मंगलवार, 7 अप्रैल 2020

ग्राम प्रधान है भ्रष्टाचार के पायदान की प्रथम सीढ़ी।

उत्तर प्रदेश सरकार जितना पैसा गॉव को सुधारने मे विकास हेतु आवंटित कर रही है उस धन को ग्राम प्रधान ,खण्ड विकास अधिकारी ,ग्राम विकास अधिकारी व अन्य सहयोगी कर्मचारियो को मिला कर ग्राम विकास के धन से अपनी तिजोरी भरने मे लगे है,निम्न लिखित बातो से आकड़ा लगाया जा सकता है,कि सरकार द्वारा ग्राम विकास के लिए आवंटित किया गया वह धन किस तरह बंदरबाट किया जा रहा है।


स्कूलो की बनवाई-


उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राजकिय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय के भवनो को बनवाने के लिए बड़े पैमाने पर धनरासी को ग्राम पंचायत के संयुक्त खाते मे भेजा जाता है, सरकार कि मंशा थी कि धनरासी सीधे ग्राम विकास के संयुक्त खाते मे देने से ग्राम प्रधान व प्रधानाध्यापक व अन्य द्वारा सहूलियत के हिसाब से अच्छे ढंग से निर्माण कराएगे शायद इसीलिए सरकार ने किसी ठेकेदार को कोई ठेका नही दिया और धनराशि सीधे गॉव के संयक्त खाते मे भेज दिया।इतना ही नही इन विद्यालयो हेतु  शौचालय , समरसेबुल ,पानी की टंकी की व्यवस्था के साथ-साथ ऑगनवाड़ी भवन के लिए भी मोटी रकम इस खाते मे आवंटित कि जाती है,जिसका ग्राम प्रधान भरपूर फायदा उठाता है,और ब्लाक कर्मचारियो को मिलाकर ज्यादा से ज्यादा धन अपनी तिजोरी भरने मे लगाते है।


स्टेशनरी एवं फर्नीचर-


सरकार हर ग्राम सभा के लिए फर्नीचर एवं स्टेशनरी के लिए कुछ धनरासी आवंटित करती है जिसमे प्रधानो द्वारा सिर्फ स्टेशनरी के नाम पर 8से 10 हजार रूपये प्रतिवर्ष  का व्यय दिखाया गया है।बड़े ताज्जूब कि बात यह है कि यदि कोई सूचना कार्यकर्ता इन प्रधानो से वही कार्यवाही हेतु लिया गया रजिस्टर निरिक्षण हेतु मॉग ले तो इन प्रधानो पास कोई रजिस्टर नही मिलता खासकर वह सारी स्टेशनरी जिन सबको मिलाकर जिनकी किमत 8 से 10 हजार रूपये बताई जाती है।


हैण्डपाइप रिबोर एवं मरम्मत - 


सरकार ग्राम सभा मे लगी सारी हैण्डपाइप मे मरम्मत एवं निष्कृय हैण्डपाइप को रिबोर करने का जिम्मा ग्राम प्रधान को दे दिया है,यह योजना ग्राम प्रधान एवं ब्लाक कर्मचारियो के लिए मानो मुह मॉगी मुराद मिल गयी है,शायद यही कारण है कि ग्राम प्रधानो द्वारा गॉव के उन हैण्डपाइपो को भी कागज पर  रिबोर एवं मरम्मत कर दिया जाता है जिसका कोई अता-पता नही, इतना ही नही रिबोर के नाम पर उतनी धनराशि निकाली जाती है जितने मे एक प्राइवेट हैण्डपाइप लगने के बाद भी पैसा बचेगा ,और सौ-दो सौ ,रूपये कि मरम्मत करके हजारो रूपये का बिल बनता है। यह आकड़े से अनुमान लगाया जा सकता है कि ग्राम सभा के ग्राम प्रधानो द्वारा ग्राम विकास हेतु आवंटित धन को किस तरह लूट कर तिजोरियॉ भरी जाती है।
प्रस्तुत कर्ता- दीपचंद यादव  



कोरोना कहर: "मीडिया" समाज के सजग सिपाही

कोरोना विषाणु से जंग में प्रशासन, अनिवार्य सेवाएँ देने वाले समस्त विभाग अपने कर्तव्य का पूर्णतः निर्वहन कर रहे है, वही जनमानस भी घरों में रहकर अपना योगदान दे रहे है। परंतु हमारे देश का एक स्तंभ ऐसा भी है जो दिन-रात प्रशासन की योजनाओ, उनके क्रियान्वयन एवं उससे संबन्धित सम्पूर्ण जानकारी को जनता के समक्ष प्रस्तुत कर रहा है। जी हाँ ये है मीडिया जो निरंतर कोरोना संक्रमण से बचाव की लड़ाई में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है।


