मंगलवार, 7 अप्रैल 2020

लॉकडाउनः परिवार का खर्चा नहीं चला पाने से लाचार ट्राली चालक ने दी जान

लॉकडाउनः परिवार का खर्चा नहीं चला पाने से लाचार ट्राली चालक ने दी जान


लॉकडाउन में रोज कमाने खाने वालों की मुसीबत बढ़ती जा रही है। वाराणसी में जैतपुरा के ढेलवरिया में 30 वर्षीय ट्राली चालक नितिन कुमार ने फांसी लगाकर जान दे दी। मकान मालिक संदीप सेठ के अनुसार कमाई नहीं होने के कारण घर के खर्चे को लेकर नितिन परेशान था। 


मूलरूप से बिहार का निवासी नितिन ढेलवरिया में किराए के मकान में रहता था। उसकी पिछले ही साल दशाश्वमेध की रिंकी के साथ शादी हुई थी। ट्राली चलाकर ही नितिन के परिवार का खर्च चलता था। लॉकडाउन के कारण कमाई बंद होने से खर्च चलाने में दिक्कतें आने लगीं। परेशानी के कारण ही चार दिन पहले पत्नी अपने मायके दशाश्वमेध चली गई थी। 


सोमवार को दोपहर तक उसके कमरे का दरवाजा नहीं खुला। आवाज लगाने पर भी अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो मकान मालिक को कुछ शक हुआ। उसने सीढ़ी लगाकर रोशनदान से झांका तो सन्न रह गया। अंदर रस्सी के सहारे ट्राली चालक का शव फांसी के फंदे पर लटक रहा था। उसने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को उतारा और कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। 


मकान मालिक ने पुलिस को बताया नितिन की शादी नवंबर 2019 में दशाश्वमेध की रिंकी रानी से हुआ था। ट्राली  चलाकर ही अपना और  पत्नी का भरण पोषण करता  था। लॉकडाउन के कारण ट्राली नहीं चलाने से घर का खर्चा नहीं चल रहा था। इससे नाराज होकर पत्नी चार दिन पहले मायके चली गई। इसके कारण भी परेशान था।


जनधन खाता निष्क्रिय होने से कई लोग लौटे

जनधन खाता निष्क्रिय होने से कई लोग लौटे


जनधान खातों में पांच सौ रुपये आने के बावजूद अधिकतर लोग इसका लाभ नहीं ले पा रहे हैं। ऐसा खातों के निष्क्रिय होने से हुआ है। सोमवार को विभिन्न ग्राहक सेवा केंद्रों और बैंक शाखाओं के बाहर यह नजारा देखने को मिला। पैसा लेने के लिए गांवों और शहर में बुनकर बहुल क्षेत्रों में भीड़ दिखी।


बैंक शाखा और ग्राहक सेवा केंद्र पर लंबी कतार जब नंबर आया तो पता चला कि खाता निष्क्रिय है। इस कारण कई लोग निराश होकर लौट गए। उधर जिन खाताधारकों के पास आधार कार्ड था या उनके खाते से आधार कार्ड जुड़ा हुआ था। उन्हें थोड़ी देर इंतजार करने के बाद धनराशि मिल गई। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में मनरेगा मजदूरों, बुनकरों सहित अन्य जनधन खाता धारकों को 500 रुपए प्रति माह 3 महीने तक दिए जाने हैं। छह साल पहले जनधन खाते खुलने शुरू हुए थे। लेकिन इनमें से ज्यादातर खाताधारकों ने 3 से 4 वर्ष में एक भी लेन-देन नहीं किया है। जिससे यह खाते निष्क्रिय हो गए हैं। बनारस में साढे 15 लाख जनधन खाते हैं। इनमें करीब 70 फ़ीसदी निष्क्रिय हैं। पीएम गरीब कल्याण योजना में करीब 6 लाख खातों में यह राशि आई है। लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर मिथिलेश कुमार ने बताया कि जो खाते निष्क्रिय हैं। उन्हें एक्टिव करने के लिए आधार कार्ड या अन्य फोटो प्रमाण पत्र साथ लाना होगा। सभी बैंकों को जल्द से जल्द खाते को सक्रिय करके राशि उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।


रामेश्वर में बड़ौदा यूपी बैंक (काशी गोमती संयुक्त ग्रामीण बैंक) शाखा में सोमवार को ग्राहकों की लम्बी कतारलग गई। 80 खाताधारकों को पैसा दिया गया। खाता निष्क्रिय होने से दस खाताधारक पैसा नहीं पा सके। दो-तीन घंटे लाइन में खड़े होने के बाद जब ये काउंटर पर पहुंचे तो पता चला कि उनका खाता बन्द पड़ा है। हीरमपुर की कलावती, कुसुम, खेवली की चमेली, रीता, मनोरमा और रामेश्वर की उर्मिला सहित अन्य गांवों से अन्य खाताधारक निराश लौट गए। रोहनिया में बैंक ऑफ बड़ौदा ग्राहक सेवा केंद्र अखरी पर जनधन खाता धारक 500 रुपए निकालने पहुंचे। इनमें से कुछ खाता धारकों ने एटीएम से रुपए निकालने की कोशिश की थी लेकिन सफलता नहीं मिली। पूछताछ करने पर मालूम हुआ कि उनका खाता निष्क्रिय है। इसी तरह बैंक ऑफ इंडिया चुनार रोड की खाताधारक गुरुवा निवासी चंदा देवी, रोहनिया निवासी कलावती देवी जो बैंक ऑफ बड़ौदा की खाता धारक हैं। उन्हें पहले तो कतार में लंबा इंतजार करना पड़ा। फिर खाता निष्क्रिय होने और कुछ दस्तावेज न होने पर वापस लौटना पड़ा। कछवांरोड में काशी गोमती संयुत ग्रामीण बैंक में सोमवार को जनधन खाते से रुपया निकालने को लोगों की भीड़ उमड़ी। सोशल डिस्टेंसिंग के कारण 2 से 3 खाताधारकों को बैंक में बुलाया गया जिससे बाहर कड़ी धूप में खाताधारकों को लंबा इंतजार करना पड़ा।‌ लेकिन धूप से बचने के लिए बाहर मौजूद महिलाएं और पुरुष खाताधारक एक पुलिया के किनारे इकट्ठे होकर बैठे रहे जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो सका।


