउियो रिकार्डिंग मानवता को शर्मसार करती है



विडियो मे दिखागया गया है कि दरवाजे से एक बच्चा भागते हुए घर मे आता है और घर के अंदर आकर रोटी के लिए परेशान अपनी बड़ी दोनो बहनो को खुसी से बताता है कि दीदी बाहर मुफ्त का राशन बट रहा है बच्चे कि बात सुन दोनो बहने खुशी से भागते हुए दरवाजे पर आती है और राशन का पैकट थामने को तैयार होती है उसी समय राशन विरण करने वाले लोग कहते है कि आपको राशन का थैला देते हुए हमे विडियो निकालनी है इतना सुनते ही लड़की हाॅथ खीच लेती है और कहती है नही भईया मुझे इसकी जरूरत नही, घर मे आकर अपने भाई बहनो के बीच मे रोते हुए कहती है कि ए लोग दान नही ब्यापार कर रहे है तस्वीरो का ब्यापार। उस विडियो को देखकर वास्तव मे इंसान सोचने पर मजबूर हो जाता है कि एक तरफ सुविधा सम्पन्न लोग गरीबो को खाना खिलाने के नाम पर धन खर्च कर रहे है क्या यही उनकी पहचान कम है? क्या उनको यह बताना जरूरी है कि वे प्रतिदिन हजार या दस हजार लोागो को भोजन करवाते है,मिली जानकारी के अनुसार गुजरात के जिला सूरत मे विगत दिनो किसी भले मानव ने महज 1 किलो के आटे का पैकट ट्रक मे भर कर देर रात गरीब बस्ती के के बेहद गरीबो मे वितरण किया रात के समय 1 किलो आटा वही लेने गया जो वास्तव मे बहुत गरीब था यहक्या आटा का पैकट घर लाकर जब खोला गया तो प्रत्येक पैकट मे 15 हजार रू0 नगद मिले, तस्वीर और विडियो की बात क्या करे उस दान दाता का नाम तक किसी को नही पता ऐसा दान दाता ही हमारे देश का वास्तविक मददगार है, सारी कहानी का निश्कर्ष निकलता है कि किसी भुखे को खाना देते हुए फोटो खीचना आाखिर क्यो जरूरी है? क्या कल उस तस्वीर को दिखा कर सरकार से लाभ लेना है या समाज मे गरीबो का मसिहा बनक नाम कमाना है? 


भण्डारी रेलवे स्टेशन स्थित राज कालेज का मैदान बना अस्थायी सब्जी मण्डी

 कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के क्रम में जिला प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए पुरानी सब्जीमण्डी को नगर के भण्डारी स्टेशन स्थित राजकालेज के मैदान में अस्थायी तौर पर स्थानान्तरित करने का फैसला लिया है। इसी क्रम में अपर जिलाधिकारी राम प्रकाश ने मंडी संघ के व्यापारी नेता, सब्जी व्यवसायी एवं सरकारी अमला के साथ राज कालेज के मैदान का मौका मुआयना किया और कहा कि यहां पर्याप्त जगह होने के कारण सभी को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने में आसानी होगी।  उन्होंने कहा कि व्यवसायी सुनिश्चित करेगें किसी भी कीमत पर सोशल डिस्टेंसिग का



उल्लंघन न हो और न ही उनका व्यवसाय प्रभावित हो। दुकानों और व्यक्तियों के प्रति पर्याप्त दूरी रखी जाय।  व्यवसायी प्रशासन का सहयोग करें, प्रशासन हमेशा व्यवसायी वर्ग के हितों की रक्षा हेतु तैयार है। इस मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट सहदेव मिश्रा, सीओ सिटी सुशील कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली पवन उपाध्याय, राज डिग्री कालेज जौनपुर से डॉ मनोज वत्स, पुरानी मंडी के अध्यक्ष, व्यापारी नेता महेन्द्र सोनकर, जावेद इशरत आदि मौजूद रहे।      
                                    


मारुति कार से 40 कट्टा व 50 किलो तम्बाखू किया गया जप्त

मारुति कार से 40 कट्टा कुल 50 किलो तम्बाखू जप्त किया गया था । आरोपी सतीश अग्रवाल द्वारा लाकडाऊन का उलंघन किया गया था जिस संबंध कार्यालय दंडाधिकारी पुसौर से प्रतिवेदन प्राप्त होने पर दिनांक 25.04.2020 को सतीश अग्रवाल के विरूद्ध चौकी जुटमिल (थाना कोतवाली) में अप.क्र. 325/2020 धारा 188 भादवि दर्ज किया गया है ।