कोरोना कहर: "मीडिया" समाज के सजग सिपाही


कोरोना कहर में मीडिया तूने, जनमानस को जागरूक बनाया है।
स्थितियों से समय-समय पर अवगत कराया, सही गलत का मंथन कर सहज बनाया। 
सामाजिक संगठनों को जरूरतमंदो तक पहुंचाया, असत्य होने पर प्रश्नचिन्ह भी लगाया। 
रात-दिन को तूने एक बनाया, अपने सुख-दुःख को स्वतः भुलाया। 
कोरोना संक्रमण की जागरूकता को फैलाया, सावधानी के नियमों को भी सबको समझाया। 
मीडिया समाज की सृजनात्मकता को बढ़ाया, पर खुद के श्रम को निरंतर अविराम बनाया। 
कोरोना विषाणु के अभिमान को नष्ट करने का रास्ता सुझाया, प्रशंसनीय कार्यों में लगे लोगों का हौसला भी बढ़ाया।
मीडिया तूने सोशल डिस्टेन्सिंग के महत्व को समझाया, अपने अथक प्रयासों से कोरोना विस्तार को सतत घटाया। 
सेनीटाइजर, मास्क बनाना भी समय-समय पर सिखाया, दैनिक खाद्य सामाग्री का टाइम टेबल भी जनमानस को बताया। 
कोरोना कहर के दुष्परिणामों को जनमानस को समझाया, अपनी जान को देशभक्ति के आगे तुच्छ जताया। 
मीडिया तूने सरकार और जनमानस के बीच संवाहक का रोल निभाया, सरकार के सकारात्मक कदमों की गति को बढ़ाया। 
कोरोना कहर की एक-एक कड़ी को सुलझाया, समय-समय पर विशेषज्ञों के विचारो को जनमानस तक पहुंचाया। 
देश के सच्चे भक्तों को सम्मान दिलाया, इंसानियत की राह में समाजसेवकों को आगे बढ़ाया। 
तूने सनातन धर्म के महत्व को सर्वत्र फैलाया, कोरोना कहर की विपत्ति पर प्रबंधन के साथ सहयोग बढ़ाया। 
तेरी सक्रिय भागीदारी ने लॉकडाउन को सफल बनाया, देशभक्ति की दिशा में निर्णायक कदम बढ़ाया। 
तूने देश सेवा में अपनी निर्णायक भूमिका को निभाया, जनमानस को अपनी निरंतर सेवा से कृतज्ञ बनाया। 
संकट के क्षणों में निर्भीकता से सत्य से साक्षात्कार कराया, कोरोना कहर है कितना विकराल तब सबकी समझ में आया। 
कोरोना संक्रमण के बावजूद अपनी सेवा को पूरे जज्बे से निभाया, जनता को घर रहना सिखाकर कोरोना विषाणु के विरुद्ध अभियान चलाया। 
घर बैठे रचनात्मक उदाहरण से जनमानस का मनोबल बढ़ाया, लॉकडाउन के कठिन समय को भी आशावादी ऊर्जा से भरपूर बनाया। 
समाचार कवरेज के लिए अपना आराम भुलाया, कोरोना कहर से बचाव की रणनीति में अपने सुझावों से अहम कदम उठाया। 
मीडिया तूने समाज के सजग सिपाही का किरदार निभाया, कोरोना वाइरस के विरुद्ध लड़ाई को सशक्त बनाया। 
मीडिया तूने हमे देश के प्रति कर्तव्य को याद दिलाया, तेरी कर्तव्यनिष्ठा ने ही तुझे लोकतन्त्र का चौथा स्तम्भ बनाया।


 




आजमगढ़ में पत्नी की चाकू से हत्या कर पहुंचा थाने, अवैध संबंधों के शक में वारदात

आजमगढ़ में पत्नी की चाकू से हत्या कर पहुंचा थाने, अवैध संबंधों के शक में वारदात


आजमगढ़ में सरायमीर थाना क्षेत्र के खंडवारी गांव में सोमवार की भोर में अवैध संबंधों के शक में पति ने पत्नी की चाकू मारकर हत्या कर दी। वारदात के बाद गिरफ्तारी देने खुद थाने पहुंच गया।


पुलिस के अनुसार सरायमीर थाना क्षेत्र के खण्डवरी गांव निवासी 45 वर्षीया अमीना का पति इरसाद से अक्सर विवाद होता था। अवैध संबंधों के शक में कई बार मारपीट भी हो चुकी थी।रविवार की रात दोनों में फिर विवाद हो गया। शोरगुल सुनकर दूसरे कमरे में सोए बच्चे भी जाग गए और बाहर आ गए। इसी बीच गुस्से में पति ने पत्नी पर चाकू से कई वार कर दिया। पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई। 


घटना की जानकारी हुई तो पास-पड़ोस के लोग भी पहुंच गए। इससे पहले कि पुलिस को मामले की जानकारी दी जाती, पति खुद घर से 8 किलोमीटर दूर थाने पहुंच गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।


आजमगढ़ मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल समेत 12 मेडिकल स्टाफ क्वारंटाइन, कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आए थे

आजमगढ़ मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल समेत 12 मेडिकल स्टाफ क्वारंटाइन, कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आए थे


आजमगढ़ राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं सुपर फैसिलिटी हॉस्पिटल के प्रिंसिपल डॉ आरपी शर्मा समेत 12 मेडिकल स्टाफ को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया गया है। कोरोना पॉजिटिव तीन लोगों के संपर्क में आने के कारण यह फैसला लिया गया है। जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह के अनुसार फिलहाल प्रिंसिपल की कोरोना जांच निगेटिव आई है। पांच दिनों बाद फिर उनका सैंपल जांच के लिए भेजा जायेगा। 