कोरोना संदिग्ध की जांच में हीलाहवाली के दौरान ही मौत, बीएचयू से जिला और मंडलीय अस्पताल दौड़ते रहे परिजन

कोरोना संदिग्ध की जांच में हीलाहवाली के दौरान ही मौत, बीएचयू से जिला और मंडलीय अस्पताल दौड़ते रहे परिजन


 


वाराणसी में कोरोना संदिग्ध मानकर रेफर कर देने और जांच में हीलाहवाली की प्रक्रिया के बीच एक व्यक्ति की मौत हो गयी। इससे प्रशासनिक अमले में खलबली मची है। शिवपुर निवासी 45 साल के व्यक्ति को तेज बुखार के साथ सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। उसके 75 साल के वृद्ध पिता शनिवार को बीएचयू लेकर पहुंचे। वहां उसे कोरोना संदिग्ध मानकर पांडेयपुर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल भेज दिया गया। वहां से डॉक्टरों ने बिना जांच किये मंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया। रात में हालत बिगड़ने पर परिजन निजी अस्पताल पहुंचे। वहां देर रात उसने दम तोड़ दिया। घटना के दो दिन बीत जाने के बाद भी परिजनों की जांच नहीं कराई गई है।
 
जांच नहीं होने से मरीज को देखने वाले चिकित्सक और कर्मचारी 48 घंटे से दहशत में जी रहे हैं। उनका कहना है कि बीएचयू ने जिला अस्पताल को जांच करने को कहा था तो उन्होंने उसका सैम्पल क्योँ नहीं लिया। कर्मचारियों ने कहा कि अगर मरीज की जान कोविड-19 से हुई होगी तो हम सब कितने बड़े खतरे में हैं। जांच हो गई होती तो संदेह मिट जाता।


वहीं सीएमओ डॉक्टर बीबी सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान में है। मृतक के परिजनों की जांच जल्द से जल्द कराई जाएगी। जिला अस्पताल की लापरवाही की जांच कराकर कठोर कार्रवाई करेंगे।


बूढ़े माता-पिता के साथ बच्चों पर आफत
सबसे बड़ी चिंता मृतक के 75 वर्षीय पिता, 70 वर्षीय माता, 15 साल की बेटी और 12 साल के बेटे की है। परिजन भी खतरे में आ सकते हैं। जांच कराने से विभाग ने क्योँ परहेज किया समझ से परे है। 


 


गुरुवार, 26 मार्च 2020

वाराणसी की जनता से पीएम नरेंद्र मोदी बोले- महाभारत का युद्ध 18 दिन में जीता था, कोरोना से 21 दिन में जीतना है

वाराणसी की जनता से पीएम नरेंद्र मोदी बोले- महाभारत का युद्ध 18 दिन में जीता था, कोरोना से 21 दिन में जीतना है


देशभर में कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के नागिरकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की। वाराणसी के लोगों के सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस न ही हमारी संस्कृति को मिटा सकता है और नहीं हमारे संस्कार को। कोरोना के जवाब देने का दूसरा एक तरिका है वो है करुणा। करुणा से हम गरीबों और जरूरतमंदों का कल्याण कर सकते हैं। पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा करने के बाद यह पहला मौका होगा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र के नागरिकों से बात की। बता दें कि पीएम मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए रात 12 बजे से पूरे देश में लॉकडाउन करने की घोषणा की थी।


वाराणसी के लोगों से पीएम नरेंद्र मोदी लॉकडाउन का पालन करने की अपील कर सकते हैं। वह लोगों को बताएंगे कि कैसे लॉकडाउन के जरिए ही कोरोना को हराया जा सकता है। साथ ही पीएम मोदी बतौर सांसद उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में बता सकते हैं। आपको बता दे कि भारत में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। पिछले दो दिनों में कोरोना के मरीजों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। अब तक देश में कोरोना के 560 केस सामने आ चुके हैं।











PM Narendra Modi interact with citizens of varanasi:


मेरे काशी वासी आपको खुद को भी सुरक्षित रखें और देश को सुरक्षित रखें। सभी काशीवासियों को आज फिर एक बार दिल्ली से मैं प्रणाम करता हूं। आपने हमेशा काशी को संभाला है, आगे भी आप काशी को संभालेंगे। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।


