रविवार, 23 फ़रवरी 2020

मैराथन दौड़ में वाराणसी के मनीष ने मारी बाजी

मैराथन दौड़ में वाराणसी के मनीष ने मारी बाजी


गोल्हनामऊ बाजार से सुजानगंज तक 10 किलोमीटर लंबी मैराथन दौड़ का आयोजन शनिवार को किया गया। मैराथन दौड़ में कुल 128 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिनमें चार लड़कियां भी थीं। राय हरिश्चन्द्र सिंह चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित मैराथन के पुरुष वर्ग में वाराणसी के मनीष यादव प्रथम रहे। महिला वर्ग में सिंगरामऊ की दीपिका कुमारी ने बाजी मारी।


मैराथन दौड़ शुरू होने से पहले गाजे-बाजे के साथ धावकों का स्वागत किया गया। प्रतियोगिता में वाराणसी के नीतेश कुमार द्वितीय एवं राजीव पटेल तृतीय रहे। महिला वर्ग में सिंगरामऊ की दीपिका कुमारी प्रथम और साधना मिश्र द्वितीय रही। विजेताओं को साइकिल व मेडल देकर पुरस्कृत किया गया। समापन समारोह में भाजपा नेता विनय सिंह ने कहा कि खेल से शारीरिक और मानसिक विकास होता है। वंशीधर शर्मा, शशि तिवारी, झल्लूराम पटेल ने भी विचार व्यक्त किया। अध्यक्षता राय हरिश्चन्द्र सिंह एवं संचालन डा. प्रमोद सिंह ने किया। इस अवसर पर जयप्रकाश मिश्र, शेरबहादुर सिंह, कृपाशंकर यादव, सौरभ तिवारी, प्रदीप शुक्ल सहित अन्य उपस्थित रहे।


ट्रांसफार्मर में आग लगने से बिजली आपूर्ति ठप

ट्रांसफार्मर में आग लगने से बिजली आपूर्ति ठप


















उत्तरी छोर पर स्थित एक निजी स्कूल के सामने स्थापित विद्युत ट्रांसफार्मर में शनिवार शाम आग लग गयी। आग से ट्रांसफार्मर जलकर राख हो गया। सड़क से गुजर रहे राहगीरों में अफरातफरी मच गयी। प्रत्यक्षर्दिशयों के अनुसार यहां 250 केवीए के ट्रांसफार्मर के पास शाम छह बजे चिंगारी निकल रही थी। देखते ही देखते उसने भीषण रूप ले लिया। जानकारी होने पर विद्युत कर्मचारियों ने अहिरोपरशुरामपुर विद्युत उपकेंद्र से आपूर्ति बंद कराई। लोगों ने मिट्टी व बालू से आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन तब तक ट्रांसफार्मर जलकर नष्ट हो चुका था। विभागीय कर्मचारी के अनुसार शुक्रवार रात आकाशीय बिजली से ट्रांसफार्मर का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। इससे उसका तेल इधर-उधर फैल गया था। ट्रांसफार्मर से निकली चिंगारी से आग लग गयी। ट्रांसफार्मर जलने से इलाके में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई।














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हाईस्कूल परीक्षा में तीन फर्जी परीक्षार्थी पकड़ाए