चक्रपानपुर संवाददाता के अनुसार राजकीय मेडिकल कालेज एवं सुपर फैसिलिटी हास्पिटल में चार अप्रैल को तीन मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। शनिवार को प्रिसिंपल का सैंपल जांच के लिए गोरखपुर भेजा गया। रविवार को रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद भी उन्हें अगले 14 दिनों तक क्वारंटीन रहने को कहा गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एके मिश्रा के अनुसार अगली जांच के बाद ही उनके काम पर लौटने पर फैसला होगा। एहतियातन प्रिंसिपल समेत 12 डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों को क्वारंटीन करने का फैसला लिया गया। 


वहीं, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा के आदेश पर प्रिंसिपल डॉ आरपी शर्मा के सभी अधिकार कार्यवाहक प्रधानाचार्य डॉ राजेश को दे दिये गए हैं। प्रधानाचार्य को अपना कार्यभार डॉ राजेश को देने का निर्देश दे दिया गया है। रविवार को डीजीएमई कार्यालय से लिखित आदेश भी इस बाबत आ गया। 


25 स्वास्थ्यकर्मियों के कार्य बहिष्कार से भी जोड़ा जा रहा मामला
प्रिंसिपल समेत स्वास्थ्यकर्मियों को क्वारंटीन करने का मामला अघोषित कार्य बहिष्कार से भी जोड़ा जा रहा है। राजकीय मेडिकल कालेज के प्राचार्य के कार्यालय के लगभग 25 कर्मचारियों ने अघोषित रूप से कार्य बहिष्कार कर दिया था। प्राचार्य ने दो बार निर्देश भी दिया लेकिन कोई भी कर्मचारी अपने पटल पर काम करने के लिए तैयार नहीं हुआ।


उसी दिन प्राचार्य को भी क्वारंटाइन होने की सलाह दी गई। शनिवार को जब कार्यालय का सेनेटाइज किया गया। लेकिन प्रिंसिपल ने सलाह नहीं मानी और कार्यालय पहुंच गए। इसके बाद भी 25 कर्मचारी अपने-अपने पटल पर उपस्थित नहीं हुए। सभी कर्मचारी प्रशासनिक भवन के सामने स्थित पार्क में इकट्ठा हुए और अघोषित रूप से कार्य बहिष्कार कर दिया। प्रिंसिपल ने कर्मचारियों को बाहर आकर काम करने का दो बार निर्देश भी दिया। लेकिन कोई भी कर्मचारी अपने पटल पर उपस्थित नहीं हुआ।


लॉकडाउनः परिवार का खर्चा नहीं चला पाने से लाचार ट्राली चालक ने दी जान

लॉकडाउनः परिवार का खर्चा नहीं चला पाने से लाचार ट्राली चालक ने दी जान


लॉकडाउन में रोज कमाने खाने वालों की मुसीबत बढ़ती जा रही है। वाराणसी में जैतपुरा के ढेलवरिया में 30 वर्षीय ट्राली चालक नितिन कुमार ने फांसी लगाकर जान दे दी। मकान मालिक संदीप सेठ के अनुसार कमाई नहीं होने के कारण घर के खर्चे को लेकर नितिन परेशान था। 


मूलरूप से बिहार का निवासी नितिन ढेलवरिया में किराए के मकान में रहता था। उसकी पिछले ही साल दशाश्वमेध की रिंकी के साथ शादी हुई थी। ट्राली चलाकर ही नितिन के परिवार का खर्च चलता था। लॉकडाउन के कारण कमाई बंद होने से खर्च चलाने में दिक्कतें आने लगीं। परेशानी के कारण ही चार दिन पहले पत्नी अपने मायके दशाश्वमेध चली गई थी। 


सोमवार को दोपहर तक उसके कमरे का दरवाजा नहीं खुला। आवाज लगाने पर भी अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो मकान मालिक को कुछ शक हुआ। उसने सीढ़ी लगाकर रोशनदान से झांका तो सन्न रह गया। अंदर रस्सी के सहारे ट्राली चालक का शव फांसी के फंदे पर लटक रहा था। उसने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को उतारा और कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। 


मकान मालिक ने पुलिस को बताया नितिन की शादी नवंबर 2019 में दशाश्वमेध की रिंकी रानी से हुआ था। ट्राली  चलाकर ही अपना और  पत्नी का भरण पोषण करता  था। लॉकडाउन के कारण ट्राली नहीं चलाने से घर का खर्चा नहीं चल रहा था। इससे नाराज होकर पत्नी चार दिन पहले मायके चली गई। इसके कारण भी परेशान था।


जनधन खाता निष्क्रिय होने से कई लोग लौटे

जनधन खाता निष्क्रिय होने से कई लोग लौटे


जनधान खातों में पांच सौ रुपये आने के बावजूद अधिकतर लोग इसका लाभ नहीं ले पा रहे हैं। ऐसा खातों के निष्क्रिय होने से हुआ है। सोमवार को विभिन्न ग्राहक सेवा केंद्रों और बैंक शाखाओं के बाहर यह नजारा देखने को मिला। पैसा लेने के लिए गांवों और शहर में बुनकर बहुल क्षेत्रों में भीड़ दिखी।