- बच्चों ने कैसी कमाल कर दी है ये आपको पता चलेगा। आज के इस युवा पीढ़ी की शक्ति मुझे बहुत प्रभावित करती है। मैं नमो एप पर आपके सुझाव निरंतर पढ़ रहा हूं। देश के अलग-अलग हिस्सों में सुझाव दिए हैं कि लॉकडाउन को पूरे शक्ति के साथ लागू किया जाए।


- मैं देख रहा हूं कि मानव जाती इस वैश्विक संकट से जीतने के लिए एक साथ आ गई है। इस संकट में सबसे अहम भूमिका निभा रही हमारी बाल सेना, बालकों की सेना। छोटे-छोटे बालक इस संकट पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कई परिवारों ने अपने बच्चों का वीडियो बना रहे हैं।


- कोरोना का इलाज अपने स्तर पर बिल्कुल नहीं करना है। जो करना है डॉक्टरों की सलाह पर ही करना है। कोरोना के खिलाफ कोई भी दवाई और वैक्सिन पूरी दुनिया में नहीं बनी है। डॉक्टरों से सलाह के बाद ही कोई दवाई लें।


हम सभी का प्रयास होना चाहिए की प्रशासन पर कम से कम दबाव डाले, प्रशासन का सहयोग करें। अस्पताल में काम करने वाले, पुलिसकर्मी, सरकारी दफ्तरों में काम करने वाले, मीडियाकर्मी, ये हमारे ही लोग हैं, हमें उनका हौसला बढ़ाना चाहिए।


अभी नवरात्र शुरू हुआ है तब अगले 21 दिन तक नव गरीब परिवारों का मदद करने का प्रण लें। मैं मानता हूं अगर इतना भी हम कर लें तो इससे बड़ी सेवा क्या हो सकती है। लॉकडाउन की वजह से अनेक जानवरों के सामने भोजन का संकट आ गया है। मेरी लोगों की प्रार्थना है अपने आस-पास के पशुओं की भी चिंता करें।


- कोरोना वायरस न ही हमारी संस्कृति को मिटा सकता है और नहीं हमारे संस्कार को। कोरोना के जवाब देने का दूसरा एक तरिका है वो है करुणा। करुणा से हम गरीबों और जरूरतमंदों का कल्याण कर सकते हैं।


- काशी में बात होती हो और कपड़े वाले बात न हो तो बात अधूरी रह जाती है। कोरोना को पराजित करने के लिए एक रणनीति के तहत एक्सपर्ट से मिले दिशा निर्देशों के तहत ही हर व्यक्ति दूसरे से कम से कम एक डेढ मीटर की दूरी पर रहे। साथियों हम इस बात पर विश्वास करने वाले लोग है कि मनुष्य ईश्वार का अंश हैं। 


जब मुझे कल डॉक्टरों से बात कर रहा था तो पता तो तत्काल गृह विभाग और राज्यों के डीजीपी के साथ बात करने और उचित दिशा निर्देश देने का आदेश दिया।


जिन लोगों ने वुहान में रेस्क्यू ऑपरेशन किया, मैंने उनको पत्र लिखा। मेरे लिए बहुत भावुक पल था। कुछ स्थानों से ऐसी घटनाओं की जानकारी भी मिली है जिससे हृदय को पीड़ा हुआ है। इस महामारी से बचाने के लिए जो लोग काम पर लगे हुए हैं उनके साथ बुरा बर्ताव होता है तो आप लोग उनको चेतावनी दी दीजिए। ऐसा नहीं कर सकते हैं।


कल मैंने नर्सेस और डॉक्टर के साथ इन विषयों पर विस्तार से बात की है। इस देश के सामान्य मानवीय का मन, सही समय पर सही काम करने और जरूर कदम उठाने पर हमारे देस के लोग बहुत विश्वास करते हैं। 22 मार्च को आपने देखा होगा कि जनता कर्फ्यू में लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिए।


अगर आपके पास व्हाट्सएप्प की सुविधा है तो ये नंबर 9013151515 पर आप जानकारी से ले सकते हैं। कोरोना बीमारी के देखते हुए देशभर में व्यापक तैयारियां की जा रही है। सभी को इस समय घरों में रहना अति आवश्यक है। यही इस बीमारी से बचने का बेहतर उपाय है।


लोग कई बार जानते हुए भी सावधानी नहीं बरतते हैं। नागरिक के रूप में अपने ध्यान देना चाहिए। हमें घर में रहना चाहिए। कोरोना जैसी बीमारी से बचने का यही एक मात्र उपाय है। आप ये भी ध्यान रखिए कोरोना से संक्रमित दुनिया में एक लाख से अधिक लोग ठीक भी हो चुके हैं। भारत में भी दर्जनों लोग कोरोने से बाहर निकलने हैं। इटली में 90 साल की उम्र की आयु की एक माताजी ठीक हुई हैं।


- काशी का अनुभव शाश्वत, सनातन, समयातीत है। और इसलिए, आज लॉकडाउन की परिस्थिति में काशी देश को सिखा सकती है- संयम, समन्वय, संवेदनशीलता काशी देश को सिखा सकती है- सहयोग, शांति, सहनशीलता काशी देश को सिखा सकती है- साधना, सेवा, समाधान।