वहीं दिनांक 24.04.2020 के सुबह 6.00 बजे हीरापुर चौक में लाक डाउन डियूटी कर रहे कोतरारोड़ स्टाफ द्वारा मुखबिर सूचना पर ग्रे रंग के स्वीप्ट कार क्र. CG13W/685 में राकेश बघेल पिता विजय बघेल उम्र 28 साल साकिन नवापारा बघेल मोहल्ला थाना कोतरारोड को शराब लेकर बिक्री करने हेतु कुरमापाली, गोर्रा की ओर जाते हुए पकड़े जिसके पास से 65 लीटर कच्ची महुआ शराब जप्त किया गया है ।आरोपी की कार जप्त की गई है, जिसके विरूद्ध थाना कोतरारोड़ में धारा 34(2) 59(क) आबकार एक्ट की कार्यवाही की गई है।


सिस्टम में फसी जननी



सिविल अस्पताल से रेफर होने के बाद दिव्यांग प्रसूता, आपरेशन में जन्मी बेटी मां के साथ


लाक डाउन में मजूदूरी बंद होने से किल्लत में आए परिवार कि दिव्यांग प्रसूता शुक्रवार को लाक़डाउन के सरकारी सिस्टम में फस गई। इस जननी को सरकारी अस्पताल से रेफर के बाद एंबुलेंस भी नहीं मिली। परिजनों के पास पैसे नहीं थे तो जनसहयोग से निशुल्क रोगी सेवा केंद्र हेल्प फार यू ने जुटाई निजी अस्पताल में उपचार की व्यवस्था जुटाई और आपरेशन में जन्मी बेटी और मां अब स्वास्थ्य है।



मदद करना हमारी संस्कृति, दूसरे देश आज थैंक्यू इंडिया कह रहे हैं - मोदी

हमारे किसान खेतो में मेहनत कर रहे हैं जैसे कोई भूखा ना रह जाये। कोई मास्क बना रहा है, तो कोई क्वारैंटाइन में रहते हुए स्कूल की पुताई कर रहा है। कोई पेंशन माफ कर रहा है। यह उमड़ता-घुमड़ता भाव ही लड़ाई को पीपल ड्रिवन बना रहा है।


उन्होंने कहा, ‘बहुत ही आदर के साथ 130 देशवासियों की इस भावना को नमन करता हूं। सरकार ने कोविडवॉरियर्स.जीओवी.इन प्लेटफॉर्म भी तैयार किया है। इसमें सरकार ने सभी को एक-दूसरे से जोड़ दिया है। इससे सवा करोड़ लोग जुड़ चुके हैं। आशा कार्यकर्ता, नर्स सभी जुड़े हैं। ये लोग योजना बनाने में मदद भी कर रहे हैं। हर लड़ाई कुछ न कुछ सिखाकर जाती है। कुछ मार्ग बनाती है, मंजिलों की दिशा भी देती है। भारत में नए बदलाव भी हुए हैं। हर सेक्टर तकनीकी बदलाव की तरफ बढ़ रहा है। देश का हर इनोवेटर नया निर्माण कर रहा है।’ प्रधानमंत्री का यह इस साल का चौथा और मन की बात का कुल 64वां संस्करण है। इससे पहले पीएम मोदी ने 29 मार्च को मन की बात की थी।
मोदी के भाषण की 8 अहम बातें


1. देश एक टीम की तरह काम कर रहा


मोदी ने कहा, ‘जब देश एक टीम बनकर काम करती है, तब हम देखते हैं कि कितना बेहतर हो सकता है। दवाइंया पहुंचाने के लिए लाइफलाइन उड़ान सेवा चल रही है। कई टन दवाएं एक से दूसरे हिस्से में पहुंचाई गई हैं। 60 से ज्यादा ट्रैक पर पार्सल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। डाक सेवा भी मजबूती से काम कर रही है। गरीबों के अकाउंट में सीधे पैसे ट्रांसफर किए जा रहे हैं। गरीबों को सिलेंडर और राशन दिया जा रहा है।’


2. पुलिस को लेकर सोच में भी बदलाव आया


उन्होंने कहा, ‘स्थानीय प्रशासन, राज्य सरकारों की कोरोना से लड़ाई में अहम भूमिका है। हाल ही में जो अध्यादेश लाया गया है, स्वास्थ्यकर्मियों ने इसकी प्रशंसा की है। ऐसे स्वास्थ्यकर्मी जो कोरोना से लड़ाई में लगे हुए हैं, उन पर हमला करने वालों को सजा का प्रावधान किया गया है। पहले की बजाय पुलिस को लेकर सोच में भी बदलाव आया है। आज पुलिस जरूरतमंदों को खाना पहुंचा रही हैं। इससे पुलिस का मानवीय पक्ष सामने आया है। इसके चलते लोग पुलिस से जुड़ रहे हैं। मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में बहुत ही सकारात्मक बदलाव आ सकता है। हमें कभी भी इसे नकारात्मक रंग से रंगना नहीं है।’