बैंक शाखा और ग्राहक सेवा केंद्र पर लंबी कतार जब नंबर आया तो पता चला कि खाता निष्क्रिय है। इस कारण कई लोग निराश होकर लौट गए। उधर जिन खाताधारकों के पास आधार कार्ड था या उनके खाते से आधार कार्ड जुड़ा हुआ था। उन्हें थोड़ी देर इंतजार करने के बाद धनराशि मिल गई। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में मनरेगा मजदूरों, बुनकरों सहित अन्य जनधन खाता धारकों को 500 रुपए प्रति माह 3 महीने तक दिए जाने हैं। छह साल पहले जनधन खाते खुलने शुरू हुए थे। लेकिन इनमें से ज्यादातर खाताधारकों ने 3 से 4 वर्ष में एक भी लेन-देन नहीं किया है। जिससे यह खाते निष्क्रिय हो गए हैं। बनारस में साढे 15 लाख जनधन खाते हैं। इनमें करीब 70 फ़ीसदी निष्क्रिय हैं। पीएम गरीब कल्याण योजना में करीब 6 लाख खातों में यह राशि आई है। लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर मिथिलेश कुमार ने बताया कि जो खाते निष्क्रिय हैं। उन्हें एक्टिव करने के लिए आधार कार्ड या अन्य फोटो प्रमाण पत्र साथ लाना होगा। सभी बैंकों को जल्द से जल्द खाते को सक्रिय करके राशि उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।


रामेश्वर में बड़ौदा यूपी बैंक (काशी गोमती संयुक्त ग्रामीण बैंक) शाखा में सोमवार को ग्राहकों की लम्बी कतारलग गई। 80 खाताधारकों को पैसा दिया गया। खाता निष्क्रिय होने से दस खाताधारक पैसा नहीं पा सके। दो-तीन घंटे लाइन में खड़े होने के बाद जब ये काउंटर पर पहुंचे तो पता चला कि उनका खाता बन्द पड़ा है। हीरमपुर की कलावती, कुसुम, खेवली की चमेली, रीता, मनोरमा और रामेश्वर की उर्मिला सहित अन्य गांवों से अन्य खाताधारक निराश लौट गए। रोहनिया में बैंक ऑफ बड़ौदा ग्राहक सेवा केंद्र अखरी पर जनधन खाता धारक 500 रुपए निकालने पहुंचे। इनमें से कुछ खाता धारकों ने एटीएम से रुपए निकालने की कोशिश की थी लेकिन सफलता नहीं मिली। पूछताछ करने पर मालूम हुआ कि उनका खाता निष्क्रिय है। इसी तरह बैंक ऑफ इंडिया चुनार रोड की खाताधारक गुरुवा निवासी चंदा देवी, रोहनिया निवासी कलावती देवी जो बैंक ऑफ बड़ौदा की खाता धारक हैं। उन्हें पहले तो कतार में लंबा इंतजार करना पड़ा। फिर खाता निष्क्रिय होने और कुछ दस्तावेज न होने पर वापस लौटना पड़ा। कछवांरोड में काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक में सोमवार को जनधन खाते से रुपया निकालने को लोगों की भीड़ उमड़ी। सोशल डिस्टेंसिंग के कारण 2 से 3 खाताधारकों को बैंक में बुलाया गया जिससे बाहर कड़ी धूप में खाताधारकों को लंबा इंतजार करना पड़ा।‌ लेकिन धूप से बचने के लिए बाहर मौजूद महिलाएं और पुरुष खाताधारक एक पुलिया के किनारे इकट्ठे होकर बैठे रहे जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो सका।


कोरोना संदिग्ध की जांच में हीलाहवाली के दौरान ही मौत, बीएचयू से जिला और मंडलीय अस्पताल दौड़ते रहे परिजन

कोरोना संदिग्ध की जांच में हीलाहवाली के दौरान ही मौत, बीएचयू से जिला और मंडलीय अस्पताल दौड़ते रहे परिजन


 


वाराणसी में कोरोना संदिग्ध मानकर रेफर कर देने और जांच में हीलाहवाली की प्रक्रिया के बीच एक व्यक्ति की मौत हो गयी। इससे प्रशासनिक अमले में खलबली मची है। शिवपुर निवासी 45 साल के व्यक्ति को तेज बुखार के साथ सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। उसके 75 साल के वृद्ध पिता शनिवार को बीएचयू लेकर पहुंचे। वहां उसे कोरोना संदिग्ध मानकर पांडेयपुर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल भेज दिया गया। वहां से डॉक्टरों ने बिना जांच किये मंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया। रात में हालत बिगड़ने पर परिजन निजी अस्पताल पहुंचे। वहां देर रात उसने दम तोड़ दिया। घटना के दो दिन बीत जाने के बाद भी परिजनों की जांच नहीं कराई गई है।
 
जांच नहीं होने से मरीज को देखने वाले चिकित्सक और कर्मचारी 48 घंटे से दहशत में जी रहे हैं। उनका कहना है कि बीएचयू ने जिला अस्पताल को जांच करने को कहा था तो उन्होंने उसका सैम्पल क्योँ नहीं लिया। कर्मचारियों ने कहा कि अगर मरीज की जान कोविड-19 से हुई होगी तो हम सब कितने बड़े खतरे में हैं। जांच हो गई होती तो संदेह मिट जाता।