- महाभारत का युद्ध 18 दिन में जीता गया था, आज कोरोनी के खिलाफ जो युद्ध पूरा देश लड़ रहा है, उसमें 21 दिन लगने वाले हैं। हमारा प्रयास है इसे 21 दिन में जीत लिया जाए। महाभारत के युद्ध में भगवान श्रीकृष्ण महारथी, सारथी थें, आज 130 करोड़ महारथियों के बलबूते पर हमें कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई को जीतना है। इसमें काशीवासियों की बहुत बड़ी भूमिका है।


कोरोना की इस लड़ाई में काशी के लोगों की बड़ी भूमिका है। काशी ज्ञान की खान है। संकट की इस घड़ी में काशी सबके लिए उदाहरण प्रस्तुत कर सकती है। आज लाकडॉउन की परिस्थिति में देश को संयम, समन्वय। काशी देश को सीखा सकती है साधना, सेवा, समाधान। साथियों काशी का अर्थ ही है शिव यानि कल्याण।


- काशी का सांसद होने के नाते मुझे ऐसे समय में आपके बीच होना चाहिए था। लेकिन आप यहां दिल्ली में जो गतिविधियां हो रही हैं, उससे भी परिचित हैं। यहां की व्यस्तता के बावजूद मैं वाराणसी के बारे में निरंतर अपने साथियों से अपडेट ले रहा हूं।


- आज से नवरात्रि शुरू हो रही है। वर्षों से मैं मां की आराधना करता आ रहा हूं। इस बार की साधना मैं मानवता की उपासना करने वाले सभी नर्स, डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, पुलिसकर्मी और मीडियाकर्मी, जो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जुटे हैं, के उत्तम स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं सिद्धि को समर्पित करता हूं।














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PM नरेंद्र मोदी ने बताया WhatsApp नंबर, इसपर आप पूछ सकते हैं कोरोना को लेकर कोई भी सवाल, मिलेगी सटीक जानकारी

PM नरेंद्र मोदी ने बताया WhatsApp नंबर, इसपर आप पूछ सकते हैं कोरोना को लेकर कोई भी सवाल, मिलेगी सटीक जानकारी


पूरे देश में लॉकडाउन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लोगों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात किए। इस दौरान उन्होंने लेगों को कोरोना वायरस को लेकर अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की सलाह दी। साथ ही उन्होंने लोगों को एक व्हाट्सऐप नंबर भी दिया, जहां वह इस महामारी से जुड़ी हर सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।


कोरोना वायरस को लेकर व्हाट्सऐप इंडिया, भारत सरकार मिलकर काम कर रही है। अगर आपको कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर हर सही जानकारी चाहिए तो 9013151515 पर आपको सिर्फ 'Hi' या 'नमस्ते' लिखकर भेजना होगा। इसके बाद आपका चैट एक्टिव हो जाएगा। यहां आपको COVID-19 को लेकर हर सही जानकारी मिलेगी।


कैसे करे इस WhatsApp नंबर का इस्तेमाल?


- अपने मोबाइल फोनबुक में 9013151515 को सेव कर लें।


- इसके बाद WhatsApp के जरिए इस नंबर पर Hi या नमस्ते लिखकर भेजें।


- इसके बाद चैट एक्टिव हो जाएगा और आप इस नंबर पर संबंधित सवाल पूछ सकते हैं। इस व्हाट्सऐप नंबर पर आपकी हर आशंकाएं दूर हो जाएगी। आपको सटीक जानकारी दी जाएगी।


वाराणसी के लोगों से पीएम नरेंद्र मोदी लॉकडाउन का पालन करने की अपील कर सकते हैं। वह लोगों को बताएंगे कि कैसे लॉकडाउन के जरिए ही कोरोना को हराया जा सकता है। साथ ही पीएम मोदी बतौर सांसद उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में बता सकते हैं।


पीएम मोदी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना का इलाज अपने स्तर पर बिल्कुल नहीं करना है। जो करना है डॉक्टरों की सलाह पर ही करना है। कोरोना के खिलाफ कोई भी दवाई और वैक्सिन पूरी दुनिया में नहीं बनी है। डॉक्टरों से सलाह के बाद ही कोई दवाई लें।


भारत में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। पिछले दो दिनों में कोरोना के मरीजों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। अब तक देश में कोरोना के 560 केस सामने आ चुके हैं।


कोरोनाः पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने आजमगढ़ मेडिकल कालेज को दिया एक करोड़

कोरोनाः पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने आजमगढ़ मेडिकल कालेज को दिया एक करोड़









कोरोना वायरस से लड़ने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री व आजमगढ़ सांसद अखिलेश यादव ने राजकीय मेडिकल कालेज व सुपरफेसिलिटी हास्पिटल की सुध ली है। उन्होंने बुधवार को कालेज को एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने हास्पिटल के डाक्टरों व स्वास्थकर्मियों के लिए पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट व कोरोना टेस्टिंग किट के लिए यह धनराशि देने की बात कही है। उन्होंने अपने सांसद निधि से यह धनराशि देने की घोषणा करते हुए अन्य से भी ऐसा करने की अपील की है। इस बीच एमएलसी यशवंत सिंह ने आजमगढ़ और मऊ को कोरोना की जांच में उपयोग आने वाले कीट  के लिए साढ़े 12 लाख, साढ़े 12 लाख रुपये देने की घोषणा की है। 