हाईस्कूल परीक्षा में तीन फर्जी परीक्षार्थी पकड़ाए


यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में शनिवार को सचल दस्ते ने तीन फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़ा गया। तीनों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया। आरोप है कि तीनों उम्र कम करने के लिए दोबारा हाईस्कूल अंग्रेजी विषय की परीक्षा दे रहे थे। इनके आधार कार्ड व प्रवेश पत्र में दर्ज जन्मतिथि में काफी अंतर पाया गया। जिले में सुबह की पाली में प्रात: आठ से 11.15 बजे तक हाईस्कूल के अंग्रेजी व इंटरमीडिएट के सैन्य विज्ञान विषय की परीक्षा हुई। दोपहर दो बजे से शाम 5.15 बजे तक इंटरमीडिएट की द्वितीय पाली की परीक्षा सिर्फ 179 केन्द्रों पर हुई। इसमें गृह विज्ञान, व्यापारिक संगठन, वाणिज्य विषय की परीक्षा हुई। इसमें पंजीकृत 92 हजार 569 परीक्षार्थियों में 85 हजार 758 ने परीक्षार्थी दी जबकि 6811 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी।जिला मुख्यालय से गए सचल दस्ता टीम नंबर नौ के प्रभारी राजेश विश्वकर्मा ने महराजगंज ब्लाक के जनता इं.कालेज दुर्गदेव गद्दोपुर में हाईस्कूल प्रथम पाली अंग्रेजी विषय की परीक्षा में छापेमारी की तो हड़कम्प मच गया। उन्होंने कक्ष संख्या सात से दो ऐसे परीक्षार्थियों को पकड़ा जो हाईस्कूल की परीक्षा दोबारा दे रहे थे। पकड़े गए परीक्षार्थी महेश कुमार यादव पुत्र इन्द्रपाल निवासी ग्राम प्रतापपुर थाना कुड़ेभार जनपद सुलतानपुर और मोहम्मद अरशद पुत्र मेढ़ईराम निवासी ग्राम हुसैनगंज थाना बल्दीराय जनपद सुलतानपुर के निवासी हैं। दोनों परीक्षार्थियों के आधार कार्ड व प्रवेश पत्र पर दर्ज जन्मतिथि में काफी अंतर पाया गया। उसका मिलान करते हुए कड़ाई से पूछताछ हुई तो दोनों छात्रों ने फर्जी तरीके से दोबारा परीक्षा में शामिल होने की बात कुबूल की। सचल दल प्रभारी राजेश विश्वकर्मा ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया। परीक्षा केन्द्र व्यवस्थापक विनय कुमार सिंह ने महराजगंज थानाध्यक्ष अंगद तिवारी को मुकदमा दर्ज करने का प्रार्थना पत्र दिया। तीसरे परीक्षार्थी को खुद डीआईओएस प्रवीण मणि त्रिपाठी ने जयराम सिंह इंटर कालेज कोहड़ा बड़ेरी में पकड़ा है। रंजना यादव नामक एक छात्रा हाईस्कूल की दोबारा परीक्षा देते हुए पकड़ी गई। जिसके बाद देर शाम को तीनों परीक्षार्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जनता इं. का. चितांव में सचल दल संतोष विश्वकर्मा की टीम ने एक नकलची छात्र को अनुचित साधन का प्रयोग करते हुए पकड़ कर रिस्टीकेट कर दिया है। बाक्स हाईस्कूल नहीं, स्नातक कर चुकी है रंजना बरसठी। बरसठी ब्लाक के जयराम सिंह इं. कालेज कोहड़ा बड़ेरी में हाईस्कूल की दोबारा परीक्षा देते जालसाजी में पकड़ी गई छात्रा रंजना यादव पुत्री ब्रहमचारी प्रसाद के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस संबंध में बरसठी थाने के प्रभारी निरीक्षक मुन्ना राम ने बताया कि जफराबाद थाना क्षेत्र के नाथूपुर जमैथा निवासी रंजना यादव ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह हाईस्कूल, इंटरमीडिएट और बीए कर चुकी है। मेरिट बढ़ाने के लिए परिजनों के कहने पर यह जालसाजी कर रही थी। केन्द्र व्यवस्थापक सुरेश चन्द्र त्रिपाठी के प्रार्थना पत्र पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इस संबंध में डीआईओएस प्रवीण मणि त्रिपाठी ने बताया कि मामले की गोपनीय सूचना डीएम दिनेश कुमार सिंह को मिली थी। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।


SSC Phase-8 भर्ती 2020: कर्मचारी चयन आयोग ने 1355 पदों के लिए शुरू की भर्ती, पढ़ें डिटेल्स

SSC Phase-8 भर्ती 2020: कर्मचारी चयन आयोग ने 1355 पदों के लिए शुरू की भर्ती, पढ़ें डिटेल्स


कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने सेलेक्शन पोस्ट के आठवें चरण की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस चरण में अलग-अलग प्रकार के 1355 पदों के लिए भर्ती की जाएगी। ऑनलाइन आवेदन शुरू हो गए हैं, जिसकी अंतिम तिथि 20 मार्च है। 20 मार्च की मध्य रात्रि तक आवेदन करने वाले 23 मार्च की मध्य रात्रि तक आवेदन शुल्क जमा कर सकेंगे।


जून में होगी ऑनलाइन परीक्षा
यह पद हाईस्कूल से लेकर स्नातक या उसके समकक्ष योग्यता वाले हैं। पद की शैक्षिक योग्यता के अनुसार ऑनलाइन परीक्षा कराई जाती है। परीक्षा में जनरल इंटेलिजेंस, जनरल अवेयरनेस, बेसिक अर्थमेटिक स्किल, इंग्लिश लैंग्वेज के दो-दो नंबर के 25-25 प्रश्न पूछे जाते हैं। आठवें चरण की भर्ती के लिए ऑनलाइन परीक्षा 10 से 12 जून के बीच होगी।


क्या है सेलेक्शन पोस्ट
आयोग केंद्र सरकार के मंत्रालयों और विभागों में विभिन्न प्रकार के पदों के लिए सीजीएल, सीएचएसएल सहित अन्य कई नियमित भर्ती कराता है। इन भर्तियों में जो पद शामिल नहीं होते हैं या जो पद भर्ती के लिए एसएससी के पास नियमित तौर पर नहीं आते हैं, वे सेलेक्शन पोस्ट की श्रेणी में आते हैं। सामान्य भर्ती में कई प्रकार के पदों के लिए एक ही आवेदन लिए जाते हैं जबकि सेलेक्शन पोस्ट की भर्ती में पद के सापेक्ष आवेदन लिए जाते हैं।