वहीं सीएमओ डॉक्टर बीबी सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान में है। मृतक के परिजनों की जांच जल्द से जल्द कराई जाएगी। जिला अस्पताल की लापरवाही की जांच कराकर कठोर कार्रवाई करेंगे।


बूढ़े माता-पिता के साथ बच्चों पर आफत
सबसे बड़ी चिंता मृतक के 75 वर्षीय पिता, 70 वर्षीय माता, 15 साल की बेटी और 12 साल के बेटे की है। परिजन भी खतरे में आ सकते हैं। जांच कराने से विभाग ने क्योँ परहेज किया समझ से परे है। 


 


गुरुवार, 26 मार्च 2020

वाराणसी की जनता से पीएम नरेंद्र मोदी बोले- महाभारत का युद्ध 18 दिन में जीता था, कोरोना से 21 दिन में जीतना है

वाराणसी की जनता से पीएम नरेंद्र मोदी बोले- महाभारत का युद्ध 18 दिन में जीता था, कोरोना से 21 दिन में जीतना है


देशभर में कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के नागिरकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की। वाराणसी के लोगों के सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस न ही हमारी संस्कृति को मिटा सकता है और नहीं हमारे संस्कार को। कोरोना के जवाब देने का दूसरा एक तरिका है वो है करुणा। करुणा से हम गरीबों और जरूरतमंदों का कल्याण कर सकते हैं। पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा करने के बाद यह पहला मौका होगा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र के नागरिकों से बात की। बता दें कि पीएम मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए रात 12 बजे से पूरे देश में लॉकडाउन करने की घोषणा की थी।


वाराणसी के लोगों से पीएम नरेंद्र मोदी लॉकडाउन का पालन करने की अपील कर सकते हैं। वह लोगों को बताएंगे कि कैसे लॉकडाउन के जरिए ही कोरोना को हराया जा सकता है। साथ ही पीएम मोदी बतौर सांसद उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में बता सकते हैं। आपको बता दे कि भारत में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। पिछले दो दिनों में कोरोना के मरीजों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। अब तक देश में कोरोना के 560 केस सामने आ चुके हैं।











PM Narendra Modi interact with citizens of varanasi:


मेरे काशी वासी आपको खुद को भी सुरक्षित रखें और देश को सुरक्षित रखें। सभी काशीवासियों को आज फिर एक बार दिल्ली से मैं प्रणाम करता हूं। आपने हमेशा काशी को संभाला है, आगे भी आप काशी को संभालेंगे। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।


- बच्चों ने कैसी कमाल कर दी है ये आपको पता चलेगा। आज के इस युवा पीढ़ी की शक्ति मुझे बहुत प्रभावित करती है। मैं नमो एप पर आपके सुझाव निरंतर पढ़ रहा हूं। देश के अलग-अलग हिस्सों में सुझाव दिए हैं कि लॉकडाउन को पूरे शक्ति के साथ लागू किया जाए।


- मैं देख रहा हूं कि मानव जाती इस वैश्विक संकट से जीतने के लिए एक साथ आ गई है। इस संकट में सबसे अहम भूमिका निभा रही हमारी बाल सेना, बालकों की सेना। छोटे-छोटे बालक इस संकट पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कई परिवारों ने अपने बच्चों का वीडियो बना रहे हैं।


- कोरोना का इलाज अपने स्तर पर बिल्कुल नहीं करना है। जो करना है डॉक्टरों की सलाह पर ही करना है। कोरोना के खिलाफ कोई भी दवाई और वैक्सिन पूरी दुनिया में नहीं बनी है। डॉक्टरों से सलाह के बाद ही कोई दवाई लें।


हम सभी का प्रयास होना चाहिए की प्रशासन पर कम से कम दबाव डाले, प्रशासन का सहयोग करें। अस्पताल में काम करने वाले, पुलिसकर्मी, सरकारी दफ्तरों में काम करने वाले, मीडियाकर्मी, ये हमारे ही लोग हैं, हमें उनका हौसला बढ़ाना चाहिए।


अभी नवरात्र शुरू हुआ है तब अगले 21 दिन तक नव गरीब परिवारों का मदद करने का प्रण लें। मैं मानता हूं अगर इतना भी हम कर लें तो इससे बड़ी सेवा क्या हो सकती है। लॉकडाउन की वजह से अनेक जानवरों के सामने भोजन का संकट आ गया है। मेरी लोगों की प्रार्थना है अपने आस-पास के पशुओं की भी चिंता करें।


- कोरोना वायरस न ही हमारी संस्कृति को मिटा सकता है और नहीं हमारे संस्कार को। कोरोना के जवाब देने का दूसरा एक तरिका है वो है करुणा। करुणा से हम गरीबों और जरूरतमंदों का कल्याण कर सकते हैं।


- काशी में बात होती हो और कपड़े वाले बात न हो तो बात अधूरी रह जाती है। कोरोना को पराजित करने के लिए एक रणनीति के तहत एक्सपर्ट से मिले दिशा निर्देशों के तहत ही हर व्यक्ति दूसरे से कम से कम एक डेढ मीटर की दूरी पर रहे। साथियों हम इस बात पर विश्वास करने वाले लोग है कि मनुष्य ईश्वार का अंश हैं। 