चक्रपानपुर स्थित राजकीय मेडिकल कालेज व सुपर फेसिलिटी हास्पिटल में अभी तक कोरोना वायरस की जांच नहीं होती है। इस समय यहां बीस बेड का आईसोलेशन वार्ड , जिसमें डेढ़ सौ का स्टाफ काम कर रहा है। जिले भर में कोरोना वायरस की जांच के लिए सैंपलिंग केवल यहीं हो रही है। इनके पास अपने स्वास्थ कर्मियों व डाक्टरों के लिए अभी तक पांच दिन का ही पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट बचा हुआ है। इतने ही दिन की जांच किट मौजूद है। इस किट में सैंपल लेने के बाद उसे केजीएमयू लखनऊ भेजा जाता है। नोडल अफसर डॉ. दीपक पांडे ने बताया कि इसके बाद का बजट भी शासन से आ गया है, संबंधित आर्डर भी किए जा चुके हैं।


इसके पहले मंगलवार को ही लालगंज सांसद संगीता आजाद ने पचास लाख, लालगंज विधायक सगड़ी वंदना सिंह ने 15 लाख,गोपालपुर विधायक नफीस अहमद ने 10 लाख रुपये अपनी अपनी निधि से देने संबंधी पत्र मुख्य विकास अधिकारी को भेजा था। 


 









वाराणसीः कोरोना पॉजिटिव मरीज की सेहत में हो रहा सुधार, फिर से लिया गया सैंपल

वाराणसीः कोरोना पॉजिटिव मरीज की सेहत में हो रहा सुधार, फिर से लिया गया सैंपल


वाराणसी में मिले कोरोना पॉजिटिव मरीज का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। उसकी सेहत में काफी सुधार है। डॉक्टरों का मानना है कि वह जल्द इससे उबर जाएगा। डॉक्टर अभी उसे एंटीबायोटिक दवाएं दे रहे हैं। वहीं पॉजिटिव मरीज और उसके परिवार के लोगों का बुधवार को फिर से कोरोना वायरस का सैंपल लिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही स्थित पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगी।


फूलपुर थाना क्षेत्र के 30 वर्षीय युवक दुबई से आया था। यहां जब उसका चेकअप किया गया तो वह कोराना पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद हड़कंप मच गया। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। स्वास्थ्य विभाग ने उसके परिवार के 6 लोगों की कोरोना जांच कराई। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इसके बाद उन्हें होम कोरेंटाइन में रखा गया।


इस दौरान स्वास्थ्य विभाग उन पर नजर बनाए हुए था। बुधवार को फिर पीड़ित और उसके सभी परिवारीजनों का फिर से सैंपल लिया गया, जिसे जांच के लिए बीएचयू भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने बाद ही डॉक्टर आगे की रणनीत तय कर पाएंगे। कोरोना पॉजिटिव मरीज का इलाज कर रहे डॉ. रामा कृष्णा ने बताया कि मरीज की स्थिति काफी सामान्य है। उसकी सेहत में काफी सुधार है। हम लोग उस पर नजर बनाए हुए हैं। कोरोना रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा।  


परिवार की रहती है चिंता 
आइसोलेशन वार्ड के डॉक्टरों का कहना है कि वह सामान्य तौर पर चल-फिर रहा है। समय पर उसे भोजन और दवाएं दी जा रही हैं। मनोरंजन के लिए उसके पास मोबाइल है। डॉक्टरों से बार-बार ये पूछता है कि मैं ठीक हो जाऊंगा कि नहीं। उसे अपने परिवार के लोगों की ज्यादा चिंता रहती है। परिवार के लोगों के बारे में डॉक्टरों से बार-बार पूछता रहता है।  


वाराणसीः कोरोना पॉजिटिव मरीज की सेहत में हो रहा सुधार, फिर से लिया गया सैंपल

वाराणसीः कोरोना पॉजिटिव मरीज की सेहत में हो रहा सुधार, फिर से लिया गया सैंपल


 


वाराणसी में मिले कोरोना पॉजिटिव मरीज का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। उसकी सेहत में काफी सुधार है। डॉक्टरों का मानना है कि वह जल्द इससे उबर जाएगा। डॉक्टर अभी उसे एंटीबायोटिक दवाएं दे रहे हैं। वहीं पॉजिटिव मरीज और उसके परिवार के लोगों का बुधवार को फिर से कोरोना वायरस का सैंपल लिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही स्थित पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगी।


फूलपुर थाना क्षेत्र के 30 वर्षीय युवक दुबई से आया था। यहां जब उसका चेकअप किया गया तो वह कोराना पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद हड़कंप मच गया। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। स्वास्थ्य विभाग ने उसके परिवार के 6 लोगों की कोरोना जांच कराई। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इसके बाद उन्हें होम कोरेंटाइन में रखा गया।


इस दौरान स्वास्थ्य विभाग उन पर नजर बनाए हुए था। बुधवार को फिर पीड़ित और उसके सभी परिवारीजनों का फिर से सैंपल लिया गया, जिसे जांच के लिए बीएचयू भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने बाद ही डॉक्टर आगे की रणनीत तय कर पाएंगे। कोरोना पॉजिटिव मरीज का इलाज कर रहे डॉ. रामा कृष्णा ने बताया कि मरीज की स्थिति काफी सामान्य है। उसकी सेहत में काफी सुधार है। हम लोग उस पर नजर बनाए हुए हैं। कोरोना रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा।  