नौ क्षेत्रीय कार्यालयों के हैं यह पद
आयोग के देशभर में कुल नौ क्षेत्रीय कार्यालय हैं। इन क्षेत्रों में जो राज्य आते हैं, उनमें स्थित केंद्रीय दफ्तरों में रिक्त पदों के लिए यह भर्ती की जाती है। 1355 पद नौ क्षेत्रीय कार्यालयों के हैं। इनमें से 149 पद मध्य क्षेत्र के हैं, जिसका दफ्तर प्रयागराज में स्थित है। इस क्षेत्र के अंतर्गत यूपी और बिहार राज्य आते हैं।


देखें SSC भर्ती 2020 का पूरा नोटिफिकेशन- ssc phase 8 recruitment 2020 notification


 


एसीओ के सर्वाधिक 181 पद
1355 में सर्वाधिक 181 पद असिस्टेंट कम्यूनिकेशन अफसर (एसीओ) के हैं। यह पद गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले डायरेक्ट्रेट ऑफ कोऑर्डिनेशन पुलिस वायरलेस के हैं। 181 पदों में 73 अनारक्षित हैं जबकि 42 पद ओबीसी, 15 एसटी, 33 पद एससी और 18 ईडब्ल्यूएस के लिए आरक्षित हैं। पदों की संख्या के मामले में दूसरे स्थान पर जूलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया का सीनियर जूलोजिकल असिस्टेंट पद है। इसके 90 पद भर्ती में शामिल हैं। इनमें 48 अनारक्षित हैं जबकि 20 ओबीसी, नौ एससी, चार एसटी और नौ पद ईडब्ल्यूएस के लिए आरक्षित हैं। इसकी भी शैक्षिक योग्यता स्नातक या अधिक है। 13 प्रकार के पद ऐसे हैं, जिनमें पदों की संख्या 20 से अधिक है। वहीं, सात प्रकार के पदों में पद की संख्या 15 से 20 के बीच है जबकि कई ऐसे पद भी हैं, जिनमें एक से 15 के बीच रिक्तियां हैं।


52 पेज में है पदों का ब्योरा
एसएससी ने 1355 पदों का विस्तृत ब्योरा 52 पेज में जारी किया है। इसमें पद का नाम, विभाग, आयु सीमा, वेतनमान, शैक्षिक योग्यता आदि की जानकारी दी गई है।


ज्ञानवापी मुक्ति की आवाज उठाने वाले सुधीर सिंह गिरफ्तार, शांति भंग की आशंका में भेजे गए जेल

ज्ञानवापी मुक्ति की आवाज उठाने वाले सुधीर सिंह गिरफ्तार, शांति भंग की आशंका में भेजे गए जेल


काशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन नामक संस्था बनाकर ज्ञानवापी से काशी विश्वनाथ को मुक्त कराने की आवाज उठाने वाले सुधीर सिंह को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। सुधीर को साकेत नगर स्थित उनके आवास से पुलिस ने शांति भंग की आशंका में गिरफ्तार किया है। सुधीर ने महाशिवरात्रि पर अस्सी से ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन की घोषणा की थी। इसी के तहत कई कार्यक्रमों का आयोजन करने की घोषणा की गई थी। सबसे पहले रविवार को मुफ्ती ए शहर मौलाना बातिन के साथ कई मुस्लिम धर्मगुरूओं से मुलाकात होनी थी। इसके बाद सोमवार को संकटमोचन मंदिर से विश्वनाथ मंदिर तक दंडवत यात्रा शुरू होनी थी।


रविवार की सुबह उनके आवास पर समर्थकों का हुजूम इकट्ठा होने की जानकारी पुलिस को लगी। इसके बाद चार थानों की पुलिस उनके आवास पर पहुंच गई। पुलिस घर से ही उन्हें गिरफ्तार करने के बाद थाने लेकर गई। वहां से उन्हे जेल भेज दिया।


अस्सी घाट पर महाशिवरात्रि के अवसर पर ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन की घोषणा हुई थी। वहीं पर सर्वसम्मति से सुधीर सिंह को अध्यक्ष चुना गया था। शंखनाद, घंटा घड़ियाल के बीच हर-हर महादेव के नारों के बीच शिव भक्तों ने दोनों हाथ उठाकर ज्ञानवापी में स्थित श्री काशी विश्वनाथ के ज्योर्तिलिंग एवं मां शृंगार गौरी की मूर्ति को मुक्त कराने का संकल्प लिया था।  