जब मुझे कल डॉक्टरों से बात कर रहा था तो पता तो तत्काल गृह विभाग और राज्यों के डीजीपी के साथ बात करने और उचित दिशा निर्देश देने का आदेश दिया।


जिन लोगों ने वुहान में रेस्क्यू ऑपरेशन किया, मैंने उनको पत्र लिखा। मेरे लिए बहुत भावुक पल था। कुछ स्थानों से ऐसी घटनाओं की जानकारी भी मिली है जिससे हृदय को पीड़ा हुआ है। इस महामारी से बचाने के लिए जो लोग काम पर लगे हुए हैं उनके साथ बुरा बर्ताव होता है तो आप लोग उनको चेतावनी दी दीजिए। ऐसा नहीं कर सकते हैं।


कल मैंने नर्सेस और डॉक्टर के साथ इन विषयों पर विस्तार से बात की है। इस देश के सामान्य मानवीय का मन, सही समय पर सही काम करने और जरूर कदम उठाने पर हमारे देस के लोग बहुत विश्वास करते हैं। 22 मार्च को आपने देखा होगा कि जनता कर्फ्यू में लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिए।


अगर आपके पास व्हाट्सएप्प की सुविधा है तो ये नंबर 9013151515 पर आप जानकारी से ले सकते हैं। कोरोना बीमारी के देखते हुए देशभर में व्यापक तैयारियां की जा रही है। सभी को इस समय घरों में रहना अति आवश्यक है। यही इस बीमारी से बचने का बेहतर उपाय है।


लोग कई बार जानते हुए भी सावधानी नहीं बरतते हैं। नागरिक के रूप में अपने ध्यान देना चाहिए। हमें घर में रहना चाहिए। कोरोना जैसी बीमारी से बचने का यही एक मात्र उपाय है। आप ये भी ध्यान रखिए कोरोना से संक्रमित दुनिया में एक लाख से अधिक लोग ठीक भी हो चुके हैं। भारत में भी दर्जनों लोग कोरोने से बाहर निकलने हैं। इटली में 90 साल की उम्र की आयु की एक माताजी ठीक हुई हैं।


- काशी का अनुभव शाश्वत, सनातन, समयातीत है। और इसलिए, आज लॉकडाउन की परिस्थिति में काशी देश को सिखा सकती है- संयम, समन्वय, संवेदनशीलता काशी देश को सिखा सकती है- सहयोग, शांति, सहनशीलता काशी देश को सिखा सकती है- साधना, सेवा, समाधान।


- महाभारत का युद्ध 18 दिन में जीता गया था, आज कोरोनी के खिलाफ जो युद्ध पूरा देश लड़ रहा है, उसमें 21 दिन लगने वाले हैं। हमारा प्रयास है इसे 21 दिन में जीत लिया जाए। महाभारत के युद्ध में भगवान श्रीकृष्ण महारथी, सारथी थें, आज 130 करोड़ महारथियों के बलबूते पर हमें कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई को जीतना है। इसमें काशीवासियों की बहुत बड़ी भूमिका है।


कोरोना की इस लड़ाई में काशी के लोगों की बड़ी भूमिका है। काशी ज्ञान की खान है। संकट की इस घड़ी में काशी सबके लिए उदाहरण प्रस्तुत कर सकती है। आज लाकडॉउन की परिस्थिति में देश को संयम, समन्वय। काशी देश को सीखा सकती है साधना, सेवा, समाधान। साथियों काशी का अर्थ ही है शिव यानि कल्याण।


- काशी का सांसद होने के नाते मुझे ऐसे समय में आपके बीच होना चाहिए था। लेकिन आप यहां दिल्ली में जो गतिविधियां हो रही हैं, उससे भी परिचित हैं। यहां की व्यस्तता के बावजूद मैं वाराणसी के बारे में निरंतर अपने साथियों से अपडेट ले रहा हूं।


- आज से नवरात्रि शुरू हो रही है। वर्षों से मैं मां की आराधना करता आ रहा हूं। इस बार की साधना मैं मानवता की उपासना करने वाले सभी नर्स, डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, पुलिसकर्मी और मीडियाकर्मी, जो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जुटे हैं, के उत्तम स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं सिद्धि को समर्पित करता हूं।














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PM नरेंद्र मोदी ने बताया WhatsApp नंबर, इसपर आप पूछ सकते हैं कोरोना को लेकर कोई भी सवाल, मिलेगी सटीक जानकारी

PM नरेंद्र मोदी ने बताया WhatsApp नंबर, इसपर आप पूछ सकते हैं कोरोना को लेकर कोई भी सवाल, मिलेगी सटीक जानकारी


पूरे देश में लॉकडाउन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लोगों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात किए। इस दौरान उन्होंने लेगों को कोरोना वायरस को लेकर अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की सलाह दी। साथ ही उन्होंने लोगों को एक व्हाट्सऐप नंबर भी दिया, जहां वह इस महामारी से जुड़ी हर सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।


कोरोना वायरस को लेकर व्हाट्सऐप इंडिया, भारत सरकार मिलकर काम कर रही है। अगर आपको कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर हर सही जानकारी चाहिए तो 9013151515 पर आपको सिर्फ 'Hi' या 'नमस्ते' लिखकर भेजना होगा। इसके बाद आपका चैट एक्टिव हो जाएगा। यहां आपको COVID-19 को लेकर हर सही जानकारी मिलेगी।


कैसे करे इस WhatsApp नंबर का इस्तेमाल?