परिवार की रहती है चिंता 
आइसोलेशन वार्ड के डॉक्टरों का कहना है कि वह सामान्य तौर पर चल-फिर रहा है। समय पर उसे भोजन और दवाएं दी जा रही हैं। मनोरंजन के लिए उसके पास मोबाइल है। डॉक्टरों से बार-बार ये पूछता है कि मैं ठीक हो जाऊंगा कि नहीं। उसे अपने परिवार के लोगों की ज्यादा चिंता रहती है। परिवार के लोगों के बारे में डॉक्टरों से बार-बार पूछता रहता है।  


रविवार, 23 फ़रवरी 2020

मैराथन दौड़ में वाराणसी के मनीष ने मारी बाजी

मैराथन दौड़ में वाराणसी के मनीष ने मारी बाजी


गोल्हनामऊ बाजार से सुजानगंज तक 10 किलोमीटर लंबी मैराथन दौड़ का आयोजन शनिवार को किया गया। मैराथन दौड़ में कुल 128 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिनमें चार लड़कियां भी थीं। राय हरिश्चन्द्र सिंह चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित मैराथन के पुरुष वर्ग में वाराणसी के मनीष यादव प्रथम रहे। महिला वर्ग में सिंगरामऊ की दीपिका कुमारी ने बाजी मारी।


मैराथन दौड़ शुरू होने से पहले गाजे-बाजे के साथ धावकों का स्वागत किया गया। प्रतियोगिता में वाराणसी के नीतेश कुमार द्वितीय एवं राजीव पटेल तृतीय रहे। महिला वर्ग में सिंगरामऊ की दीपिका कुमारी प्रथम और साधना मिश्र द्वितीय रही। विजेताओं को साइकिल व मेडल देकर पुरस्कृत किया गया। समापन समारोह में भाजपा नेता विनय सिंह ने कहा कि खेल से शारीरिक और मानसिक विकास होता है। वंशीधर शर्मा, शशि तिवारी, झल्लूराम पटेल ने भी विचार व्यक्त किया। अध्यक्षता राय हरिश्चन्द्र सिंह एवं संचालन डा. प्रमोद सिंह ने किया। इस अवसर पर जयप्रकाश मिश्र, शेरबहादुर सिंह, कृपाशंकर यादव, सौरभ तिवारी, प्रदीप शुक्ल सहित अन्य उपस्थित रहे।


ट्रांसफार्मर में आग लगने से बिजली आपूर्ति ठप

ट्रांसफार्मर में आग लगने से बिजली आपूर्ति ठप


















उत्तरी छोर पर स्थित एक निजी स्कूल के सामने स्थापित विद्युत ट्रांसफार्मर में शनिवार शाम आग लग गयी। आग से ट्रांसफार्मर जलकर राख हो गया। सड़क से गुजर रहे राहगीरों में अफरातफरी मच गयी। प्रत्यक्षर्दिशयों के अनुसार यहां 250 केवीए के ट्रांसफार्मर के पास शाम छह बजे चिंगारी निकल रही थी। देखते ही देखते उसने भीषण रूप ले लिया। जानकारी होने पर विद्युत कर्मचारियों ने अहिरोपरशुरामपुर विद्युत उपकेंद्र से आपूर्ति बंद कराई। लोगों ने मिट्टी व बालू से आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन तब तक ट्रांसफार्मर जलकर नष्ट हो चुका था। विभागीय कर्मचारी के अनुसार शुक्रवार रात आकाशीय बिजली से ट्रांसफार्मर का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। इससे उसका तेल इधर-उधर फैल गया था। ट्रांसफार्मर से निकली चिंगारी से आग लग गयी। ट्रांसफार्मर जलने से इलाके में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई।














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हाईस्कूल परीक्षा में तीन फर्जी परीक्षार्थी पकड़ाए