भेलूपुर सीओ सुधीर जायसवाल ने बताया कि बिना अनुमति पदयात्रा निकालने की सुधीर तैयारी कर रहे थे। इससे शांति भंग होने की आशंका थी। इस कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। एसओ लंका भारत भूषण तिवारी ने बताया कि जिले में धारा 144 लागू है। ऐसे किसी भी आयोजन की इजाजत नहीं है जो शहर की कानून व्यवस्था को प्रभावित करे। उधर, सुधीर सिंह ने कहा कि अगर जेल भेजा गया तो जेल में अन्न और जल छोड़ दूंगा। सुधीर सिंह की पहचान पूर्व सपा नेता के रूप में होती है। फिलहाल वह शिवपाल यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी में हैं। वह प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव हैं।


शनिवार, 25 जनवरी 2020

जौनपुर: खेतासराय क्रासिंग पर मालगाड़ी खड़ी रहने से घंटों फंसे रहे राहगीर

जौनपुर: खेतासराय क्रासिंग पर मालगाड़ी खड़ी रहने से घंटों फंसे रहे राहगीर











खेतासराय रेलवे स्टेशन के पास स्थित रेलवे क्रासिंग राहगीरों के लिए मुसीबत बन गया है। शुक्रवार की सुबह स्टेशन पर मालगाड़ी रोकने से खेतासराय-दीदारगंज मार्ग एक घण्टा तक अवरुद्ध हो गया। स्कूल टाइम होने से कई स्कूली वाहन व आफिस जाने वाले लोग फंस गये। दो ट्रेनें गुजरने के बाद लगभग दस बजे गेट खुलने पर सड़क यातायात चालू हुआ।


वाराणसी-फैजाबाद रेल मार्ग पर सुबह पौने नौ बजे जौनपुर की तरफ से आ रही एक मालगाड़ी के चलते रेलवे क्रासिंग का गेट संख्या 55 सी बंद कर दिया गया। गेट बंद होने पर चार पहिया वाहनों को गेट के दोनों तरफ रुकना पड़ गया। लेकिन बाइकर्स गेट के बगल से निकल जाते रहे। तभी जौनपुर की तरफ से आ रही मालगाड़ी क्रासिंग पर आकर खड़ी हो गयी। जिससे बाइक सवारों को रुकना पड़ा।


पौने दस बजे मालगाड़ी गुजरने के बाद 10 बजकर 50 मिनट पर गेट खुला तो पहले निकलने की होड़ में मारामारी की नौबत आ गयी। इसके दस मिनट बाद 11 बजे गेट पर लगा जाम खत्म हुआ।














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जौनपुर: मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने किया स्नान-दान

जौनपुर: मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने किया स्नान-दान


मौनी अमावस्या पर्व पर शुक्रवार को श्रद्धालुओं ने आदिगंगा गोमती में स्नान कर मंदिरों में पूजन अर्चन किया। जबकि बहुत से श्रद्धालु संगम पर स्नान करने प्रयागराज गए हुए हैं। अमावस्या पर्व पर जगह जगह श्रीराम चरित मानस पाठ व भजन कीर्तन का आयोजन हुआ।


शहर में आदिगंगा गोमती के हनुमान घाट, विसर्जन घाट, गोपीघाट, सूरजघाट, गोकुल घाट, गूलरघाट, अचला देवी घाट पर श्रद्धालुओं ने स्नान कर पूजन अर्चन किया।


मौनी अमावस्या पर स्नान करके श्रद्धालुओं ने घाट पर संकल्प लेकर दान पुण्य किया। घर जाकर ब्राह्मणों को भोजन भी कराया। बहुत से लोगों ने स्नान के बाद गोदान भी किया।


शास्त्रों के अनुसार माघ मास में प्रमुख तीर्थो में विशेष रूप से प्रयागराज त्रिवेणी में गंगा स्नान से विशेष फल की प्राप्ति होती है। भविष्यपुराण के अनुसार इस मास में सूर्योदय से पूर्व स्नान करने से सभी पातक दूर हो जाते है। ज्योतिष व वास्तु विशेषज्ञ ड.टीपी त्रिपाठी का कहना है कि अमावस्या ऐसी तिथि है जब सूर्य और चन्द्रमा एक सीध में होते हंै। इसलिये इस दिन किया गया स्नान, दान व पूजा-व्रतादि विशेष फल देते हैं। नारद पुराण के अनुसार इस दिन पार्वण विधि से श्राद्ध, दान, ब्राह्मण भोजन, गोदान को अत्यन्त पुण्यदायी कहा गया है।