3. मदद करना हमारी संस्कृति, दूसरे देश आज थैंक्यू इंडिया कह रहे हैं


मोदी ने कहा, ‘ जो मेरा नहीं है, जिस पर मेरा हक नहीं है, उसे छीनकर उपयोग लाता हूं तो यह विकृति है। जब अपनी जरूरत छोड़कर दूसरे का ध्यान रखा जाता है तो इसे संस्कृति कहते हैं। भारत ने अपनी संस्कृति के अनुरूप फैसले लिए हैं। ये ऐसा समय है, जब भारत किसी देश को दवाएं न दे तो बड़ी बात नहीं है। भारत ने अपनी संस्कृति के अनुरूप फैसला लिया। दुनिया से आ रही मांग पर ध्यान दिया। आज दुनिया के राष्ट्राध्यक्षों से बात होती है तो वे थैंक्यू इंडिया कहते हैं। इससे गर्व और बढ़ जाता है।’



4. इम्यूनिटी बढ़ाने का प्रयोग जरूर करें


‘आप लोग इम्यूनिटी बढ़ाने का प्रयोग जरूर कर रहे होंगे। काढ़े आदि के प्रयोग से प्रतिरक्षा बढ़ाई जा सकती है। जब कोई देश हमारे फॉर्मूले को बताता है तो हम हाथों-हाथ ले लेते हैं। कई बार हम अपने पारंपरिक सिद्धांतों को अपनाने की बजाय छोड़ देते हैं। जैसे विश्व ने योग को स्वीकार किया है, वैसे ही आयुर्वेद को भी स्वीकार करेगा। युवा पीढ़ी को इस बारे में भूमिका निभानी होगी।’


5. अपनी आदतों को बदलें; मॉस्क लगाएं, कहीं भी थूकें नहीं


प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कोविड ने हमारी जीवनशैली में जगह बनाई है। हमारी चेतना और समझ जागृत हुई है। इसमें मास्क पहनना और चेहरा ढंकना है। हमें इसकी आदत नहीं रही, लेकिन हो यही रहा है। अब आप खुद के साथ दूसरों को भी बचाना चाहते हैं तो मास्क जरूर पहनें। गमछा भी बेहतर है। सार्वजनिक स्थानों पर थूक देना गलत आदतों का हिस्सा था। हम हमेशा से इस समस्या को जानते थे, लेकिन यह खत्म नहीं हो रही थी। अब समय है कि थूकने की आदत छोड़ देनी चाहिए। यह बेसिक हाईजीन के साथ कोरोना को फैलने से भी रोकेगी।


6. त्योहार हमें बुरे वक्त से लड़ना सिखाते हैं


उन्होंने कहा, ‘आज अक्षय तृतीया है। यह त्योहार याद दिलाता है कि चाहे कितनी भी विपत्तियां या कठिनाइयां आएं, इससे लड़ने की हमारे ताकत अक्षय रहेगी। इसी दिन पांडवों को सूर्य से अक्षय पात्र मिला था। आज देश के पास अक्षय अन्य भंडार है। हमें पर्यावरण के बारे में सोचना होगा। अगर हम अक्षय रहना चाहते हैं तो पर्यावरण को अक्षय रखना होगा।’


सैफई मेडिकल कॉलेज का हाल / एक कमरे में 5 से 7 मरीज; कचरे से भरे डस्टबिन, कोरोना पॉजिटिव रोगी ने खोली अव्यवस्था की पोल

आगरा/इटावा. स्वच्छता व सामाजिक दूरी बनाकर ही कोरोनावायरस को मात दी जा सकती है। कारण गंदगी कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए मुसीबत बन सकती है। लेकिन सैफई मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। यहां वार्ड व शौचालयों में गंदगी का अंबार है। वार्ड में भी मरीजों के बीच सामाजिक दूरी का ख्याल नहीं रखा गया है। इस बाबत एक युवक ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है