हाईस्कूल परीक्षा में तीन फर्जी परीक्षार्थी पकड़ाए


यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में शनिवार को सचल दस्ते ने तीन फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़ा गया। तीनों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया। आरोप है कि तीनों उम्र कम करने के लिए दोबारा हाईस्कूल अंग्रेजी विषय की परीक्षा दे रहे थे। इनके आधार कार्ड व प्रवेश पत्र में दर्ज जन्मतिथि में काफी अंतर पाया गया। जिले में सुबह की पाली में प्रात: आठ से 11.15 बजे तक हाईस्कूल के अंग्रेजी व इंटरमीडिएट के सैन्य विज्ञान विषय की परीक्षा हुई। दोपहर दो बजे से शाम 5.15 बजे तक इंटरमीडिएट की द्वितीय पाली की परीक्षा सिर्फ 179 केन्द्रों पर हुई। इसमें गृह विज्ञान, व्यापारिक संगठन, वाणिज्य विषय की परीक्षा हुई। इसमें पंजीकृत 92 हजार 569 परीक्षार्थियों में 85 हजार 758 ने परीक्षार्थी दी जबकि 6811 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी।जिला मुख्यालय से गए सचल दस्ता टीम नंबर नौ के प्रभारी राजेश विश्वकर्मा ने महराजगंज ब्लाक के जनता इं.कालेज दुर्गदेव गद्दोपुर में हाईस्कूल प्रथम पाली अंग्रेजी विषय की परीक्षा में छापेमारी की तो हड़कम्प मच गया। उन्होंने कक्ष संख्या सात से दो ऐसे परीक्षार्थियों को पकड़ा जो हाईस्कूल की परीक्षा दोबारा दे रहे थे। पकड़े गए परीक्षार्थी महेश कुमार यादव पुत्र इन्द्रपाल निवासी ग्राम प्रतापपुर थाना कुड़ेभार जनपद सुलतानपुर और मोहम्मद अरशद पुत्र मेढ़ईराम निवासी ग्राम हुसैनगंज थाना बल्दीराय जनपद सुलतानपुर के निवासी हैं। दोनों परीक्षार्थियों के आधार कार्ड व प्रवेश पत्र पर दर्ज जन्मतिथि में काफी अंतर पाया गया। उसका मिलान करते हुए कड़ाई से पूछताछ हुई तो दोनों छात्रों ने फर्जी तरीके से दोबारा परीक्षा में शामिल होने की बात कुबूल की। सचल दल प्रभारी राजेश विश्वकर्मा ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया। परीक्षा केन्द्र व्यवस्थापक विनय कुमार सिंह ने महराजगंज थानाध्यक्ष अंगद तिवारी को मुकदमा दर्ज करने का प्रार्थना पत्र दिया। तीसरे परीक्षार्थी को खुद डीआईओएस प्रवीण मणि त्रिपाठी ने जयराम सिंह इंटर कालेज कोहड़ा बड़ेरी में पकड़ा है। रंजना यादव नामक एक छात्रा हाईस्कूल की दोबारा परीक्षा देते हुए पकड़ी गई। जिसके बाद देर शाम को तीनों परीक्षार्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जनता इं. का. चितांव में सचल दल संतोष विश्वकर्मा की टीम ने एक नकलची छात्र को अनुचित साधन का प्रयोग करते हुए पकड़ कर रिस्टीकेट कर दिया है। बाक्स हाईस्कूल नहीं, स्नातक कर चुकी है रंजना बरसठी। बरसठी ब्लाक के जयराम सिंह इं. कालेज कोहड़ा बड़ेरी में हाईस्कूल की दोबारा परीक्षा देते जालसाजी में पकड़ी गई छात्रा रंजना यादव पुत्री ब्रहमचारी प्रसाद के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस संबंध में बरसठी थाने के प्रभारी निरीक्षक मुन्ना राम ने बताया कि जफराबाद थाना क्षेत्र के नाथूपुर जमैथा निवासी रंजना यादव ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह हाईस्कूल, इंटरमीडिएट और बीए कर चुकी है। मेरिट बढ़ाने के लिए परिजनों के कहने पर यह जालसाजी कर रही थी। केन्द्र व्यवस्थापक सुरेश चन्द्र त्रिपाठी के प्रार्थना पत्र पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इस संबंध में डीआईओएस प्रवीण मणि त्रिपाठी ने बताया कि मामले की गोपनीय सूचना डीएम दिनेश कुमार सिंह को मिली थी। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।


SSC Phase-8 भर्ती 2020: कर्मचारी चयन आयोग ने 1355 पदों के लिए शुरू की भर्ती, पढ़ें डिटेल्स

SSC Phase-8 भर्ती 2020: कर्मचारी चयन आयोग ने 1355 पदों के लिए शुरू की भर्ती, पढ़ें डिटेल्स


कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने सेलेक्शन पोस्ट के आठवें चरण की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस चरण में अलग-अलग प्रकार के 1355 पदों के लिए भर्ती की जाएगी। ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गए हैं, जिसकी अंतिम तिथि 20 मार्च है। 20 मार्च की मध्य रात्रि तक आवेदन करने वाले 23 मार्च की मध्य रात्रि तक आवेदन शुल्क जमा कर सकेंगे।


जून में होगी ऑनलाइन परीक्षा
यह पद हाईस्कूल से लेकर स्नातक या उसके समकक्ष योग्यता वाले हैं। पद की शैक्षिक योग्यता के अनुसार ऑनलाइन परीक्षा कराई जाती है। परीक्षा में जनरल इंटेलिजेंस, जनरल अवेयरनेस, बेसिक अर्थमेटिक स्किल, इंग्लिश लैंग्वेज के दो-दो नंबर के 25-25 प्रश्न पूछे जाते हैं। आठवें चरण की भर्ती के लिए ऑनलाइन परीक्षा 10 से 12 जून के बीच होगी।


क्या है सेलेक्शन पोस्ट
आयोग केंद्र सरकार के मंत्रालयों और विभागों में विभिन्न प्रकार के पदों के लिए सीजीएल, सीएचएसएल सहित अन्य कई नियमित भर्ती कराता है। इन भर्तियों में जो पद शामिल नहीं होते हैं या जो पद भर्ती के लिए एसएससी के पास नियमित तौर पर नहीं आते हैं, वे सेलेक्शन पोस्ट की श्रेणी में आते हैं। सामान्य भर्ती में कई प्रकार के पदों के लिए एक ही आवेदन लिए जाते हैं जबकि सेलेक्शन पोस्ट की भर्ती में पद के सापेक्ष आवेदन लिए जाते हैं।