नहीं चलाई गई मेला स्पेशल ट्रेन


जौनपुर। इस वर्ष मौनी अमावस्या पर प्रयागराज स्थित संगम पर त्रिवेणी स्नान करने जाने वाले श्रद्धालुओं का ध्यान रेल महकमे ने नहीं रखा। मेला स्पेशल ट्रेन नहीं चलने से स्नानार्थियों को परेशानी उठानी पड़ी। एक मात्र एजे पैसेन्जर ही यात्रियों का सहारा बनी। जबकि हर साल माघ मेला हो या कुम्भ स्नान, मेला स्पेशल ट्रेन चलायी जाती थी। इस सम्बंध में जौनपुर जंक्शन के स्टेशन अधीक्षक वीपी सिंह ने बताया कि अभी बसंत पंचमी का स्नान बाकी है। तब तक मेला स्पेशल चलाए जाने की संभावना है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की शाम को प्रयागराज से चलकर एक मेला स्पेशल ट्रेन स्नानार्थियों को लेकर आएगी जो रातभर जंक्शन पर रुकने के बाद सुबह प्रयागराज के लिए रवाना होगी।


जौनपुर: सीडीओ ने दो पंचायत अधिकारियों से मांगा स्पष्टीकरण

जौनपुर: सीडीओ ने दो पंचायत अधिकारियों से मांगा स्पष्टीकरण


ब्लाक मुख्यालय पर शुक्रवार को मुख्य विकास अधिकारी अनुपम शुक्ल निरीक्षण करने पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान खामी मिलने पर मातहतों को फटकार लगायी। कम्प्यूटर कक्ष, एडीओ पंचायत कक्ष, मनरेगा सेल कक्ष सहित अन्य पटल की जांच की। ब्लाक मुख्यालय के पश्चिम आवासीय जर्जर भवन को जल्द से जल्द बनवाने के लिए खण्ड विकास अधिकारी नरेंद्र बहादुर सिंह को निर्देश दिया। निरीक्षण के पश्चात ब्लाक के सभागार में ग्राम पंचायत व ग्राम विकास अधिकारियों के संग सीडीओ ने समीक्षा किया। जिसमें बारी बारी से सभी ग्राम पंचायत अधिकारियों से पंचायत वार बनवाये गए शौचालय , प्रधानमंत्री आवास, मुख्यमंत्री आवास की जानकारी ली। मुख्यमंत्री आवास व शौचालय में प्रगति रिपोर्ट धीमी पाए जाने पर दो ग्राम विकास अधिकारी अरुण यादव व दिनेश राजभर से स्पष्टीकरण मांगा और खण्ड प्रेरक धर्मेन्द्र सिंह को चेतावनी देकर छोड़ दिया। समीक्षा बैठक में मौजूद सभी ग्राम पंचायत व ग्राम विकास अधिकारियों सहित अन्य कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए सीडीओ ने हिदायत दिया कि अगर किसी भी ग्राम पंचायत में आवास व शौचालय के कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही व शिथिलता पायी गयी तो कार्रवाई की जाएगी। जल्द से जल्द सभी ग्राम पंचायतों में अपूर्ण कामों को पूरा करने का निर्देश भी दिया। लगभग तीन घण्टे सीडीओ थे। इस मौके पर ब्लाक प्रमुख अरविन्द सिंह (मखड़ू), खण्ड विकास अधिकारी नरेन्द्र बहादुर सिंह, एडीओ पंचायत राधेश्याम यादव सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।


अब 250 रुपये से खोले जा सकेंगे सुकन्या योजना के खाते

अब 250 रुपये से खोले जा सकेंगे सुकन्या योजना के खाते











एक ओर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देकर समाज के लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। घर-परिवार में जन्म लेने वाली बेटी के भविष्य को लेकर भारत सरकार ने काफी समय पहले सुकन्या योजना चालू की थी। इस योजना में जन्म लेने वाली बेटियों के नाम से खाते खुलवाए गए थे। अब सुकन्या योजना के खाते खुलवाने में कुछ बदलाव किया गया है। अभी तक इस योजना में खाता खोलने के लिए एक हजार रुपये की धनराशि जमा करनी पड़ती थी। मगर अब सुकन्या खाता खोलने के लिए सिर्फ 250 रुपये ही जमा करने होंगे। इससे सुकन्या योजना का लाभ अधिकाधिक मिल सकेगा। 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी अभियान की शुरुआत की थी, जिसके तहत सुकन्या योजना लांच की गई थी, जिसमें शून्य से दस साल की बेटी का खाता खोला जा सकता है। इस योजना में अभिभावकों ने अपनी बेटियों के नाम खाता खोलकर  लाभ अर्जित किया। शुरुआती दौर में सुकन्या योजना में बेटी के नाम खाता खोलने के लिए एक हजार रुपये की धनराशि तय थी, जिसमें बदलाव कर दिया गया। अब सुकन्या योजना में प्रत्येक खाता खोलने पर अभिभावक को सिर्फ 250 रुपये ही जमा करने होंगे। इस बदलाव से सुकन्या योजना के खातों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकेगी। इस योजना में शून्य से दस साल तक की आयु की बालिका के नाम से खाता खुल सकता है, जो डाक विभाग और किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक में सुविधा उपलब्ध है।