- अपने मोबाइल फोनबुक में 9013151515 को सेव कर लें।


- इसके बाद WhatsApp के जरिए इस नंबर पर Hi या नमस्ते लिखकर भेजें।


- इसके बाद चैट एक्टिव हो जाएगा और आप इस नंबर पर संबंधित सवाल पूछ सकते हैं। इस व्हाट्सऐप नंबर पर आपकी हर आशंकाएं दूर हो जाएगी। आपको सटीक जानकारी दी जाएगी।


वाराणसी के लोगों से पीएम नरेंद्र मोदी लॉकडाउन का पालन करने की अपील कर सकते हैं। वह लोगों को बताएंगे कि कैसे लॉकडाउन के जरिए ही कोरोना को हराया जा सकता है। साथ ही पीएम मोदी बतौर सांसद उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में बता सकते हैं।


पीएम मोदी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना का इलाज अपने स्तर पर बिल्कुल नहीं करना है। जो करना है डॉक्टरों की सलाह पर ही करना है। कोरोना के खिलाफ कोई भी दवाई और वैक्सिन पूरी दुनिया में नहीं बनी है। डॉक्टरों से सलाह के बाद ही कोई दवाई लें।


भारत में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। पिछले दो दिनों में कोरोना के मरीजों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। अब तक देश में कोरोना के 560 केस सामने आ चुके हैं।


कोरोनाः पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने आजमगढ़ मेडिकल कालेज को दिया एक करोड़

कोरोनाः पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने आजमगढ़ मेडिकल कालेज को दिया एक करोड़









कोरोना वायरस से लड़ने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री व आजमगढ़ सांसद अखिलेश यादव ने राजकीय मेडिकल कालेज व सुपरफेसिलिटी हास्पिटल की सुध ली है। उन्होंने बुधवार को कालेज को एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने हास्पिटल के डाक्टरों व स्वास्थकर्मियों के लिए पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट व कोरोना टेस्टिंग किट के लिए यह धनराशि देने की बात कही है। उन्होंने अपने सांसद निधि से यह धनराशि देने की घोषणा करते हुए अन्य से भी ऐसा करने की अपील की है। इस बीच एमएलसी यशवंत सिंह ने आजमगढ़ और मऊ को कोरोना की जांच में उपयोग आने वाले कीट  के लिए साढ़े 12 लाख, साढ़े 12 लाख रुपये देने की घोषणा की है। 


चक्रपानपुर स्थित राजकीय मेडिकल कालेज व सुपर फेसिलिटी हास्पिटल में अभी तक कोरोना वायरस की जांच नहीं होती है। इस समय यहां बीस बेड का आईसोलेशन वार्ड , जिसमें डेढ़ सौ का स्टाफ काम कर रहा है। जिले भर में कोरोना वायरस की जांच के लिए सैंपलिंग केवल यहीं हो रही है। इनके पास अपने स्वास्थ कर्मियों व डाक्टरों के लिए अभी तक पांच दिन का ही पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट बचा हुआ है। इतने ही दिन की जांच किट मौजूद है। इस किट में सैंपल लेने के बाद उसे केजीएमयू लखनऊ भेजा जाता है। नोडल अफसर डॉ. दीपक पांडे ने बताया कि इसके बाद का बजट भी शासन से आ गया है, संबंधित आर्डर भी किए जा चुके हैं।


इसके पहले मंगलवार को ही लालगंज सांसद संगीता आजाद ने पचास लाख, लालगंज विधायक सगड़ी वंदना सिंह ने 15 लाख,गोपालपुर विधायक नफीस अहमद ने 10 लाख रुपये अपनी अपनी निधि से देने संबंधी पत्र मुख्य विकास अधिकारी को भेजा था। 


 









वाराणसीः कोरोना पॉजिटिव मरीज की सेहत में हो रहा सुधार, फिर से लिया गया सैंपल

वाराणसीः कोरोना पॉजिटिव मरीज की सेहत में हो रहा सुधार, फिर से लिया गया सैंपल


वाराणसी में मिले कोरोना पॉजिटिव मरीज का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। उसकी सेहत में काफी सुधार है। डॉक्टरों का मानना है कि वह जल्द इससे उबर जाएगा। डॉक्टर अभी उसे एंटीबायोटिक दवाएं दे रहे हैं। वहीं पॉजिटिव मरीज और उसके परिवार के लोगों का बुधवार को फिर से कोरोना वायरस का सैंपल लिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही स्थित पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगी।


फूलपुर थाना क्षेत्र के 30 वर्षीय युवक दुबई से आया था। यहां जब उसका चेकअप किया गया तो वह कोराना पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद हड़कंप मच गया। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। स्वास्थ्य विभाग ने उसके परिवार के 6 लोगों की कोरोना जांच कराई। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इसके बाद उन्हें होम कोरेंटाइन में रखा गया।