नौ क्षेत्रीय कार्यालयों के हैं यह पद
आयोग के देशभर में कुल नौ क्षेत्रीय कार्यालय हैं। इन क्षेत्रों में जो राज्य आते हैं, उनमें स्थित केंद्रीय दफ्तरों में रिक्त पदों के लिए यह भर्ती की जाती है। 1355 पद नौ क्षेत्रीय कार्यालयों के हैं। इनमें से 149 पद मध्य क्षेत्र के हैं, जिसका दफ्तर प्रयागराज में स्थित है। इस क्षेत्र के अंतर्गत यूपी और बिहार राज्य आते हैं।


देखें SSC भर्ती 2020 का पूरा नोटिफिकेशन- ssc phase 8 recruitment 2020 notification


 


एसीओ के सर्वाधिक 181 पद
1355 में सर्वाधिक 181 पद असिस्टेंट कम्यूनिकेशन अफसर (एसीओ) के हैं। यह पद गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले डायरेक्ट्रेट ऑफ कोऑर्डिनेशन पुलिस वायरलेस के हैं। 181 पदों में 73 अनारक्षित हैं जबकि 42 पद ओबीसी, 15 एसटी, 33 पद एससी और 18 ईडब्ल्यूएस के लिए आरक्षित हैं। पदों की संख्या के मामले में दूसरे स्थान पर जूलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया का सीनियर जूलोजिकल असिस्टेंट पद है। इसके 90 पद भर्ती में शामिल हैं। इनमें 48 अनारक्षित हैं जबकि 20 ओबीसी, नौ एससी, चार एसटी और नौ पद ईडब्ल्यूएस के लिए आरक्षित हैं। इसकी भी शैक्षिक योग्यता स्नातक या अधिक है। 13 प्रकार के पद ऐसे हैं, जिनमें पदों की संख्या 20 से अधिक है। वहीं, सात प्रकार के पदों में पद की संख्या 15 से 20 के बीच है जबकि कई ऐसे पद भी हैं, जिनमें एक से 15 के बीच रिक्तियां हैं।


52 पेज में है पदों का ब्योरा
एसएससी ने 1355 पदों का विस्तृत ब्योरा 52 पेज में जारी किया है। इसमें पद का नाम, विभाग, आयु सीमा, वेतनमान, शैक्षिक योग्यता आदि की जानकारी दी गई है।


ज्ञानवापी मुक्ति की आवाज उठाने वाले सुधीर सिंह गिरफ्तार, शांति भंग की आशंका में भेजे गए जेल

ज्ञानवापी मुक्ति की आवाज उठाने वाले सुधीर सिंह गिरफ्तार, शांति भंग की आशंका में भेजे गए जेल


काशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन नामक संस्था बनाकर ज्ञानवापी से काशी विश्वनाथ को मुक्त कराने की आवाज उठाने वाले सुधीर सिंह को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। सुधीर को साकेत नगर स्थित उनके आवास से पुलिस ने शांति भंग की आशंका में गिरफ्तार किया है। सुधीर ने महाशिवरात्रि पर अस्सी से ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन की घोषणा की थी। इसी के तहत कई कार्यक्रमों का आयोजन करने की घोषणा की गई थी। सबसे पहले रविवार को मुफ्ती ए शहर मौलाना बातिन के साथ कई मुस्लिम धर्मगुरूओं से मुलाकात होनी थी। इसके बाद सोमवार को संकटमोचन मंदिर से विश्वनाथ मंदिर तक दंडवत यात्रा शुरू होनी थी।


रविवार की सुबह उनके आवास पर समर्थकों का हुजूम इकट्ठा होने की जानकारी पुलिस को लगी। इसके बाद चार थानों की पुलिस उनके आवास पर पहुंच गई। पुलिस घर से ही उन्हें गिरफ्तार करने के बाद थाने लेकर गई। वहां से उन्हे जेल भेज दिया।


अस्सी घाट पर महाशिवरात्रि के अवसर पर ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन की घोषणा हुई थी। वहीं पर सर्वसम्मति से सुधीर सिंह को अध्यक्ष चुना गया था। शंखनाद, घंटा घड़ियाल के बीच हर-हर महादेव के नारों के बीच शिव भक्तों ने दोनों हाथ उठाकर ज्ञानवापी में स्थित श्री काशी विश्वनाथ के ज्योर्तिलिंग एवं मां शृंगार गौरी की मूर्ति को मुक्त कराने का संकल्प लिया था।  


भेलूपुर सीओ सुधीर जायसवाल ने बताया कि बिना अनुमति पदयात्रा निकालने की सुधीर तैयारी कर रहे थे। इससे शांति भंग होने की आशंका थी। इस कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। एसओ लंका भारत भूषण तिवारी ने बताया कि जिले में धारा 144 लागू है। ऐसे किसी भी आयोजन की इजाजत नहीं है जो शहर की कानून व्यवस्था को प्रभावित करे। उधर, सुधीर सिंह ने कहा कि अगर जेल भेजा गया तो जेल में अन्न और जल छोड़ दूंगा। सुधीर सिंह की पहचान पूर्व सपा नेता के रूप में होती है। फिलहाल वह शिवपाल यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी में हैं। वह प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव हैं।