प्रधान डाकघर के पोस्टमास्टर परमानंद ने बताया कि अब सुकन्या योजना में खाता खोलने के नियम में बदलाव हुआ है। खाता खोलने के लिए 250 रुपये रखे गए हैं। इससे खाता खोलने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी। योजना का लाभ परिवार को आसानी से मिल सकेगा। जनपद में सुकन्या योजना में करीब 25 हजार खाता है। उन्होंने बताया कि खाता में प्रत्येक वर्ष 250 रुपये जमा करना जरूरी है। अगर धनराशि जमा नहीं होती है, तो अगले साल पचास रुपये पेनाल्टी लगेगी। सुकन्या खाता खोलने के लिए माता अथवा पिता की दो आईडी जमा करनी होती है। इसके बाद बालिका के नाम खाता खोल दिया जाता है। जनपद में 14 उप डाकघर व 142 शाखा डाकघर संचालित हो रहे हैं।   














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शुक्रवार, 6 दिसंबर 2019

यूजीसी वाइस चेयरमैन बोले, संस्कृत भाषा में ही है भारत को विश्व गुरु बनाने की क्षमता

यूजीसी वाइस चेयरमैन बोले, संस्कृत भाषा में ही है भारत को विश्व गुरु बनाने की क्षमता


यूजीसी के वाइस चेयरमैन प्रो. भूषण पटवर्धन ने गुरुवार को संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में कहा कि दुनिया भर में संस्कृत और आयुर्वेद के प्रति सम्मान बढ़ा है। दोनों क्षेत्र में जानकारी लेने के लिए लोग भारत आ रहे हैं। ऐसा ही भाव हमें देश के वैज्ञानिकों के अंदर विकसित करना होगा। भारत को विश्व गुरु बनाने की क्षमता अगर किसी भाषा में है तो वह संस्कृत में है। संस्कृत में भारतीय ज्ञान शाखा का जो विस्तृत भंडार उपलब्ध है, उसके आधार को ग्रहण करने की जरूरत है। शास्त्र और विज्ञान को आपस में जोड़ने की जरूरत है। इसमें संस्कृत भाषा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। प्रो. पटवर्धन दीक्षांत समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।





वाराणसी: संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में होनहारों को मिले मेडल, 22 हजार से ज्यादा उपाध




प्रो. पटवर्धन ने कहा कि संस्कृत और आयुर्वेद में काफी जानकारियां हैं, जो आज के वैज्ञानिकों के काम आ सकती हैं। उन्होंने उदाहरण देकर समझाया कि आयुर्वेद ने काफी पहले यह बताया कि प्रत्येक व्यक्ति के लिए लक्षण के हिसाब से अलग-अलग दवाएं है। आधुनिक औषधिशास्त्र में एक मर्ज के लिए एक ही दवा पर जोर दिया। अब आधुनिक औषधिशास्त्र ने भी स्वीकार कर लिया है व्यक्ति के जेनेटिक पैटर्न को ध्यान में रखते हुए दवाओं (पर्सनलाइज्ड मेडिसिन) का निर्माण किया जाए। इस पर काम भी चल रहा है। 'आयुर्जीनोमिक्स' एक नई विधा विकसित हुई है। इसी तरह से प्राचीन शास्त्रों में कई महत्वपूर्ण जानकारियां हैं, जिन्हें संस्कृत के सामने लाया सकता है।


गुणवत्ता बढ़ाने के लिए हुए कई उपाय
यूजीसी के वाइसचेयरमैन प्रो. भूषण पटवर्धन ने बताया कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग में उच्चतर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण प्रयास चल रहे हैं। इसमें मूल्यांकन प्रणाली में सुधार, अनुसंधान एवं नवाचार को बढ़ावा, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी का प्रयोग को बढ़ावा आदि शामिल है। यूजीसी ने नए भर्ती हुए शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी तैयार किया है। 


सामाजिक सरोकारों से भी जुड़ें युवा: आनंदीबेन पटेल


राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने विश्वविद्यालय के छात्रों का आह्वान किया है कि वे पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों से भी जुड़े। आज की शिक्षा प्रणाली सिर्फ प्रमाणपत्र जुटाने वाली प्रणाली है। प्रमाणपत्र देने में भी कमियां हैं। संस्कृत शिक्षा में यह दोष न आने पाए। इस पर विद्वानों को सतर्क रहना होगा। राज्यपाल गुरुवार को सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के 37वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता कर रहीं थीं। 
आनंदीबेन पटेल ने कहा कि पढ़ाई पूरी करने के बाद एक बार फिर पीछे मुड़ कर देखने की जरूरत है। उन लोगों के बारे में सोचना जरूरी है जो किसी कारणवश पढ़ाई से वंचित रहे, जिन्हें आगे बढ़ने का मौका नहीं मिला। आनंदीबेन ने कहा समाज की भलाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई योजनाओं की शुरुआत की। इन योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति को मिल सके, इसके लिए युवाओं को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत, फिट इंडिया, जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण अपनाने और भोजन की बर्बादी रोकने जैसे तमाम अभियान हैं, जिससे युवाओं को जुड़ने की जरुरत है। 