22 अप्रैल को 69 मरीज सैफई हुए थे शिफ्ट
दरअसल, 22 अप्रैल को आगरा में भगवान टॉकीज स्थित पारस अस्पताल से 69 मरीजों को इटावा के सैफई मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट किया गया था। इनमें कई एक ही परिवार के हैं। जिन्हें अलग अलग वार्ड में रखा गया है। यहां का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें मेडिकल कॉलेज में इंतजामों की पोल खोली गई है। वीडियो को एक 17 वर्षीय युवक ने बनाया है। युवक ने बताया कि, वह चार-पांच दिनों से वहां भर्ती है। उसके माता-पिता भी कोरोना पॉजिटिव हैं। वीडियो में वार्डो के बाहर गत्ता और पानी की बोतलें सहित अन्य सामान पड़े दिखे। वार्ड से कुछ दूरी पर चार रंग के बड़े-बड़े डस्टबिन रखे हैं, जो कचरे से पूरी तरह से भरे हैं। इनके आसपास कचरा पड़ा है। फर्श पर पानी है और शौचालय गंदे हैं। यहां तक नल के पास पोंछा टांगा जा रहा है। वॉशबेसिन तक गंदे पड़े हैं। कोरोना पॉजिटिव मरीज ने बताया कि वार्ड में जिस तरीके से शारीरिक दूरी का पालन होना चाहिए, वह नहीं हो रहा है। पासपास बेड पड़े हैं। बेड शीट तक नहीं बदली जा रही हैं। एक ही कमरे में पांच से सात लोगों को रखा गया है। सफाई कर्मचारी नहीं आ रहे हैं। एक अन्य मरीज ने बताया कि शौचालय में बाल्टी और मग तक साफ नहीं हैं।


आगरा में मरीजों की संख्या 371 पहुंची, अब तक 9 की मौत
ताजनगरी में अब तक 371 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। यहां 30 क्षेत्रों में 90 सक्रिय हॉटस्पॉट चिन्हित हैं। जबकि, कुल हॉटस्पॉट की संख्या 104 है। अब तक यहां 9 रोगियों की मौत हो चुकी है। डीएम प्रभु एन सिंह ने बताया कि आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी की जा रही है, जबकि निष्क्रिय हॉटस्पॉट की निगरानी रखी जा रही है।


लॉकडाउन तोड़ पुलिस टीम पर हमला,एक गिरफ्तार

बहराइच. उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में अब तक कोरोना के 9 केस सामने आ चुके हैं। ऐसे में प्रशासन सख्ती से लॉकडाउन का पालन करा रही है। लेकिन शनिवार की शाम यहां रामगांव थाना क्षेत्र के भगवानपुर माफी क्षेत्र में खुले में मीट बेचा जा रहा था। सूचना पाकर पहुंची पुलिस टीम ने दुकान बंद कराने की कोशिश की तो उन पर छुरी से हमला कर दिया गया। हमलावरों ने गंभीरवा चौकी इंचार्ज की सर्विस रिवॉल्वर छीनने की कोशिश की। सूचना पाकर पहुंची फोर्स हमलावरों को खदेड़कर स्थिति पर काबू पाया। एक हमलावर को गिरफ्तार किया गया है। रामगांव थाना क्षेत्र के भगवानपुर माफी गांव में शनिवार की शाम ननके बढ़ी पुत्र कैलाश का ससुर देहात कोतवाली के चौखड़िया निवासी लालजी पुत्र धरकन आया था। गांव वालों को भनक लगी कि लालजी में खांसी जुकाम के लक्षण हैं। किसी ने कोरोना संदिग्ध समझकर स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दी। जब स्वास्थ्य



महकमे की टीम उसे मेडिकल परीक्षण कराने के लिए लेने पहुंची तो लालजी ने जाने से इंकार कर दिया। जिस पर गम्भीरवा चौकी प्रभारी गौरव सिंह को जानकारी दी गई। वह रिक्रूट सिपाही विशाल जायसवाल के साथ मौके पर पहुंचे और लालजी को इलाज के लिए मेडिकल कालेज भेजकर वह चौकी आ रहे थे। लेकिन भगवानपुर माफी गांव में भीड़ देखकर रूक गए। वहां एक व्यक्ति खुले में चिकेन मीट बेच रहा था। पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने की कोशिश की। तभी मीट बेच रहे अब्दुल ने दरोगा गौरव सिंह पर छुरे से हमला कर दिया। जिसके चलते दरोगा का दाहिना हाथ घायल हो गया। दरोगा का रिवाल्वर भी छीनने की कोशिश की गई। हमलावर तीन युवकों व तीन महिलाओं ने दरोगा व सिपाही से हाथापाई की। इसी दौरान सूचना पर एसएचओ राजमणि शुक्ला पुलिस बल के साथ पहुंच गए। इसके बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। दबिश देकर एक हमलावर भगवानपुर माफी निवासी अब्दुल को गिरफ्तार किया गया है। घायल दरोगा व सिपाही का मेडिकल कराया गया है। एसपी डॉ. विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि चौकी प्रभारी गौरव सिंह की तहरीर पर बलवा, जानलेवा हमला, लूट का प्रयास, सरकारी कार्य में बाधा, लॉकडाउन उल्लंघन, महामारी एक्ट में तीन महिलाओं सहित छह लोगों पर केस दर्ज कर लिया गया है।