इस दौरान स्वास्थ्य विभाग उन पर नजर बनाए हुए था। बुधवार को फिर पीड़ित और उसके सभी परिवारीजनों का फिर से सैंपल लिया गया, जिसे जांच के लिए बीएचयू भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने बाद ही डॉक्टर आगे की रणनीत तय कर पाएंगे। कोरोना पॉजिटिव मरीज का इलाज कर रहे डॉ. रामा कृष्णा ने बताया कि मरीज की स्थिति काफी सामान्य है। उसकी सेहत में काफी सुधार है। हम लोग उस पर नजर बनाए हुए हैं। कोरोना रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा।  


परिवार की रहती है चिंता 
आइसोलेशन वार्ड के डॉक्टरों का कहना है कि वह सामान्य तौर पर चल-फिर रहा है। समय पर उसे भोजन और दवाएं दी जा रही हैं। मनोरंजन के लिए उसके पास मोबाइल है। डॉक्टरों से बार-बार ये पूछता है कि मैं ठीक हो जाऊंगा कि नहीं। उसे अपने परिवार के लोगों की ज्यादा चिंता रहती है। परिवार के लोगों के बारे में डॉक्टरों से बार-बार पूछता रहता है।  


वाराणसीः कोरोना पॉजिटिव मरीज की सेहत में हो रहा सुधार, फिर से लिया गया सैंपल

वाराणसीः कोरोना पॉजिटिव मरीज की सेहत में हो रहा सुधार, फिर से लिया गया सैंपल


 


वाराणसी में मिले कोरोना पॉजिटिव मरीज का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। उसकी सेहत में काफी सुधार है। डॉक्टरों का मानना है कि वह जल्द इससे उबर जाएगा। डॉक्टर अभी उसे एंटीबायोटिक दवाएं दे रहे हैं। वहीं पॉजिटिव मरीज और उसके परिवार के लोगों का बुधवार को फिर से कोरोना वायरस का सैंपल लिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही स्थित पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगी।


फूलपुर थाना क्षेत्र के 30 वर्षीय युवक दुबई से आया था। यहां जब उसका चेकअप किया गया तो वह कोराना पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद हड़कंप मच गया। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। स्वास्थ्य विभाग ने उसके परिवार के 6 लोगों की कोरोना जांच कराई। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इसके बाद उन्हें होम कोरेंटाइन में रखा गया।


इस दौरान स्वास्थ्य विभाग उन पर नजर बनाए हुए था। बुधवार को फिर पीड़ित और उसके सभी परिवारीजनों का फिर से सैंपल लिया गया, जिसे जांच के लिए बीएचयू भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने बाद ही डॉक्टर आगे की रणनीत तय कर पाएंगे। कोरोना पॉजिटिव मरीज का इलाज कर रहे डॉ. रामा कृष्णा ने बताया कि मरीज की स्थिति काफी सामान्य है। उसकी सेहत में काफी सुधार है। हम लोग उस पर नजर बनाए हुए हैं। कोरोना रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा।  


परिवार की रहती है चिंता 
आइसोलेशन वार्ड के डॉक्टरों का कहना है कि वह सामान्य तौर पर चल-फिर रहा है। समय पर उसे भोजन और दवाएं दी जा रही हैं। मनोरंजन के लिए उसके पास मोबाइल है। डॉक्टरों से बार-बार ये पूछता है कि मैं ठीक हो जाऊंगा कि नहीं। उसे अपने परिवार के लोगों की ज्यादा चिंता रहती है। परिवार के लोगों के बारे में डॉक्टरों से बार-बार पूछता रहता है।  


रविवार, 23 फ़रवरी 2020

मैराथन दौड़ में वाराणसी के मनीष ने मारी बाजी

मैराथन दौड़ में वाराणसी के मनीष ने मारी बाजी


गोल्हनामऊ बाजार से सुजानगंज तक 10 किलोमीटर लंबी मैराथन दौड़ का आयोजन शनिवार को किया गया। मैराथन दौड़ में कुल 128 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिनमें चार लड़कियां भी थीं। राय हरिश्चन्द्र सिंह चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित मैराथन के पुरुष वर्ग में वाराणसी के मनीष यादव प्रथम रहे। महिला वर्ग में सिंगरामऊ की दीपिका कुमारी ने बाजी मारी।


मैराथन दौड़ शुरू होने से पहले गाजे-बाजे के साथ धावकों का स्वागत किया गया। प्रतियोगिता में वाराणसी के नीतेश कुमार द्वितीय एवं राजीव पटेल तृतीय रहे। महिला वर्ग में सिंगरामऊ की दीपिका कुमारी प्रथम और साधना मिश्र द्वितीय रही। विजेताओं को साइकिल व मेडल देकर पुरस्कृत किया गया। समापन समारोह में भाजपा नेता विनय सिंह ने कहा कि खेल से शारीरिक और मानसिक विकास होता है। वंशीधर शर्मा, शशि तिवारी, झल्लूराम पटेल ने भी विचार व्यक्त किया। अध्यक्षता राय हरिश्चन्द्र सिंह एवं संचालन डा. प्रमोद सिंह ने किया। इस अवसर पर जयप्रकाश मिश्र, शेरबहादुर सिंह, कृपाशंकर यादव, सौरभ तिवारी, प्रदीप शुक्ल सहित अन्य उपस्थित रहे।