32 को गोल्ड मैडल, 22726 छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान की गई


संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में गुरुवार को आयोजित 37वें दीक्षांत समारोह में 22726 छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान की गईं। इसके अलावा 26 शोध छात्र-छात्राओं को भी  पीएचडी की उपाधि दी गई। समारोह में  32 छात्र-छात्राओं को 57 स्वर्ण पदक प्रदान किये गये। स्वर्ण पदक वालों की सूची में शामिल छह छात्र समारोह मे उपस्थित नहीं हो सके। संस्कृत भारती के संस्थापक चमुकृष्ण शास्त्री को डी.लिट की मानद उपाधि प्रदान की गई। समारोह का संचालन कुलसचिव राजबहादुर और प्रो. हरिप्रसाद अधिकारी ने किया। समारोह के मुख्य अतिथि यूजीसी के वाइस चेयरमैन प्रो.भूषण पटवर्धन थे। अध्यक्षता राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की। विश्वविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट कुलपति प्रो.राजाराम शुक्ल ने प्रस्तुत की। उन्होंने अतिथियों का स्वागत भी किया। कार्यक्रम का शुभारंभ शैक्षिक शिष्टमंडल की शोभायात्रा से हुआ। 


आंबेडकर तिराहे पर चक्काजाम कर किया प्रदर्शन

आंबेडकर तिराहे पर चक्काजाम कर किया प्रदर्शन


पुलिस उत्पीड़न के विरोध में दीवानी न्यायालय के आक्रोशित अधिवक्ताओं ने गुरुवार को जमकर विरोध प्रदर्शन किया। अम्बेडकर तिराहे पर चक्काजाम कर वकील धरने पर बैठ गए। चार घंटे तक कचहरी मार्ग अवरुद्ध रहा। एम्बुलेंस व स्कूली वाहनों के अलावा किसी को भी नहीं जाने दिया गया। मौके पर पहुंचे सीओ सिटी व एडिशनल एसपी ने अधिवक्ताओं से वार्ता की। लेकिन कोई हल नहीं निकल सका।अधिवक्ता एसपी को को बुलाने पर अड़े रहे। साढे तीन बजे जाम समाप्त हुआ। अधिवक्ता संघ ने चेतावनी दी है कि यदि शुक्रवार को साढ़े दस बजे तक पुलिस अधीक्षक अधिवक्ताओं से प्रत्यक्ष रूप से मिलकर दोषी थानेदारों के खिलाफ कार्यवाही नहीं करते तो हाइवे जाम कर दिया जाएगा। अधिवक्ता पूरे दिन न्यायिक कार्य से विरत रहे। मालूम हो कि मडि़याहूं क्षेत्र टेकारडीह निवासी अधिवक्ता शिवम सिंह व जफराबाद क्षेत्र के करमही निवासी सुनील मिश्र ने पुलिस के खिलाफ संघ को प्रार्थना पत्र दिया था कि थाने पर ले जाकर उन्हें गाली देते हुए पीटा गया। लाकअप में बंद करने का आरोप लगाया है। आये दिन वकीलों पर हो रहे पुलिसिया उत्पीड़न से वकील आर पार का मन बना लिया है। वकील दोषी पुलिस कर्मियों को निलंबित करने का मांग किए।


जीएनएम की छात्रा हुई जहरखुरानी का शिकार, मौत

जीएनएम की छात्रा हुई जहरखुरानी का शिकार, मौत











आजमगढ़ जिले के तरवां थाना क्षेत्र स्थित खुजरवा गांव निवासी जीएनएम की छात्रा गुरुवार को जहरखुरानों की शिकार हो गयी। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। परिजनों को सूचना दे दी गयी है। 21 वर्षीय सिम्पल नामक छात्रा पूर्वान्ह 10 बजे अपने 14 साल के भाई के साथ आटो से जिला अस्पताल पहुंची थी। उसे उल्टी की शिकायत थी। इलाज के दौरान दो घंटे बाद उसकी मौत हो गयी। बहन की मौत से सदमे में आया भाई कुछ भी बताने की स्थिति नहीं है।जानकारी के अनुसार तरवां (आजमगढ़)थानाक्षेत्र के खजुरवा गांव निवासी छात्रा सिम्पल खरवार 21 पुत्री विवेक खरवार दिल्ली जीएनएम की परीक्षा देने गयी थी। उसके साथ में उसका छोटा भाई शिवम था। परीक्षा देने के बाद दोनों किसी ट्रेन में सवार होकर वापस घर आ रहे थे। छोटे भाई शिवम के अनुसार कानपुर में उसकी बहन चाय पी। इसके बाद उसे उल्टी शुरू हो गयी। तवीयत अधिक खराब होने पर टेम्पो में बैठकर अस्पताल आयी। यहां इलाज चल रहा था कि मौत हो गयी। परिवार के लोगों को शिवम के मोबाइल से फोन कर घटना की जानकारी दे दी गयी थी। अस्पताल वालों ने छात्रा की लाश को शवगृह में रखवा दिया। शाम तक पीएम के लिए मेमो कोतवाली नहीं पहुंचा था और न ही मृतकों के रजिस्टर में ही छात्रा का नाम अंकित था। बदहवास भाई सिर्फ इतना बता पाया कि किसी ट्रेन से दिल्ली से आया लेकिन ट्रेन का नाम नहीं मालुम। रेलवे पुलिस भी नहीं बता पायी कि वह किस ट्रेन आयी थी। बस इतना पता है कि वह दिल्ली से ट्रेन से आयी है। इलाज करने वाले डाक्टर डीएस कुमार ने बताया कि छात्रा के शरीर में जहर फैल गया था। अब उसने खुद खाया या फिर किसी ने किसी चीज में खिला दिया था। यह पीएम के बाद ही पता चल पाएगा।














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शनिवार, 30 नवंबर 2019

यूपी नर्स भर्ती: एनएचएम में नर्स भर्ती की पूरे प्रदेश में होगी जांच

यूपी नर्स भर्ती: एनएचएम में नर्स भर्ती की पूरे प्रदेश में होगी जांच


यूपी के बागपत में आठ नर्सों की फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर हुई पोस्टिंग से हड़बड़ाए नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) प्रशासन ने सभी जिलों में मातृ स्वास्थ्य योजना के तहत नर्सों की भर्तियों की जांच कराने का फैसला किया है। इस संबंध में सभी जिलों के डीएम को निर्देश दिए गए हैं। बागपत में फर्जी नियुक्ति पत्र पर आठ नर्सों की पोस्टिंग में सीएमओ की भूमिका भी शक के घेरे में आ गई है। 


एनएचएम प्रशासन ने वहां के डीएम को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच कराने और फर्जी नर्सों के खिलाफ एफआईआर कराने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर नौकरी दिलाने के पीछे किसी बड़े रैकेट का हाथ होने की आशंका जताई है। 


एनएचएम की प्रदेश इकाई की महाप्रबंधक (मानव संसाधन) सुधा यादव ने बताया कि एनएचएम ने स्ट्रेज्डी एलायंस मैनेजमेंट सर्विसेज (सैम्स) दिल्ली की एजेंसी को नर्सों की भर्ती करने का जिम्मा दे रखा है। बागपत में इसी नवंबर में आठ नर्सें फर्जी नियुक्ति पत्र लाईं और वहां के सीएमओ ने नर्सों के जमा किए गए प्रपत्रों का सत्यापन किए बिना उन्हें ज्वाइन करा दिया। उन नर्सों की पोस्टिंग तक कर दी गई। 


सीएमओ की भूमिका भी संदेह के घेरे में
बागपत के एनएचएम के जिला परियोजना प्रबंधक को इन नर्सों की पोस्टिंग फर्जी नियुक्ति के आधार पर होने की जानकारी मिली तो उन्होंने इसकी जानकारी एनएचएम के लखनऊ स्थित मुख्यालय को दी। सीएमओ ने इस संबंध में कोई कदम नहीं उठाया। एनएचएम मुख्यालय के सैम्स से पूछने पर बताया गया कि उन्होंने जून के बाद किसी भी नर्स का चयन नहीं किया है। तब बागपत के सीएमओ को इन नर्सों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। इस पर सीएमओ ने खुद न प्राथमिकी दर्ज कराकर जिन पीएचसी और सीएचसी पर इन नर्सों की पोस्टिंग की गई थी, वहां के मेडिकल अफसरों को एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। स्थिति यह है कि शुक्रवार को दोपहर बाद तक नर्सों के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज नहीं की गई। इसी के बाद बागपत के जिलाधिकारी को फोन कर नर्सों के खिलाफ एफआईआर कराकर पूरे मामले की जांच करने के लिए कहा गया है।


- एनएचएम की मातृ स्वास्थ्य योजना के तहत पूरे प्रदेश में 6240 स्टाफ नर्सें काम कर रही हैं। 
- इस साल योजना के तहत 10 जून तक 1128 नर्सों को ऑफर लेटर भेजा गया। इनमें 611 ने ज्वाइन भी कर लिया। जून के बाद कोई भर्ती नहीं हुई है।


जसजीत कौर (एडिशनल मिशन निदेशक, नेशनल हेल्थ मिशन, उत्तर प्रदेश) ने कहा- बागपत का मामला सामने आने के बाद अब सभी जिलों में नर्सों की भर्ती की जांच की जाएगी।